मंगलवार के दिन भारत ऊर्जा एवं ऑटोमोबाइल क्षेत्र में एक नया इतिहास रच रहा है। वजह यह है कि केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी विश्व की पहली एथेलॉन ईधन पर चलने वाली ‘इनोवा कार’ की लॉन्चिंग कर रहे है। शत-प्रतिशत एथेलॉन पर ही चलने वाली ये कार MPV को टोयोटो कंपनी ने बनाया है। इस अवसर पर पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पूरी भी मौजूद रहे।
देश में टोयोटा कंपनी वर्ल्ड की पहली ऐसी कार ला रही है जोकि सौ फ़ीसदी वैकल्पिक फ्यूल यानी एथेनॉल पर चल सकेगी। गाड़ी फ्लेक्स-फ्यूल के इंजन से बनी है। MPV इनोवा हाईक्रॉस के ऊपर बेस्ड है जोकि वैकल्पिक फ्यूल का प्रयोग करेगा बल्कि अपने आप बिजली भी बनाएगा और EV मोड़ पर भी चल सकेगा। अभी इस बात की जानकारी नहीं मिली है कि इनोवा इलेक्ट्रिक हाईक्रॉस गाडी का प्रोडक्शन वर्जन कबतक लॉन्च होगा और गाडी सड़को पर नजर आएगी।
एक दिन सभी वाहन एथेनॉल पर चलेंगे – नितिन गडकरी
लॉन्चिंग के कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ने ये जानकारी दी – ‘हम 16 लाख करोड़ का फॉसिल ईंधन (Flex-Fuel) भी बाहर से मँगवा रहे है। इसमें 40 फ़ीसदी वाटर एयर पल्यूशन होगा। भविष्य में जन एथेनॉल की आर्थव्यवस्था 2 लाख करोड़ रुपए की हो जाएगी तब किसानो को अर्थव्यवस्था 12 लाख करोड़ रुपए से 20 लाख करोड़ पर पहुँचेगी। साथ ही एक दिन ऐसा आएगा जब देशभर की गाड़ियाँ एथेनॉल ईधन से चलेगी और पेट्रोल एवं डीजल का आयत एकदम बंद होगा।
गाडी की विशेषताएँ जाने
दुनिया की पहली एथेनॉल गाडी Toyota Innova HyCross flex-fuel MPV प्लांट से माइन वाले फ्यूल पर चलेगी। एथेनॉल को E100 ग्रेड मिला है जिससे स्पष्ट होता है कि ये गाडी पूरी तरह से वैकल्पिक फ्यूल पर चलेगी। MPV में लिथियम-आयन बैट्री पैक भी जोगा जिससे कार EV मोड पर भी चलने के लिए प्रचुर मात्रा में पावर बना सकेगी।
गाड़ी के इंजन की पावर और माइलेज
इनोवा की इस गाडी का इंजन वर्तमान समय में भारत में बिकने वाली MPV के हाईब्रिड वर्जन से थोड़ा सा अलग है। गाडी के इंजन को E100 ग्रेड इथेनॉल पर चलाने के लिए बनाया गया है। इसमें सेल्फ चार्जिंग लिथियम-आयन बैट्री का भी प्रयोग होता है। इनोवा के इस मॉडल में 2 लीटर 4 सिलेण्डर पेट्रोल इंजन होते है और इंजन से 181 BHP की शक्ति पैदा होती है। इंजन e-CVT ट्रांसमिशन से जुड़ा है जिससे 23.24 किमी/ ली. की माइलेज मिलता है।
गाडी के ईंधन को बनाने की जानकारी
हमारे देश में फ्लेक्स फ्यूजन का निर्माण काफी सरलता से हो सकेगा चूँकि इसको गन्ने, मक्का आदि से बनाते है। वैसे ये दोनों ही फैसले देश में अच्छी मात्रा में पैदा हो रही है। गन्ने एवं मक्के से निर्मित होने के कारण इसको ‘एल्कोहल-बेस्ड फ्यूल’ भी कहते है। इस ईधन में स्टार्च एवं शुगर फर्मन्टेशन होता है जोकि पेट्रोल की तुलना में बहुत सस्ता रहता है। ऐसे पेट्रोल का दाम 100 रुपए होगा तो एथेनॉल का दाम इसके मुकाबले 60 से 70 रुपए रहेगा।
प्रदूषण कम करने पर बल रहेगा
केंद्रीय मंत्री के अनुसार हम प्रदूषण में कमी लाने पर बल दे रहे है। उनके मुताबिक देश को प्रदूषण करने में ज्यादा टिकाऊ समाधानों की जरुरत है। पर्यावरण भी काफी अहम है और हमको वायु एवं पानी के प्रदूषण में कमी करने की जरुरत है। साथ ही इसी साल 65 हजार करोड़ रुपए की बहुत सी सड़क परियोजनाएँ भी पूरी होने को है।
केंद्रीय मंत्री के अनुसार, इस कार को लाने का उद्देश्य देश में पेट्रोल के आयत को जीरो करना है। जहाँ केमिकल उर्वरक एवं कीटनाशक से घातक असर होते है और कैंसर जैसी बीमारी बढ़ती है तो जैविक खेती से बहुत सी संपत्ति पैदा होती है।