भारतीय स्टेट बैंक (SBI) और डाकघर दोनों ही सुरक्षित निवेश विकल्प हैं। दोनों ही संस्थान फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) की पेशकश करते हैं, जो एक सुरक्षित और टैक्स-अवश्यक निवेश है। इसमें आप 1,2,3 तथा 5 वर्ष के समय के लिए फिक्स्ड डिपोसिट करवा सकते हैं। तो चलिए आज जानते हैं इस निवेश स्कीम के बारे में जिसमें आपका पैसा हो सकता है डबल।
SBI: ₹5 लाख जमा पर 7.5 फीसदी सालाना ब्याज
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में 5 साल की फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर रेगुलर ग्राहकों को 6.5% और सीनियर सिटिजन को 7.5% सालाना ब्याज मिल रहा है। इसका मतलब है कि यदि आप ₹5 लाख जमा करते हैं, तो आपको 5 साल बाद कुल ₹7,24,974 (₹5 लाख + ₹2,24,974) मिलेंगे।
मुख्य बिंदु:
- SBI में 5 साल की FD पर रेगुलर ग्राहकों को 6.5% और सीनियर सिटिजन को 7.5% सालाना ब्याज मिल रहा है।
- 5 लाख रुपये 5 साल की FD पर रेगुलर ग्राहकों को ₹1,90,210 और सीनियर सिटिजन को ₹2,24,974 ब्याज मिलेगा।
- SBI की यह ब्याज दरें 2 करोड़ से कम के डिपॉजिट पर 15 फरवरी 2023 से जारी की हुई हैं।
पोस्ट ऑफिस: ₹5 लाख जमा पर गारंटीड रिटर्न
पोस्ट ऑफिस की 5 साल की टर्म डिपॉजिट स्कीम वर्तमान में 7.5% की आकर्षक ब्याज दर दे रही है। यदि आप 5 लाख रूपए डिपोसिट करते हैं, तो आपको प्रत्येक वर्ष 37,500 रूपए ब्याज प्रदान किया जाता है। 5 साल की अवधि के अंत में, आपको कुल ₹7,24,974 (मूलधन + ब्याज) उपलब्ध होते हैं।
निवेश लाभ:
- गारंटीड रिटर्न: पोस्ट ऑफिस की स्कीम सरकार द्वारा संचालित है, इसलिए आपके निवेश का पूरा जोखिम सुरक्षित है। आपको गारंटीड रूप से ब्याज और मूलधन दोनों प्राप्त होंगे।
- आकर्षक ब्याज दर: बैंकों की तुलना में, पोस्ट ऑफिस की 5 साल की टर्म डिपॉजिट स्कीम आम तौर पर अधिक ब्याज दर देती है।
- कर लाभ: सरकार टर्म डिपॉजिट पर आंशिक रूप से कर छूट प्रदान करती है। आप इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80सी के तहत ₹1.5 लाख तक के निवेश पर छूट का दावा कर सकते हैं।
- सुविधाजनक: पोस्ट ऑफिस की व्यापक ब्रांच नेटवर्क के कारण निवेश करना और परिपक्वता पर राशि प्राप्त करना आसान है।
FDs पर टैक्स डिडक्शन का फायदा: कैसे करें?
फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) निवेश का एक सुरक्षित तरीका है, लेकिन इससे प्राप्त ब्याज पर आयकर लगता है। हालांकि, यह पूरी तरह से निराशाजनक नहीं है, क्योंकि सरकार ने टैक्स डिडक्शन का लाभ देकर FDs को आकर्षक बनाया है।
यहां बताया गया है कि FDs पर टैक्स डिडक्शन का लाभ कैसे उठाएं:
1. सेक्शन 80C के तहत छूट:
- इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत आप कुछ निवेशों पर कुल 1.5 लाख रुपये तक का टैक्स डिडक्शन क्लेम कर सकते हैं।
- इसमें 5 साल की टैक्स सेविंग एफडी भी शामिल है।
- इसका मतलब है कि 5 साल की एफडी में निवेश किए गए 1.5 लाख रुपये तक के ब्याज पर आपको टैक्स नहीं देना होगा।
2. टैक्स सेविंग एफडी:
- कुछ बैंक विशेष टैक्स सेविंग एफडी स्कीम पेश करते हैं।
- इन योजनाओं में लॉक-इन अवधि आमतौर पर 5 साल की होती है।
- इन योजनाओं पर अर्जित ब्याज इनकम टैक्स एक्ट के तहत पूरी तरह से टैक्स-मुक्त है।
- हालांकि, आप कुल इनकम से छूट का दावा नहीं कर सकते।