त्वचा, बालों और स्वास्थ्य के लिए मौसंबी के हैं ये 20 फायदे, आज से ही खाना शुरू करें

मौसम्बी सभी लोगों को अनेको प्रकार से लाभ देती है, मौसम्बी को दक्षिण पूर्व एशिया में सबसे अधिक पसंद किया जाता है। मौसम्बी में विटामिन A, विटामिन C, कैल्शियम, आयरन, फॉस्फोरस, पोटेशियम, मैग्नीशियम आदि पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते है।

Photo of author

Reported by Pankaj Yadav

Published on

त्वचा, बालों और स्वास्थ्य के लिए मौसंबी के हैं ये 20 फायदे, आज से ही खाना शुरू करें

मौसंबी के हैं ये 20 फायदे : दोस्तों जैसा की हम सभी जानते है, मौसम्बी एक खट्टा फल है। मौसम्बी में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व होते है, जिसकी वजह से यह किसी भी बिमारी में इस फल का उपयोग फायदेमन्द साबित होता है। मौसम्बी सभी लोगों को अनेको प्रकार से लाभ देती है, मौसम्बी को दक्षिण पूर्व एशिया में सबसे अधिक पसंद किया जाता है। मौसम्बी में विटामिन A, विटामिन C, कैल्शियम, आयरन, फॉस्फोरस, पोटेशियम, मैग्नीशियम आदि पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते है।

विटामिन सी होने की वजह से मौसम्बी स्किन, बाल और स्वास्थय के लिए फ़ायदेमंद होती है। मौसम्बी खाने से इम्युनिटी बूस्ट होती है, और अनेकों बीमारियाँ भी दूर होती है। मौसमी गोल और हरे रंग की होती है, कुछ समय पकने पर यह पीले रंग की भी हो जाती है। मौसमी 5 – 6 साल में एक बार एक पेड़ पर आती है, मौसम्बी उषणकटिबन्धीय क्षेत्रों में होते है। ऐसे क्षेत्रों की जलवायु मौसम्बी को पकाने के लिए अच्छी होती है, आज हम आपको मौसंबी के हैं, ये 20 फायदे विस्तारपूर्वक बताएंगे।

यह भी देखें >>>Benefits of Chickpeas : चने के फायदे, उपयोग और नुकसान, देखें अभी

व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp

Table of Contents

मौसंबी फल क्या है ?

मौसम्बी को मीठा निम्बू कहाँ जाता है, यह आकार में गोल और स्वाद में खट्टे, मीठे होते है। मौसम्बी की बनावट कुछ इस प्रकार से ऐसी होती है, की इनके ऊपर छिलके लगे होते है, जो हरे रंग के होते है।

मौसम्बी का छिलका गुद्देदार होता है, और भारत के अलग अलग क्षेत्रों में इसको विभिन्न नाम से भी जाना जाता है। कुछ लोगों को मौसमी का जूस पीना पसंद होता है, तो कोई मौसमी को सीधे फल की तरह खाना पसंद करता है।

मौसंबी के हैं ये 20 फायदे

1. मौसम्बी बालों के लिए फायदेमंद होती है

यदि आप अपने झगते बालों के लिए बहुत से महंगे प्रोडक्ट और दवाई का उपयोग करते है, और फिर भी आपके बाल झड़ना बंद नहीं हुए है। तो उसके लिए आपको अपने दैनिक जीवन के खान पान में मौसम्बी को शामिल करना चाहिए।

क्योंकि मौसमी में विटामिन सी होता है, जो झड़ते बालों को रोकने में मदद करता है। और बालों को जड़ से मजबूत करता है, जोकि मौसमी में हेल्थी पोषक तत्व पाएं जाते है। जब किसी व्यक्ति का पाचन तंत्र सही नहीं होता है, तो उसके शरीर और बालों की जड़ कमजोर हो जाती है, जिससे बाल झड़ना शुरू हो जाते है।

2. त्वचा के लिए मौसमी के फायदे

मौसम्बी में विटामिन सी होता है, और यह त्वचा के लिए लाभदायक होता है। मौसमी के निरंतर उपयोग से स्किन में बहुत से बदलाव देखने को मिलते है, और अंधरुनि निखार आता है। मौसमी खटास पन की वजह से खून को साफ करती है, और स्किन को निखारती है। मौसमी को डेली काटकर खाया जा सकता है, या फिर जूस के रूप में उपयोग किया जा सकता है।

3. बढ़ते मोटापे में रोकथाम

मौसमी का उपयोग वजन कम करने के लिए भी किया जा सकता है, मौसम्बी के उपयोग से पाचन तंत्र सही से काम करता है। और कोलेस्ट्रॉल को भी कण्ट्रोल करता है। मौसमी के जूस में यदि शहद मिलाया जाए तो वो वजन घटाने में मदद कर सकता है, क्योंकि मौसमी में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीफंगल, एंटीबैक्टिरियल गुण होते है।

4. मौसमी कब्ज के लिए फायदेमंद होती है

मौसमी का उपयोग कब्ज के लिए फायदेमंद है, अगर किसी व्यक्ति को कब्ज की अधिकतर दिक्कत रहती है। तो वो मौसमी को अपने दैनिक आहार में शामिल कर सकता है, और इससे उसको काफी हद तक राहत मिलती है। मौसमी में एसिड और फाइबर होता है, जो आंतो से टॉक्सिन को खत्म करता है, और राहत देता है।

5. स्कर्वी में रोकथाम

स्कर्वी रोग विटामिन सी के कारण होता है, इस रोग में खून की कमी, मसूड़े कमजोर आदि बीमारियां हो जाती है। इन सब बिमारियों को समाप्त करने के लिए खट्टे फलों में मौसंमी को भी शामिल करना चाहिए. मौसम्बी का जूस पीना चाहिए, स्कर्वी की वजह से मसूड़ों को बचाने के लिए मौसम्बी के रस में काला नमक डालकर पीना चाहिए, इससे मसूड़े काफी हद तक सही होते है।

6. अल्सर की बिमारी में रोकथाम

जब पेट में एसिड की मात्रा अधिक बढ़ जाती है, तो वह आँतों पर घाव करने लगता है। जिसकी वजह से पेप्टिक अल्सर हो जाता है, पेप्टिक अल्सर में पेट के अंदर छाले हो जाते है।

ऐसे में अल्सर से बचाव के लिए मौसमी का सेवन करना चाहिए, क्यूंकि इसमें एंटी अल्सर गुण होता है। और यह पेट में एसिड के साथ एल्काइन क्रिया करके एसिड को खत्म करता है। परन्तु अल्सर की स्थिति में सिर्फ मौसमी और खट्टे फलो के भरोसे नहीं रहना चाहिए, अल्सर स्पेशलिस्ट डॉक्टर को भी दिखा देना चाहिए।

7. आँखों की रोशनी तेज होती है –

मौसमी में मौजूद एंटी बैक्टीरियल और एंटी ऑक्सीडेंट गुण बढ़ती उम्र के साथ आँखों की रौशनी में होने वाली बीमारी को दूर करते है, और आँखों को बैक्टीरिया से बचाते है।

8. प्रतिरोधन क्षमता में सुधार

मौसमी के नियमित उपयोग से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सही होता है, और हृदय भी रक्त संचार सही तरीके से करने लगता है। जिसके बाद प्रतिरोधक क्षमता में भी सुधार आता है, क्यूंकि मौसमी में डी – लिमोनेन तत्व होता है।

9. प्रेगनेंसी के दौरान मौसमी का सेवन

जब महिला गर्भावस्था के समय उस दौर से गुजर रही होती है, तो उसको मौसमी का सेवन करना चाहिए। यह एक पौष्टिक और सुरक्षित फल माना जाता है। डॉक्टर्स के द्वारा प्रेग्नेंसी में महिला को मौसमी जूस पीने की सलाह दी जाती है। क्योंकि जूस में कैल्शियम, फोलेट, विटामिन सी आदि तत्व होते है, जो माँ और बच्चे दोनों के लिए लाभदायक होते है।

10. पीलिये ( जॉन्डिस ) के उपचार में

पीलिये रोग में शरीर हाथ, पैर आँखें सब कुछ पीला हो जाता है, यह सब शरीर में बिलीरुबिन तत्व के बढ़ने की वजह से होता है। इसलिए पीलिये के समय के डॉक्टर के द्वारा खान – पान आदि का खास ध्यान रखने को बोला जाता है। जॉन्डिस में मौसमी का जूस पीना चाहिए।

11. होंठो का कालापन दूर करने के लिए

मौसमी का रस होंठों के लिए अच्छा होता है, यह कालेपन को दूर करता है।

12. हड्डियों को मजबूत बनाता है –

मौसम्बी में विटामिन सी अधिक होता है, जो शरीर की हड्डियों की सूजन, जलन आदि को कम करती है। क्यूंकि इसमें कैल्शियम अधिक मात्रा में होता है, जो शरीर के उत्तक और कोशिकाओं को उत्तेजित करती है।

13. जी मचलने में राहत देता है –

जब हॉर्मोन्स का असंतुलन होता है, या गर्भावस्था के दौरान जी मचलता है, तो मौसमी सबसे अधिक फ़ायदेमंद हो सकती है।

14. यूटीआई में राहत

मूत्राशय में संक्रमण होना एक आम बात है, यह अधिकतर महिलाओं में देखा जाता है। यूटीआई की वजह से टॉयलेट करने में दिक्क्त का सामना करना पड़ता है, पेट के सबसे निचले हिस्से में दर्द का अनुभव होता है। इसके लिए मौसमी का उपयोग भी करना चाहिए, क्यूंकि इसमें पोटेशियम आदि तत्त्व होते है। जो यूटीआई संक्रमण को खत्म करने में प्रयास करते है।

15. अस्थमा में लाभदायक

मौसमी के जूस में जीरा, सोंठ पाउडर आदि को मिलाने से अस्थमा खासी में आराम मिलता है।

16. टॉन्सिल में राहत

मौसमी के जूस में गर्म पानी और एक चमच्च शहद मिलाकर पीने से गले में होने वाली खरास में आराम मिलता है, और टॉन्सिल भी कम होते है।

17. एसिडिटी से छुटकारा

एक गिलास मौसमी का जूस पीने से पेट की एसिडिटी और जलन कम हो जाती है।

18. गठिया में आराम

मौसमी में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट होते है, जो शरीर में से हानिकारक यूरिक एसिड और फ्री रेडिकल्स को शरीर से बाहर निकलता है।

19. कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है –

कोलेस्ट्रॉल एक पदार्थ होता है, जो शरीर के अंदर कोशिकाओं में जमा होता है। शरीर में कोलेस्ट्रॉल की जरूरत होती है, लेकिन कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने से स्वास्थ्य बिगड़ जाता है। ऐसी स्थिति में स्वास्थ्य को सही करने के लिए मौसम्बी का सेवन करना चाहिए, क्योंकि मौसमी में एंटी हाइपरलिमीडेमिक तत्व होता है जो कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।

20. डिहाइड्रेशन का उपचार करता है –

मौसमी के जूस में पानी होता है, जो शरीर से गर्मियों में पानी की कमी को पूरा करता है। और साथ ही में इसमें बहुत सारे विटामिन्स और मिनरल्स होते है, जो शरीर में पोषण प्रदान करते है। यदि गर्मियों के समय धुप की वजह से पानी की कमी महसूस होती है, तो मौसमी का जूस पीना चाहिए।

Leave a Comment

WhatsApp Subscribe Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp