चीन बोर्डर पर भारत सड़क मार्ग का नेटवर्क तैयार कर रहा है, आने वाले 5 सालों में चीन को पीछे होगा

महानिदेशक के अनुसार, इस समय पर BRO के कार्य की स्पीड काफी ज्यादा हो चुकी है और केंद्र सरकार से पूरा-पूरा योगदान मिल रहा है। अब बजट, मशीन, नयी टेक्नोलॉजी एवं अन्य प्रोसेस इत्यादि आसान किया गया है। भारत आने वाले 4-5 सालों में चीन को पीछे कर देगा।

Photo of author

Reported by Sheetal

Published on

सीमा सड़क संघठन के महा निदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी ने जानकरी दी है कि देश ने बीते 3 सालों में चीन से जुड़े सीमावर्ती क्षेत्रो में बहुत से निर्माण कार्यों को किया है। वे BRO की वायु प्रेषण यूनिट के कामो की देखरेख करने के उद्देश्य से यहाँ आये हुए थे।

सरकार ने 100 प्रतिशत बजट वृद्धि की

महानिदेशक (Lieutenant General Rajeev Chaudhary) से प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार ने बजट और विभिन्न टेक्नोलॉजी में वृद्धि करके आधारभूत ढाँचे की विकास योजनाओ में विभाग की पूरी मदद दी है। इस प्रकार से बीते 2 सालों में केंद्र सरकार BRO के बजट में 100 फ़ीसदी की वृद्धि कर चुकी है।

व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp

उन्होंने चीनी सीमा के आसपास के क्षेत्रों में निर्माण कामो को लेकर पूछे गए सवाल के उत्तर में बताया कि बीते 3 सालो में BRO और दूसरी एजेंसियों ने भारी मात्रा में निर्माण कामो में संलग्नता दिखाई है।

पिछली सरकार कम सहयोगी थी

महानिदेशक के अनुसार, इस समय पर BRO के कार्य की स्पीड काफी ज्यादा हो चुकी है और केंद्र सरकार से पूरा-पूरा योगदान मिल रहा है। अब बजट, मशीन, नयी टेक्नोलॉजी एवं अन्य प्रोसेस इत्यादि आसान किया गया है। भारत आने वाले 4-5 सालों में चीन को पीछे कर देगा।

उनके अनुसार पिछली वाली सरकार ने चीन के बॉर्डर (China Border) पर सड़क निर्माण में सावधानी बरती थी। उस समय के रक्षा मंत्री ने साल 2008 में संसद में कहा था कि चीन इन्ही सड़को को देश के विरुद्ध प्रयोग में ला सकता है।

अब की सरकार की अलग सोच

किन्तु वर्तमान समय की सरकार थोड़ा भिन्न सोचती है और हमारी योजनाओ को साहस देती है। उनके मुताबिक़ बीते 60 वर्षो में सिर्फ 2 सुरंगे ही बन पाई थी किन्तु इन 3 वर्षों में 4 सुरंगे बन चुकी है। अभी 1 माह पूर्व ही 15 हजार फुट की उँचाई पर हानले में एक सुरंग का निर्माण भी किया है।

जहाँ पिछली सरकार ने उनके लिए कम बजट रखा था किन्तु अब की सरकार कार्य और बजट के मामले में अलग सोचती है। इस समय BRO के बजट में 43 फ़ीसदी तक की बढ़ोत्तरी की गई है। जहाँ पहले का बजट 3,500 करोड़ रुपए का रहता था जोकि अब के सालो में 5,000 करोड़ रुपए कर दिया गया है।

संबंधित खबर गाड़ी नंबर से मालिक का नाम और एड्रेस पता करें, इन 3 तरीकों से

गाड़ी नंबर से मालिक का नाम और एड्रेस पता करें, इन 3 तरीकों से

कठिन क्षेत्रों में भी सड़क नेटवर्क बना

डीजी के मुताबिक़ बीआरओ अब जम्मू-कश्मीर, उत्तराखण्ड, तवांग एवं ऐसे ही दुर्गम क्षेत्रों में सडको के बन्द होने के दौरान इस टाइम को कम करने के लिए बर्फ हटाने की नयी टेक्नोलॉजी एवं मशीनों का प्रयोग करने लगा है। उन्होंने जोजी ला दर्रे की बात बताते हुए वे बताते है कि यहाँ बर्फ की वजह से अक्टूबर से 6 महीने तक बंदी देखने को मिलती थी।

लेकिन अब बीते 3 सालों में इन सड़को के बन्द होने के समय में कमी देखने को मिल रही है। BRO परियोजना के डीजी के अनुसार, विभाग ने 19 हजार फुट की ऊंचाई पर डेमचोक की विश्व में सबसे ऊँचाई की सड़क का निर्माण कार्य करके दिखाया है।

Lieutenant General Rajeev Chaudhary
Lieutenant General Rajeev Chaudhary

जोजी ला दर्रा खोलने में रिकार्ड बनाया

बीआरओ के डीजी चौधरी ने ये भी जानकारी दी है कि नयी नेविगेशन टेक्नोलॉजी की माड़ से विभाग ने 6 महीने में बंद रहने वाले विश्व के दुर्गम जोजी ला दर्रे को रिकॉर्ड 65 दिनों में ही खोलने के बाद रिकॉर्ड बनाया है। इसी दर्रे को साल 2021 में 110 दिन एवं साल 2022 में 73 दिनों में खुलवाया गया है। इस क्षेत्र में 30 से 40 फुट तक बर्फ की परत जमती है।

यह भी पढ़ें :- एशियन गेम्स में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने गोल्ड मेडल जीता, फाइनल मैच में श्रीलंका को 19 रनो से हराया

5 सालों में चीन हमसे पीछे होगा

डीजी के मुताबिक़ यहाँ सड़क मार्ग एवं पुल निर्माण के 300 प्रोजेक्ट पूर्ण करने के साथ ही अभी 60 और इस तरह के प्रोजेक्ट पर कार्य हो रहा है। इन बचे प्रोजेक्ट को भी इस साल के अंतिम माह तक पूर्ण कर लिया जाएगा।

संबंधित खबर Adopt these 5 habits to make yourself mentally strong

खुद को दिमागी रूप से मजबूत बनाने के लिए अपनाएं ये 5 आदतें

Leave a Comment

WhatsApp Subscribe Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp