EPFO

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) एक भारतीय सरकारी संगठन है जो कर्मचारियों के लिए सामान्य बचत की योजनाएँ प्रबंधित करता है। इसका उद्देश्य कर्मचारियों के भविष्य की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करना है।

EPFO की स्थापना 1952 में हुई थी, और इसका प्रमुख कार्य भविष्य निधि योजना (EPF) और विभिन्न योजनाओं के तहत कर्मचारियों के लिए योगदान जमा करना और उनकी आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करना है।

EPFO के कार्य में शामिल हैं योजनाओं का प्रबंधन, सदस्यों के लिए योगदान जमा करना, और पेंशन के लिए उपयुक्त धन उपलब्ध कराना। यह संगठन कर्मचारियों के लिए संचित धन का प्रबंधन करता है ताकि वे अपने भविष्य को आर्थिक रूप से सुरक्षित बना सकें। EPFO एक महत्वपूर्ण भारतीय सरकारी संगठन है जो कर्मचारियों के लिए सुरक्षित और स्थिर भविष्य की सख्ती से रक्षा करता है।

EPF Account: आधार को UAN नंबर से लिंक करना हुआ अनिवार्य, जानें ऑनलाइन कैसे करें लिंक

EPF Account: आधार को UAN नंबर से लिंक करना हुआ अनिवार्य, जानें ऑनलाइन कैसे करें लिंक

Sheetal

EPF Account भारत सरकार ने 30 अप्रैल 2021 को एक अधिसूचक के माध्यम से सोशल सिक्योरिटी कोड 2020 की धारा 142 के मुताबित ये घोषणा की है कि सभी नौकरीपेशा व्यक्ति को अपना EPF Account सुरक्षित रखने के लिए उसका UAN आधार से लिंक होना चाहिए।

EPFO में मिलेगा 7 लाख तक का बीमा, जानें कैसे होती है क्‍लेम अमाउंट की कैलकुलेशन?

EPFO में मिलेगा 7 लाख तक का बीमा, जानें कैसे होती है क्‍लेम अमाउंट की कैलकुलेशन?

Sheetal

EPFO अपने खाता धारकों को खुश और सुरक्षित जीवन प्रदान करने के लिए कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) सुविधा के अलावा कई उत्तम स्कीम को चलाते है। आइये जानते है EPFO में 7 लाख तक का बीमा कैसे मिलेगा।

EPF पेंशन के मामले में Form 10C और Form 10D का क्‍या है काम? यहां जानिए इनके बारे में

EPF पेंशन के मामले में Form 10C और Form 10D का क्‍या है काम? यहां जानिए इनके बारे में

Sheetal

EPF पेंशन की रकम निकालने के लिए कर्मचारी की जरुरत के अनुसार अलग -अलग फॉर्म भरे जाते है। ईपीएफ पेंशन निकासी के लिए अलग -अलग फॉर्म भरे जाते है

Employees' Pension Scheme: नौकरी छोड़ने पर खत्म हो जाती है पेंशन? जानें कब और कितना निकाल सकते हैं एकमुश्त पैसे

Employees’ Pension Scheme: नौकरी छोड़ने पर खत्म हो जाती है पेंशन? जानें कब और कितना निकाल सकते हैं एकमुश्त पैसे

Sheetal

यदि आपने अपने जीवन काल में 3 कंपनियों में स्विच किया है, तो इससे उम्मीदवार को अधिक लाभ मिलता है। जब उम्मीदवार की पेंशन योजना से पैसे विड्राल किये जाते है, तो उसकी पहली और दूसरी कंपनी का पैसा कैलकुलेट होता है।

EPS Pension Formula : कितनी पेंशन मिलेगी, ऐसे होता है EPS कैलकुलेशन

EPS Pension Formula : कितनी पेंशन मिलेगी, ऐसे होता है EPS कैलकुलेशन

Sheetal

ईपीएस में बेसिक सैलरी का 8.33% योगदान होता है कर्मचारी वेतन की अधिकतम वेतन सीमा 15 हजार रूपए है ऐसे में पेंशन फण्ड में प्रत्येक माह अधिकतम 1250 रूपए ही जमा किया जा सकते है।

EPFO में शानदार वृद्धि: 1600 करोड़ रुपये जमा हुए, हजारों नए सदस्य हुए शामिल

EPFO में शानदार वृद्धि: 1600 करोड़ रुपये जमा हुए, हजारों नए सदस्य हुए शामिल

Sheetal

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने अपनी सेवाओं को बेहतर और डिजिटल बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिससे कंपनियों और कर्मचारियों का भरोसा बढ़ा है। बेहतर रिटर्न, तेज दावों का निपटान, और डिजिटल सेवाओं के चलते अधिक से अधिक कंपनियां अपने PF फंड का प्रबंधन EPFO को सौंप रही हैं।

क्या आपके पास घर या प्लॉट खरीदने के लिए पैसों की कमी है ? बैंक लोन छोड़ें, EPFO से पाएं मदद

क्या आपके पास घर या प्लॉट खरीदने के लिए पैसों की कमी है ? बैंक लोन छोड़ें, EPFO से पाएं मदद

Sheetal

EPFO की हाउस बिल्डिंग एडवांस योजना से आप अपने पीएफ से एडवांस निकालकर घर या जमीन खरीदने का सपना पूरा कर सकते हैं. इसके लिए आपका पीएफ खाता पांच साल पुराना होना चाहिए और कम से कम 1000 रुपये जमा होने चाहिए

EPS 95 Scheme: बच्चों को 25 साल तक मिलेगी पेंशन, जानें लाभ उठाने की प्रक्रिया

EPS 95 Scheme: बच्चों को 25 साल तक मिलेगी पेंशन, जानें लाभ उठाने की प्रक्रिया

Sheetal

कर्मचारी पेंशन योजना 1995 (ईपीएस-1995) ईपीएफओ द्वारा संचालित एक महत्वपूर्ण योजना है, जो कर्मचारियों के परिवारों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती है। योजना के तहत, मृतक कर्मचारी के परिवार को पेंशन मिलती है, जिससे उन्हें वित्तीय कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ता।

EPF Withdrawal: जानिए पीएफ खाते से पैसा निकालने पर टैक्स देने के नियम और शर्तें

EPF Withdrawal: जानिए पीएफ खाते से पैसा निकालने पर टैक्स देने के नियम और शर्तें

Sheetal

कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) खाते से पैसा निकालने पर टैक्स नियम समझना बेहद जरूरी है। पांच साल बाद निकासी पर टैक्स नहीं लगता, लेकिन उससे पहले के निकासी पर टैक्स देना पड़ सकता है। जानिए कब और कितना टैक्स देना होगा, और TDS से बचने के उपाय।