Thyroid Control Tips: थायराइड की समस्या से परेशान होने पर करें लाइफस्टाइल में करें ये बदलाव, नहीं होगी दिक्कत

Thyroid Control Tips: आज के समय कई लोग में थायराइड की समस्या काफी बढ़ गई है, जिससे उन्हें कई तरह की बिमारियों का सामना करना पड़ता है। आपको बता दें थाइरोइड दो तरह का होता है एक हाइपरथायराइड और दूसरा हाइपोथायराइड। हाइपरथायरायडिस्म जिसमे थायराइड हॉर्मोन अधिक मात्रा में बनने लगता है, तो वहीं हाइपोथायरायडिस्म जिसमे थायराइड हॉर्मोन का उत्पादन कम होने लगता है, इस स्थिति में लोगों को थकान, वजन बढ़ना, ठंड लगने जैसे समस्या हो सकती है, वहीं हाइपरथायरायडिस्म में हमारे शरीर की एक ऐसी स्थिति है जिसमे थायराइड (तितली सी आकर की एक छोटी ग्रंथि) ग्रंथि थायरोक्सिन हॉर्मोन का उत्पादन आवश्यकता से अधिक करने लगती है, जिसके कारण थायराइड की समस्या हो जाती है। थायराइड होने पर शरीर का मेटाबॉलिज्म प्रभावित होता है, इससे शरीर का वजन तेजी से बढ़ने लगता है।
थायराइड बिमारी से ग्रसित्त लोग अक्सर इसे ठीक करने के लिए कई तरह की दवाइयों का सेवन करते हैं, जिसके बाद भी उन्हें बेहतर रिजल्ट नहीं मिलते, ऐसे में कई लोगों का सवाल रहता है की क्या किया जाए की थायराइड की समस्या को बढ़ने से रोका जा सके तो इसका बेहतर सोल्यूशन है अपने लाइफस्टाइल में बदलाव, अगर आप भी इस समस्या से निपटना चाहते हैं तो चलिए जानते हैं की लाइफस्टाइल में किन बदलावों से आप इस समस्या से राहत पा सकेंगे।
व्यायाम (Exercise)
थायराइड बिमारी में व्यायाम बेहद ही फायदेमंद माना जाता है, व्यायाम करने से न केवल आपका शरीर फिट रहता है बल्कि आप मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहते हैं। इससे आपके शरीर का मेटाबोलिक रेट बेहतर बना रहता है और थायराइड ग्लैंड बेहतर तरीके से काम करता है, जिससे आपके वजन को कम करने में भी काफी मदद मिलती है। इस लिए थायराइड की समस्या होने पर रोजाना व्यायाम आपके लिए बहुत जरुरी है।
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ब्रोकली या फूलगोभी जैसी सब्जियों के सेवन से बचें
थायराइड की समस्या होने पर कच्ची या अधपकी हरी पत्तेदार सब्जी जैसे ब्रोकली, फूलगोभी और पत्तागोभी आदि सब्जियों को खाने से बचना चाहिए, ये सभी सब्जियां फाइबर और अन्य पोषक तत्वों से भरी होती है, इनका सेवन शरीर में थायराइड हॉर्मोन के उत्पादन को कम कर सकती है।
ग्लूटेन फूड
हाइपोथायरायडिस्म से पीड़ित लोगों को ग्लूटेन का सेवन कम करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि ग्लूटेन जो एक प्रोटीन है, जो गेहूं, राई और अन्य अनाजों से बने प्रोसेस्ड फूड्स में पाया जाता है, अगर किसी को सीलिएक डीसीज है, तो यह ग्लूटेन छोटी आंत में समस्या उत्पन्न कर थायराइड हॉर्मोन रिप्लेस्मेंट मेडिकेशन के अवशोषण में बढ़ा उत्पन्न कर सकता है। इसलिए ग्लूटेन फूड के सेवन से बचना चाहिए।
ओमेगा-3 रिच डाइट
थायराइड की समस्या होने पर आपको ओमेगा-3 रिच डाइट का सेवन करना चाहिए। ओमेगा-3 रिच डाइट थायराइड को कंट्रोल करने में मदद करती है, इसमें सोयाबीन, अंडे, अखरोट और मछली आदि को खा सकते हैं। ओमेगा-3 डाइट से भरपूर चीजों का सेवन करते हैं, तो आपकी इम्युनिटी भी मजबूत होती है।
कैफीन का सेवन कम करें
कैफीन का सेवन थायराइड की समस्या में करना शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। ऐसे में थायराइड के सेवन से अधिक से अधिक बचना चाहिए, ऐसा इसलिए क्योंकि कैफीन शरीर में डिहाइड्रेशन को बढ़ाती है, जो शरीर के लिए हानिकारक होता है और ये आपके थायराइड ग्लैंड को बढ़ाकर दवाई के असर को भी कम करता है।