PPF Calculator: देश में कई तरह की बचत स्कीम्स चलाई जाती है, जिनके जरिए लोग अपनी जमा-कुंजी को भविष्य के लिए सुरक्षित कर पाते हैं। इन्ही में एक स्कीम है पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) है, यह एक रिस्क फ्री हाई रिटर्न वाली स्कीम है, जिसमे निवेशकों को अश्योर्ड रिटर्न मिलता है। पीपीएफ स्कीम लंबे अवधि के निवेशकों के लिए सबसे बेहतर विकल्प है, यह आपके डिपॉजिट और टेन्योर के हिसाब से आपको करोड़पति बना सकती है, बस आपको कैलकुलेशन पता होनी चाहिए, ऐसे में अगर आप कम रिस्क की स्कीम में अपना पैसा लगाना चाहते हैं तो पीपीएफ स्कीम आपके लिए बेहद ही काम की साबित हो सकती है।
पीपीएफ में सालाना मिलता है इतना ब्याज
पीपीफ स्कीम की खास बात यह है की इसमें जोखिम नहीं होता, इसलिए इस स्कीम में पैसा लगाकर आप रिटायरमेंट तक अच्छा पैसा जमा कर सकते हैं। बता दें स्कीम में मौजूदा समय में पीपीएफ में निवेशकों को सालाना 7.10 फीसदी ब्याज मिलता है, पीपीएफ पर मिलने वाला ब्याज हर तिमाही में रिवाइज होता है, लेकिन तब तक पीपीएफ में हर महीने आप अपनी सुविधानुसार थोड़ा-थोड़ा निवेश कर स्कीम की परिपक्वता पूरी होने तक करोड़ों रूपये जमा कर सकते हैं। पीपीएफ स्कीम के अंतर्गत अगर आप अपने पीपीएफ अकाउंट में हर महीने 12,500 रूपये या सालाना 1.50 लाख रूपये का निवेश करते हैं तो मैच्योरिटी पूरी होने के बाद आपको लगभग 2.27 करोड़ रूपये की मैच्योरिटी राशि मिल सकती है।
जाने कैसे मिलेंगे 2.2 करोड़ रूपये
बता दें अगर पीपीएफ में निवेशकों को मौजूदा ब्याज 7.10 फीसदी की दर पर मिलता है और अगर आप इसे लेने के बाद 35 सालों के लिए लागू रखते हैं, तो इसमें हर महीने 12,500 रूपये निवेश या एक साल में सिर्फ 1.50 लाख रूपये का निवेश परिपक्वता तक दो करोड़ रूपये से ज्यादा यानी 2,26,97,857 रूपये हो जाएगा। इन वर्षों के दौरान निवेश की गई राशि 52.5 लाख रूपये होगी, इस अवधि में अर्जित पीपीएफ ब्याज लगभग 1.68 करोड़ रूपये होगा।
टैक्स से मिलती है छूट
पीपीएफ स्कीम में निवेश का एक बड़ा फायदा यह है की आपको इसमें निवेश करने पर टैक्स बेनिफिट मिलता है, यानी इससे आपको टैक्स में पूरी तरह छूट मिलती है, इनकम टैक्स एक्ट के मुताबिक पीपीएफ exempt-exempt-exempt (EEE) की श्रेणी में आता है, यानी इसमें आप 1.5 लाख की दर से सालाना निवेश कर सकते हैं और इस पर इनकम टैक्स डिडक्शन क्लेम कर सकते हैं, इसके अलावा पीपीएफ डिपॉजिट पर मिले ब्याज और मैच्योरिटी अकाउंट पर भी आपको किसी तरह का टैक्स नहीं लगता।
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पीपीएफ मैच्योरिटी पीरियड
पीपीएफ अकाउंट की मैच्योरिटी अवधि 15 साल है, हालांकि इसे बढ़ाया जा सकता है जिसके लिए निवेशक को फॉर्म 16-एच जमा करना होता है। पीपीएफ अकाउंट को पांच साल के लिए ब्लॉक में बढ़ाया जा सकता है, इसके लिए पीपीएफ अकाउंट खुलवाने के 15 वें साल में फॉर्म 16-एच जमा करना होगा। इसी तरह अगर निवेशक अपना डिपॉजिट जारी रखना चाहते हैं तो उन्हें अकाउंट खोलने के 20 वें साल में दूसरा फॉर्म 16-एच जमा करना होगा, जिसके बाद मैच्योरिटी पूरी होने पर आपको जमा राशि मिल जाएगी।