Byju’s ने 4000 कर्मचारियों को निकालने की तैयारी की, कंपनी रिस्ट्रक्चरिंग की प्रोसेस कर रही है

इस समय फंड से जुड़े संकटो से घिरी बायजू ने अपने ऑपरेशनल स्ट्रक्चर को सरल करने हेतु इस कॉस्ट कटिंग की योजना बनाई है। कंपनी के काम को दुबारा से समायोजित करने के लिए कुछ सप्ताह में कंपनी के टोटल वर्कफोर्स में से लगभग 11 प्रतिशत को निकाला जा सकता है।

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Reported by Pankaj Yadav

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पिछले वर्ष Byju कम्पनी की वेल्यू को 22 अरब डॉलर आंका गया था किन्तु इस साल के अनुमान में वह घटकर 11.5 अरब डॉलर ही रह गयी है। भारत की नम्बर एक एडटेक फर्म बायजू एक बार फिर भारी संख्या में अपने कर्मचारियों को निकाल सकता है।

ताज़ा खबरों के अनुसार Byju’s इंडिया के CEO अर्जुन मोहन ने कम्पनी के रिस्ट्रक्टरिंग को लेकर प्रोसेस को शुरू करके कॉस्ट कटिंग की योजना बना ली है। खबर के अनुसार इस प्रोसेस के अंतर्गत लगभग 4 हजार से ज्यादा कर्मचारियों को जॉब से निकाला जायेगा। पिछले हफ्ते ही अर्जुन ने बतौर CEO काम शुरू किया है और अब उन्होंने कंपनी के प्रबंधन को अपने इस फैसले के बार में जानकारी दे दी है।

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11 फ़ीसदी कर्मचारी निकल सकते है

खबर के अनुसार, इस समय फंड से जुड़े संकटो से घिरी बायजू ने अपने ऑपरेशनल स्ट्रक्चर को सरल करने हेतु इस कॉस्ट कटिंग की योजना बनाई है। कंपनी के काम को दुबारा से समायोजित करने के लिए कुछ सप्ताह में कंपनी के टोटल वर्कफोर्स में से लगभग 11 प्रतिशत को निकाला जा सकता है।

इस प्रकार से ये संख्या 4 हजार कर्मचारियों की आती है। इस समय एडटेक कम्पनी, बंगलुरु में कुल 35 हजार कर्मचारी कार्यरत है। साल 2023 के जून महीने में भी कंपनी ने इसी प्रकार से 1 हजार कर्मचारियों की छटनी की थी।

1 हजार कर्मचारी नोटिस पीरियड पर

कंपनी से जुड़े एक सूत्र ने जानकारी दी है कि अभी कंपनी में किसी प्रकार की छटनी नहीं हुई है किन्तु अलग-अलग यूनिट में डिमांड को ध्यान में रखकर कंडीशन को देखा जा रहा है और कम्पनी ने लगभग 1 हजार कर्मचारियों को नोटिस पीरियड पर डाला है। अभी 1 हजार ने अपने प्रदर्शन सुधार मापदण्डो को पूर्ण भी नहीं किया है।

साथ ही सेल्स, मार्केटिंग समेत दूसरे सेक्टर्स से जुड़े कर्मचारी भी इस प्रक्रिया के हिस्से होंगे। अभी भी जाँच जारी है और Byju कंपनी के 3 से 3.5 हजार तक कर्मचारी इस प्रक्रिया की जद में आ सकते है। इसे कंपनी की अंतिम छटनी भी कहा जा रहा है और ये प्रोसेस अक्टूबर के आखिरी में पूर्ण होने के अनुमान है।

बायजो पर आर्थिक मंदी का असर

कोरोना महामारी में जहाँ बहुत से बिज़नेस मंदी से जूझ रहे थे तो ऑनलाइन शिक्षा देने के कारण Byju काफी अच्छा बिज़नेस कर रही थी। किन्तु महामारी के जाने के बाद शिक्षा पहले जैसे प्रोसेस पर आ गई और ऑनलाइन शिक्षा देने वाले प्लेटफार्म मंदी की जद में आने लगे। कम्पनी ने ऑफिस स्पेस छोड़ा है और वे सहायक कंपनियों को बेचने के रस्ते खोज रही है।

सीनियर ऑफिसर भी निकलेंगे

कम्पनी की इस छटनी प्रक्रिया जूनियर कर्मचारी के साथ ही सीनियर अधिकारी भी सम्मिलित होंगे। इसके बाद सीनियर मैनेजमेंट एक्सपेंसेज में भी कमी होगी। खबर के अनुसार, सीईओ अर्जुन ने कम्पनी के हाई कमान को इस बारे में जानकारी दे दी है। प्रदर्शन न कर पाने वाले एवं संविदा कर्मचारी भी निकलनेगे।

छटनी के कारण

  • अभी चल रही आर्थिक मन्दी से कम्पनी अपने कस्टमर्स को आकर्षित नहीं कर पा रही है।
  • एडटेक सेक्टर में आपसी कम्पटीशन भी काफी बढ़ा है इस वजह से भी कंपनी को अपने खर्चो में कमी करनी होगी।
  • बीते कुछ माह में एडटेक कंपनी के बिज़नेस में भी कुछ कमी देखने को मिली है और कंपनी अपने खर्चो में कमी करने कको मजबूर है।

बायजू की छटनी से एडटेक में प्रभाव

  • इसके बाद एडटेक सेक्टर में नौकरियाँ कम हो जाएगी।
  • कंपनियों को अपनी कॉस्ट में कमी करने में नए प्रोडक्ट एवं सर्विसेज को बनाने में मुश्किल आएगी।
  • अब कम्पनी को कस्टमर को अपनी सर्विस देने में ज्यादा फीस भी लेनी होगी।
  • बायजू ‘आकाश’ कम्पनी को पीछे करने में लगा था लेकिन अब इस कम्पनी में भी ऐसी छटनी होने का भय है।

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