New CDS of India Anil Chauhan: जानिए कौन हैं अनिल चौहान, जिन्हें मोदी सरकार ने सौंपी CDS की बड़ी जिम्मेदारी

जनरल बिपिन रावत के बाद लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) अनिल चौहान के रूप में देश को दूसरा चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) मिल गया है। पूर्व सीडीएस जनरल बिपिन रावत (Ex CDS General Bipin Rawat) के हेलिकॉप्टर दुर्घटना में निधन के बाद 10 महीनों से देश का यह सबसे बड़ा सैन्य पद खाली था सैन्य मामलों ... Read more

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Reported by Hindi Samachar Staff

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New CDS of India Anil Chauhan

जनरल बिपिन रावत के बाद लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) अनिल चौहान के रूप में देश को दूसरा चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) मिल गया है। पूर्व सीडीएस जनरल बिपिन रावत (Ex CDS General Bipin Rawat) के हेलिकॉप्टर दुर्घटना में निधन के बाद 10 महीनों से देश का यह सबसे बड़ा सैन्य पद खाली था

सैन्य मामलों के विभाग में सेक्रेटरी की जिम्मेदारी भी संभालेंगे चौहान

आपको बता दें कि 31 मई 2021 को 40 साल सेना में विशिष्ट जीवनकाल के बाद,पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान सेवानिवृत हो गए थे। वर्तमान में लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) अनिल चौहान सैन्य मामलों के विभाग में CDS के साथ-साथ सचिव की जिम्मेदारी भी निभाएंगे।

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एनएसए अजीत डोभाल के मिलिट्री एडवाइजर रह चुके हैं अनिल चौहान

केंद्र सरकार ने आज बुधवार को (सेवानिवृत्त) लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान को अगला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) नियुक्त करने का आदेश जारी किया है। पूर्व सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद अनिल चौहान को सीडीएस की जिम्मेदारी मिली है। 18 मई 1961 को रामपुर ग्राम सभा ग्वाणा गांव, खिर्सु ब्लॉक पौड़ी गढ़वाल उत्तराखंड में जन्मे लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान एनएसए अजीत डोभाल के मिलिट्री एडवाइजर रह चुके है

40 वर्षों के करियर में जमाई धाक

सीडीएस जैसे अहम पद पर नियुक्ति से पहले ले.ज. चौहान ने कई महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। लगभग 40 वर्षों के करियर में, लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान ने कई कमांड, स्टाफ और सहायक नियुक्तियां हासिल की। उन्हें जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर में आतंकवाद विरोधी अभियानों में व्यापक अनुभव रहा है। आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन में उन्हें महारथ हासिल है। उन्होंने डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन का प्रभार भी संभाला है साथ ही मेजर जनरल बनने के बाद उन्होंने बारामूला के इंफ़ैंट्री डिविज़न को कमांड कर शानदार काम किया है। बतौर लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान ने इस्टर्न आर्मी कमॉडर की ज़िम्मेदारी निभाई और इसी पद पर रहते हुए वह आर्मी से रिटायर हुए।

बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक में भी निभाई थी भूमिका

डायरेक्टर जनरल मिलेट्री ऑप्रेशन(DGMO) के दौरान उन्होंने ही ऑपरेशन सनराइज को लीड किया था, जिसके तहत भारतीय और म्यांमार सेना ने दोनों देशों की सीमाओं के पास उग्रवादियों के विरूद्ध अभियान चलाया। साथ ही अनिल चौहान चौहान बालाकोट में सर्जिकल स्ट्राइक की योजना में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

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नियुक्ति से पहले नियमों में बदलाव

बता दें कि लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) अनिल चौहान की नियुक्ति से पहले रक्षा मंत्रालय ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) की नियुक्ति से संबंधित तीनों रक्षा बलों के नियमों में संशोधन कर गजट अधिसूचना इसी वर्ष जारी की थी। नियमों में बदलाव के बाद केंद्र सरकार ने लेफ्टिनेंट जनरल या जनरल रैंक से रिटायर सैन्य अधिकारी को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) के पद पर नियुक्त कर सकती है इसके लिए रक्षा मंत्रालय ने थल, वायु और नौसेना के सर्विस एक्ट में भी बदलाव किया है।

देश के नए CDS को जानिए

  • ले.जन.(रि.)अनिल चौहान देश के नए CDS
  • ईस्टर्न कमान के कमांडर से 31 मई 2021 को रिटायर हुए
  • चाइना एक्सपर्ट माने जाते हैं अनिल चौहान
  • बालाकोट एयरस्ट्राइक के वक़्त DGMO थे
  • अभी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में सलाहकार हैं
  • 40 साल तक आर्मी में काम करने का अनुभव

सेना में उनकी विशिष्ट और शानदार सेवा के लिए परम विशिष्ट सेवा मेडल, उत्तम युद्ध सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल, सेना मेडल और विशिष्ट सेवा मेडल से भी सम्मानित किया गया।

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