EPFO में शानदार वृद्धि: 1600 करोड़ रुपये जमा हुए, हजारों नए सदस्य हुए शामिल

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने अपनी सेवाओं को बेहतर और डिजिटल बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिससे कंपनियों और कर्मचारियों का भरोसा बढ़ा है। बेहतर रिटर्न, तेज दावों का निपटान, और डिजिटल सेवाओं के चलते अधिक से अधिक कंपनियां अपने PF फंड का प्रबंधन EPFO को सौंप रही हैं।

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Reported by Sheetal

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EPFO में शानदार वृद्धि: 1600 करोड़ रुपये जमा हुए, हजारों नए सदस्य हुए शामिल
Great increase in EPFO Rs 1600 crore deposited

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने हाल के वर्षों में अपनी सेवाओं में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। इन सुधारों के परिणामस्वरूप, अधिक कंपनियां और उनके फंड EPFO के अंतर्गत आ रहे हैं। EPFO की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले दो वर्षों में 27 कंपनियों ने अपनी छूट वापस ली है, जिससे लगभग 30,000 कर्मचारी और 1688.82 करोड़ रुपये का फंड EPFO में शामिल हुआ है।

कंपनियों का PF फंड EPFO को सौंपने का बढ़ता रुझान

EPFO के अनुसार, बेहतर सेवाओं के चलते अधिक से अधिक कंपनियां EPFO द्वारा दी गई छूट को वापस कर रही हैं। अब ये कंपनियां अपने कर्मचारियों के भविष्य निधि (Provident Fund) का प्रबंधन EPFO को सौंपने में रुचि दिखा रही हैं। इससे उन्हें अपने व्यवसाय पर अधिक ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है। EPFO ने तेज दावों के निपटान, उच्च रिटर्न दर, निगरानी और सेवाओं को डिजिटल बनाने पर जोर दिया है। इसके चलते न केवल कंपनियों बल्कि कर्मचारियों का भरोसा भी EPFO पर मजबूत हुआ है।

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छूट सरेंडर करने की प्रक्रिया को और आसान बनाने की पहल

श्रम और रोजगार मंत्रालय के अधीन काम करने वाले EPFO ने EPF अधिनियम के तहत छूट प्राप्त कंपनियों के लिए नियमों को सरल बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं। EPFO ने पहली बार छूट प्राप्त कंपनियों के लिए सभी नियमों को शामिल करते हुए एक मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) और मैनुअल प्रकाशित किया है। साथ ही, डिजिटलीकरण की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाते हुए, छूट सरेंडर करने की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए जल्द ही एक नया सॉफ्टवेयर और पोर्टल लॉन्च किया जाएगा।

1002 कंपनियां अपने PF फंड का प्रबंधन कर रही हैं

EPFO के अनुसार, जो कंपनियां अपने कर्मचारियों के PF फंड का प्रबंधन करना चाहती हैं, उन्हें EPF अधिनियम की धारा 17 के तहत छूट प्राप्त करने की आवश्यकता होती है। इस छूट की मदद से कंपनियां EPFO को पैसा दिए बिना अपने PF ट्रस्ट का प्रबंधन कर सकती हैं। हालांकि, उन्हें EPFO के सभी नियमों का पालन करना होता है। जानकारी के अनुसार, 31 मार्च 2023 तक देश में 1002 छूट प्राप्त कंपनियां हैं, जो 31,20,323 कर्मचारियों के 3,52,000 करोड़ रुपये के PF फंड का प्रबंधन कर रही हैं।

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कर्मचारियों के लिए लाभ

EPFO में शामिल होने से कर्मचारियों को कई लाभ मिलते हैं:

  1. EPFO का दावा है कि उनके द्वारा दिए गए रिटर्न की दर बाजार में उपलब्ध किसी भी अन्य PF ट्रस्ट से बेहतर है।
  2. EPFO द्वारा दावों के निपटान की प्रक्रिया तेज और सरल बनाई गई है। कर्मचारियों को समय पर उनके दावे का भुगतान मिल जाता है।
  3. सभी सेवाओं को डिजिटल कर दिया गया है, जिससे कर्मचारियों को अपने PF खाते की जानकारी प्राप्त करना आसान हो गया है।

कंपनियों के लिए लाभ

EPFO के तहत आने से कंपनियों को भी कई लाभ होते हैं:

  1. EPFO के तहत आने से कंपनियों को PF फंड प्रबंधन का बोझ नहीं उठाना पड़ता, जिससे वे अपने मुख्य व्यवसाय पर ध्यान दे सकते हैं।
  2. EPFO के सभी नियमों का पालन करना होता है, जिससे कंपनियों को कानूनी जटिलताओं से बचने में मदद मिलती है।
  3. EPFO की सेवाएं भरोसेमंद और समय पर होती हैं, जिससे कंपनियों का विश्वास बढ़ता है।

EPFO का डिजिटलाइजेशन

EPFO ने डिजिटलाइजेशन की दिशा में कई कदम उठाए हैं। सभी सेवाओं को ऑनलाइन कर दिया गया है, जिससे कर्मचारियों और कंपनियों को सभी जानकारी और सेवाएं ऑनलाइन मिल जाती हैं। इसके साथ ही, एक नया सॉफ्टवेयर और पोर्टल भी लॉन्च किया जा रहा है, जिससे छूट सरेंडर करने की प्रक्रिया को और सरल बनाया जा सकेगा।

EPFO ने अपनी सेवाओं को बेहतर और डिजिटल बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिससे कंपनियों और कर्मचारियों का भरोसा उन पर बढ़ा है। बेहतर रिटर्न, तेज दावों का निपटान, और डिजिटल सेवाओं के चलते अधिक से अधिक कंपनियां अपने PF फंड का प्रबंधन EPFO को सौंप रही हैं।

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