एपल कम्पनी के गैजेट्स को पसंद करने वाले कस्टमर्स के लिए एक अच्छी खबर है। भविष्य में भारत के कस्टमर्स को कम दामों पर एपल कंपनी के वायरलेस Apple AirPods खरीदने का मौका मिलेगा। यह बात सच है, चूँकि खबरे है कि आईफ़ोन बनाने वाली कंपनी टेक जॉइन्ट एपल और हैदराबाद स्थित फॉक्सकोंन कंपनी के बीच डील हो चुकी है। इसके बाद जल्दी ही हैदराबाद में ही एयरपॉड्स का प्रोडक्शन होने लगेगा।
सरकार की सफलता, मिलेगी बहुत सी जॉब्स
फॉक्सकॉन को अपने हैदराबाद वाली इकाई में 400 मिलियन डॉलर्स के इन्वेस्टमेंट की अनुमति मिल गई है। देश में एयरपॉड्स के प्रोडक्शन का फैसला सरकार की बड़ी सफलता में से एक है। अब उम्मीदे है कि 2024 के आखिरी महीने तक बड़े स्तर पर कंपनी प्रोडक्शन का काम शुरू कर देगी। सरकार का यह फैसला देश में अन्य बड़ी इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों के आकर्षण का कारण बनेगा। ऐसे इस सेक्टर में बहुत सी जॉब्स भी निर्मित होने वाली है।
लोकल मार्किट की डिमांड पूरी होगी
एपल के यह एयरपॉड्स दुनियाभर के TWS (ट्रू वायरलेस स्टीरियो) मार्किट में पहले नम्बर पर है। एपल कम्पनी का ये फैसला भी विदेशो मैनुफेक्चरिंग क्षेत्र में विदेशी कंपनियों के विस्तार में अहम साबित हो सकता है। एपल कंपनी भी स्थानीय मार्किट में बढ़ रही डिमांड को भारत में ही प्रोडक्शन करके अच्छे से पूरा करने की स्थिति में आ जायेगी।
TWS एयरबड्स क्या है?
इस एयरबड्स में ट्रू वायरलेस स्टेरियो फीचर के कारण मोबाइल के ब्लूटूथ से 2 डिवाइस को जोड़ने की सुविधा रहेगी। इनमे लेफ्ट चेनेल को अलग एवं राइट चैनल को अलग से प्रयोग कर सकेंगे। TWS एयरबड्स को ट्रू वायरलेस इयरफोन भी कहा जाता है। इसके दोनों पार्ट आपस में जुड़े नहीं है और दोनों को काम में अलग-अलग लगा सकते है।
TWS एयरपॉड्स है टॉप पर
एपल कम्पनी के एयरपॉड्स वैश्विक पर TWS श्रेणी में नम्बर वन पर आते है। Canalys रिसर्च फर्म के मुताबिक, 2022 के आखिरी महीने तक TWS की केटेगरी में इनकी हिस्सेदारी 36 फ़ीसदी तक थी। इस लिस्ट में सैमसंग का 7.5 फीसदी मार्किट हिस्सेदारी, शाओमी की 4.4 फीसदी की हिस्सेदारी, बोट की 4 फ़ीसदी एवं ओप्पो की 3 फ़ीसदी हिस्सेदारी रही। शाओमी भी इसी साल नोएडा में TWS प्रोडक्शन की शुरुआत कर चुकी है।
मेड इन इण्डिया आईफोन के बाद एयरपॉड्स
एपल कंपनी ने मेड इन इण्डिया आईफोन के बाद एयरपोड लाने की तैयारी कर ली है। इस प्रकार से एपल के विश्वस्तरीय सामान भारत में बनने लगेंगे। इसी प्रकार के खबर है कि आने वाला आईफोन 15 की सीरीज भी मेड इन इण्डिया होने वाली है, किन्तु इस बात को लेकर अभी तक कोई ऑफिसियल स्टेटमेंट सामने नहीं आया है।
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भारत बनेगा मेन्युफैक्टरिंग हब
इस समय पर एयरपॉड्स ग्लोबली TWS मार्किट पर छाया हुआ है। एपल ने अब एक रणनीतिक फैसले से एक विस्तृत होते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स मेन्युफैक्टरिंग हब की तरह से भारत में पहचान मिलने की उम्मीदे जताई है। इसी प्रकार से शाओमी भी भारत में ही अपना प्लाण्ट लगाकर ऐसी ही सम्भावनाएँ तलाश रहा है।
भारत में Foxconn की स्थिति
कंपनी के अनुसार अपनी स्कीम्स को भारत में लाने के लिए उन्हें अरबो डॉलर्स के इन्वेस्टमेंट की सम्भावना दिखती है। चेयरमैन और सीईओ यंग लियू के अनुसार, कंपनी की इंडियन यूनिट ने 10 अरब डॉलर्स के वार्षिक बिज़नेस का लक्ष्य पा लिया है। कम्पनी का सालाना राजस्व 200 अरब डॉलर्स का है और ये इन्वेस्टमेंट तो बस शुरुआत ही है।
लियू के अनुसार, Foxconn वर्तमान में लगभग 9 परिसर में कार्यान्वित हो रही है जहाँ 30 से ज्यादा प्लांट मौजूद है। देश में कंपनी के बिज़नेस के भविष्य को लेकर इन्वेस्टर्स के सवाल आने का अर्थ है कि इस देश में एक प्रकार की पॉजिटिव एनर्जी है।