रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत सेना अस्पताल (आर एंड आर) ने देश का पहला स्किन बैंक स्थापित किया है। यह सशस्त्र बल चिकित्सा सेवाओं (AFMS) के भीतर स्थापित होने वाली अपनी तरह की पहली सुविधा है। इसका मुख्य उद्देश्य सेना के जवानों और उनके परिवारों को आग से हुई गंभीर जलन और त्वचा से संबंधित अन्य बीमारियों के उपचार में क्रांतिकारी बदलाव लाना है।
स्किन बैंक की विशेषताएं
- यह स्किन ग्राफ्ट के संग्रह, प्रसंस्करण, भंडारण और वितरण के लिए एक केंद्रीकृत केंद्र के रूप में काम करेगा।
- यह देश भर के सैन्य चिकित्सा केंद्रों के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन प्रदान करेगा।
- उच्च प्रशिक्षित प्लास्टिक सर्जन, टिश्यू इंजीनियर और तकनीशियनों की टीम द्वारा संचालित।
- गुणवत्ता नियंत्रण और सुरक्षा के उच्चतम मानकों का पालन करता है।
उद्घाटन समारोह
डीजीएमएस (सेना) और कर्नल कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल अरिंदम चटर्जी ने इस स्किन बैंक के शुभारंभ को सैन्य कर्मियों के स्वास्थ्य और कल्याण के प्रति अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण बताया। उन्होंने कहा कि यह सुविधा न केवल देखभाल की गुणवत्ता को बढ़ाएगा, बल्कि गंभीर चोटों से प्रभावित लोगों की सहायता करने की क्षमता को भी मजबूत करेगा।
सेना अस्पताल (आर एंड आर) के कमांडेंट का बयान
“यह स्किन बैंक हमारे रोगियों को सबसे प्रभावी और व्यक्तिगत उपचार प्रदान करने में हमारी मदद करेगा, जिससे उनके स्वास्थ्य और पुनर्वास की संभावनाओं में सुधार होगा।” – लेफ्टिनेंट जनरल अजीत नीलकांतन।
भविष्य की संभावनाएं
यह स्किन बैंक न केवल वर्तमान जरूरतों को पूरा करेगा, बल्कि भविष्य में बेहतर और उन्नत चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। यह अन्य चिकित्सा संस्थानों के लिए एक आदर्श बन सकता है और नागरिक चिकित्सा सेवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हो सकता है।
स्किन बैंक के लाभ
- जलन के इलाज में सुधार: स्किन ग्राफ्टिंग प्रक्रिया में सुधार से जलन के मरीजों की रिकवरी का समय कम होगा और संक्रमण का जोखिम भी घटेगा।
- पुनर्वास में सहायता: स्किन ग्राफ्टिंग की उपलब्धता बढ़ने से मरीजों के पुनर्वास की प्रक्रिया में भी सुधार होगा।
- अनुसंधान और विकास: चिकित्सा अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देगा, जिससे नए और उन्नत उपचार विधियों का विकास होगा।
- समर्पण और सेवा: सशस्त्र बलों के प्रति समर्पण और सेवा भावना को दर्शाता है।
सेना अस्पताल (आर एंड आर) द्वारा स्किन बैंक की स्थापना सशस्त्र बलों के सदस्यों और उनके परिवारों के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह न केवल बेहतर चिकित्सा सेवाएं प्रदान करेगा, बल्कि चिकित्सा अनुसंधान और विकास को भी बढ़ावा देगा।