सरकारी शराब का ठेका कैसे खोले : अगर आपको अपना खुद का कोई बिज़नेस शुरू करना है, और आपको समझ नहीं आ रहा है। कौन सा बिज़नेस शुरू करें, तो आप दुनिया का सबसे अधिक चलने वाला बिज़नेस शराब का ठेका खोल सकते है।
दारु के बिज़नेस में सबसे अधिक कमाई देखने को मिलती है, यह कारोबार सालों साल चलता है, कभी बंद नहीं होता है। कोई भी पार्टी, उत्सव या रोज के दिनों में भी शराब के ठेको को भीड़ देखने को हमेशा मिलती है। आप भारत के किसी भी राज्य में चले जाएं, आपको ठेकों की दुकान पर हमेशा भीड़ देखने को मिलेगी। कोई भी व्यक्ति जो ठेके का बिज़नेस खोलना चाहता है, वो इसी बात से अनुमान लगा सकता है। सरकारी ठेके का बिज़नेस शुरू करने में कितना अधिक मुनाफा होगा।
यदि आप एक सरकारी ठेका खोलना चाहते है, तो आपको सरकार द्वारा निर्धारित पात्रता, नियम, आदि का पालन करना होगा। सरकारी ठेको पर नियंत्रण केंद्र सरकार का अधिक होता है, अपितु राज्य सरकार का नियंत्रण कम होता है।
सरकारी शराब का ठेका कैसे खोले
सरकार के द्वारा दो तरह के ठेके खोलने की अनुमति दी जाती है, प्राइवेट ठेके और सरकारी ठेके। दोनों ठेके के लाइसेंस, आवेदन करने की नीति एक समान ही होती है। ठेका खोलने के लिए बहुत मेहनत लगती है, और बहुत सारे पैसो का निवेश भी करना होता है। यदि आप ठेका खोलने का पूरा प्रोसेस शुरू से जान लेंगे तो आपके लिए लाइसेंस लेना सरल जाएगा।
सरकारी शराब के ठेकों के प्रकार
जैसा की हम सभी जानते है, तो तरह की शराब ठेकों पर देखने को मिलती है। देशी शराब और विदेशी शराब इन शराब के ठेकों को खोलने में अलग अलग खर्चा आता है।
- सरकारी देशी शराब का ठेका
दोस्तों जैसा की हम सभी जानते है, आज भी गाँव और दूर दराज के क्षेत्रों में लोग देशी शराब पीना पसंद करते है। भारत के कुछ राज्यों में देशी शराब की मांग है, क्यूंकि यह सस्ती होती है इसमें खर्चा भी कम आता है।
यदि कोई व्यक्ति देशी शराब का ठेका खोलता है, तो उसका खर्चा विदेशी ठेके के मुकाबले कम होता है। परन्तु आप अपने शहर के लोगों की डिमांड के मुताबिक ठेका खोलें, नहीं तो आपको भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
- विदेशी शराब का ठेका
सभी राज्यों में 4 से 5 किलोमीटर की दूरी पर विदेशी शराब के ठेके देखने को मिलते है। क्यूंकि जैसे जैसे समय बढ़ रहा है, वैसी शहरी लोग विदेशी दारु की डिमांड कर रहें है।
विदेशो शराब के ठेको पर अच्छी कमाई देखने को मिलती है, यदि आप विदेशी ठेके के लिए आवेदन करना चाहते है। तो आपका अधिक पैसा लग सकता है, क्यूंकि विदेशी ठेके का लाइसेंस भी बहुत महंगा बनता है।
सरकारी शराब का ठेका लेने के आने वाला कुल खर्च
शराब का ठेका खोलते समय सिर्फ लाइसेंस ही नहीं लेना होता है, बल्कि इसके साथ में अन्य व्यवस्था भी करनी होती है। इसी के साथ ठेका लेने के लिए भी अन्य शुल्क देना होता है।
तो उसके लिए आपको ठेके के हिसाब के व्यय करना होता है। यदि सरकारी ठेका खोलने जा रहें है, तो 30 से 40 लाख रूपये का खर्चा आता है। और यदि विदेशी ठेका खोलने जा रहें है, तो 50 से 70 लाख रूपये का खर्चा आना स्वाभाविक है।
सरकारी शराब के ठेके के लिए लाइसेंस
सरकारी दारु का ठेका खोलने के दस्तावेज लाइसेंस है, यदि आपके पास लाइसेंस नहीं है तो आप ठेका नहीं चला सकते है। अगर आप बिना लाइसेंस के पकडे जाते है, तो भारी जुर्माना और जेल भी हो सकती है।
यदि आप शराब बिज़नेस खोलना चाहते है, तो सबसे पहले शराब के ठेके का लाइसेंस बनवाये। लाइसेंस दो प्रकार के होते है।
1. ऑन साइट लाइसेंस –
दारु के ठेके पर दो प्रकार लिखे होते है, एक ऐसा दारू का ठेका होता है। जहाँ आप दारू को खरीदने के बाद बैठकर दारू को पी भी सकते है। वहाँ पर कोई होटल या रेस्टॉरेंट नहीं होता है, बस एक छोटी व्यवस्था की जाती है।
इस तरह के ठेके का लाइसेंस लेने के लिए ऑन साइट लाइसेंस लेना होता है।
2. ऑफ साईट लाइसेंस
आप दारू के ठेके पर सिर्फ शराब को बेचकर भी पैसा कमा सकते है, ऐसे ठेके हर जगह देखने को मिलते है। यदि आपको ऐसा ठेका खोलना है, तो आप ऑफ साईट लाइसेंस के लिए आवेदन करना होता है।
सरकारी शराब का ठेका खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- पेन कार्ड
- जाति निवास प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- बैंक विवरण
- मोबाइल नंबर
- राशन कार्ड
- बिज़नेस की जानकारी
- ऑनलाइन बैंकिंग
- गोदाम की जानकारी
- इनकम टैक्स भरने के दस्तावेज
- जहाँ ठेका खोला जाएगा उसकी जानकारी
- भूमि के दस्तावेज
- आय प्रमाण पत्र
- बिज़नेस पेन कार्ड
- जीएसटी नंबर
- शॉप नंबर
सरकारी शराब का ठेका खोलने के लिए लाइसेंस रजिस्ट्रेशन कैसे होगा –
दारु के ठेके के लाइसेंस के लिए आपको एक्साइज़ डिपार्टमेंट में लाइसेंस के लिए रजिस्ट्रेशन करना होगा, दारु लाइसेंस 1 लाख रूपये से लेकर 6,7 लाख रूपये का बनता है। जिसमे आप रेस्टॉरेंट बार लाइसेंस, होटल बार लाइसेंस, रिसोर्ट बार लाइसेंस, सिविलियन क्लब लाइसेंस ले सकते है। और दारु का माल लेने में 4 लाख रूपये से 8 लाख रूपये का खर्चा आएगा।
सरकारी शराब के ठेके में मुनाफ़ा
दारू के बिज़नेस में बहुत फायदा है, बहुत सारे लोग वाइन, व्हिस्की, बियर, ब्रांडेड दारु को बेचकर महीने के 2 लाख रूपये से लेकर 7 लाख रूपये का प्रॉफिट कमा सकते है। क्योंकि भारत में दारु का ठेका खोलना आसान नहीं है, शराब का बिज़नेस शुरू करने के लिए एक्साइज़ डिपार्टमेंट की परमिशन लेनी होती है।