Benefits of CHICKPEAS: चने के फायदे, उपयोग और नुकसान, देखें अभी

जो लोग अपने मोटापे और बढ़ते वजन से परेशान है, उनके लिए चनों का सेवन करना काफी उपयोगी साबित हो सकता है। चनों में गलाइसेमिक इंडेक्स कम होने की वजह से यह भूख को कम करता है, जो वजन घटाने में सहायक होता है।

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Reported by Sheetal

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Benefits of Chickpeas: डॉक्टर या किसी बड़े सलाहकार के द्वारा सुबह खाली पेट चने खाने की सलाह दी जाती है, और कसरत करने वाले, खिलाडियों, एथलीट आदि को भीगे हुए चने और अंकुरित चने को खाने के लिए बोला जाता है। क्योंकि चनो में बहुत से पोषक तत्व, आयरन आदि मौजूद होते है, जो शरीर के लिए लाभदायक साबित होते है। वैसे तो हर व्यक्ति अपने दैनिक जीवन में चनों का उपयोग करता है, चने भी विभिन्न प्रकार के होते है।

जैसे – काले, भूरे, हरे, सफ़ेद यह अपने रंगों की वजह से अलग अलग नामों से पुकारा जाते है, और इन सभी में अलग अलग प्रकार के पोषक तत्व होते है। जैसा की हमने बताया चने अनेको रंग के होते है, लेकिन जब बात स्वास्थ्य की आती है तो काले चनों का सेवन सबसे अधिक फ़ायदेमंद बताया जाता है।

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चना क्या होता है –

काबुली चने खाद्य सामग्री है, इसका वैज्ञानिक नाम साइसर एरीटिनम है। यह खाद्य पदार्थ फलियों में लगता है, और पूरी दुनिया में यह पाया जाता है। लेकिन भारत में सबसे अधिक मात्रा में काबुली चने की खेती की जाती है।

इन चनों में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन – बी आदि बहुत से पोषक तत्व होते है, चनों का सेवन सभी व्यक्ति कर सकते है और इसका सेवन कई प्रकार से किया जा सकता है।

चने 2 प्रकार के होते है –

  • देसी चना – देसी चने साइज में बहुत छोटे होते है,और इनका रंग गहरा भूरा होता है।
  • काबुली चने – काबुली चने हलके सफ़ेद / बादामी रंग के होते है, और यह देसी चनों की तुलना में बड़े होते है।

Benefits of Chickpeas : चने के फायदे

1. चने का उपयोग वजन कम करने में होता है –

जो लोग अपने मोटापे और बढ़ते वजन से परेशान है, उनके लिए चनों का सेवन करना काफी उपयोगी साबित हो सकता है। चनों में गलाइसेमिक इंडेक्स कम होने की वजह से यह भूख को कम करता है, जो वजन घटाने में सहायक होता है।

चनों में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, फाइबर आदि होता है, और यदि देसी चने बिना छिलके उतारे खाएंगे तो यह लम्बे समय तक व्यक्ति को भूख नहीं लगने देता है। वजन कम करने के लिए सूखे या फिर रात भर भिगोये चने खाना लाभदायक होता है।

2. ब्लड शुगर को नियंत्रित रखता है –

चने के सेवन से ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है, क्योंकि चना शरीर के भीतर ब्लड शुगर को कम करने का काम करता है। यदि किसी व्यक्ति को शुगर होता है, तो उसको अत्यधिक मात्रा में भूख लगती है, जिसको कण्ट्रोल करने के लिए चने का सेवन करना चाहिए और चनों में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, फाइबर आदि होता है, जो रक्त संचरा नियंत्रित रखता है।

3. पाचन तंत्र को मजबूत बनता है –

काबुली चना पाचन तंत्र के लिए बहुत फ़ायदेमंद होता है, क्यूंकि इसमें उचित मात्रा में फाइबर और प्रोटीन होता है। जो पेट की अनेको समस्या जैसे – गैस, कब्ज, मल ना आना, या सख्त मल आदि की समस्या में सुधार करता है, और पाचन के तंत्र को मजबूत बनाता है तथा पाचन तंत्र को मजबूत बनाने के लिए भीगे हुए अंकुरित चने खाने चाहिए, यह चने सुबह खाली पेट में खाने चाहिए।

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4. हृदय रोग मुक्त और कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित

जिन व्यक्तियों को हृदय संबंधी रोग है, उनको चने का सेवन करना चाहिए। क्यूंकि चना टोटल कोलेस्ट्रॉल और ख़राब कोलेस्ट्रॉल में सुधार करता है। चने में उच्च मात्रा में फाइबर, प्रोटीन, विटामिन बी होने की वजह से वो बुरे कोलेस्ट्रॉल पर सकारात्मक प्रभाव डालता है जो हृदय संबंधी रोग के जोखिम को भी कम करता है, इसलिए डॉक्टर्स के द्वारा भी हृदय की बिमारी से ग्रस्त लोगों को चने खाने के लिए बोला जाता है।

5. हड्डियों को मजबूत बनाता है –

यदि किसी व्यक्ति के हड्डियां कमजोर है, तो उसके लिए भी चने काफी लाभदायक है। क्यूंकि जिन लोगों की एस्ट्रोजन की वजह से हड्डियाँ कमजोर हो गयी है, उनको अंकुरित चने खाने चाहिए।

अंकुरित चनों में आइसोफ्लेवोंस होता है, जो एस्ट्रोजन गतिविधि को शरीर में मजबूत करता है। इसके अलावा चनों में कैल्शियम भी भरपूर मात्रा में होता है, जोकि हड्डियों के लिए सबसे आवश्यक तत्व कैल्शियम होता है।

6. खून की पूर्ति

चने में बहुत से गुण होने की वजह से दैनिक जीवन में इसका उपयोग बहुत ही अच्छा बताया गया है। जब किसी व्यक्ति के शरीर में एनीमिया रोग हो जाता है, तो उसका खून खत्म हो जाता है

चने में आयरन होता है, जो शरीर में खून की कमी को पूरा करने में सहायक होता है। गुड़ और चना खाने से शरीर में होने वाली खून की कमी को सही किया जा सकता है, यह घरेलु और पारम्परिक उपचार है।

7. पोषक तत्वों से भरपूर

चने में आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, मैंगनीज, विटामिन – ए, विटामिन – बी आदि अनेको तत्व मौजूद होते है। जैसे की आयरन खून की कमी एनीमिया को खत्म कर सकता है, कैल्शियम हड्डियों का विकास सही ढंग से करने में मदद कर सकता है और विटामिन – ए त्वचा एवं आँखों को स्वस्थ बनाने में सहयोग करता है, इसके साथ में प्रजनन की क्षमता में भी सुधार करता है।

इन सबके अलावा भी चने के बहुत से उपयोग है, जैसे –

  • बाल झड़ने की समस्या से निजात दिलवाता है।
  • झुरिये और एंजिंग के इलाज में
  • दिमाग को मजबूत बनाने के लिए
  • चने प्रोटीन का एक अच्छा स्त्रोत है।
  • दर्द व सूजन से राहत
  • महिलाओं के हॉर्मोन्स को बैलेंस करता है।
  • गर्भावस्था के दौरान उपयोगी
  • आँखों के लिए

चने का उपयोग

  • चनो को सुबह खाली पेट भिगो कर खाया जा सकता है।
  • चने को भूनकर खा सकते है।
  • चनो को एक सब्जी के रूप में उपयोग किया जा सकता है।
  • भीगे चने को उबालकर टमाटर प्याज को उसमे काटकर थोड़ा सा निम्बू मिलाने के बाद काला नमक डालकर खा सकते है।
  • रात भर भीगे चनों में नमक डालकर दिन भर में थोड़े थोड़े करके खाया जा सकता है।
  • चनों को उबालकर पराठा भी बनाया जा सकता है।

चनों के नुकसान

  • चनो के अधिक उपयोग से पेट में ऐठन, गैस आदि समस्या हो सकती है।
  • कुछ लोगों को चने के उपयोग से नाक बंद होने प्रॉब्लम हो सकती है।
  • चने में फाइटिक एसिड, लेक्टिन, ओलिगोस, राइडर्स, आदि कंपाउंड होने की वजह से शरीर के भीतर पोषक तत्वों के कार्य में बाधा बनते है।
  • चनों के अधिक उपयोग से पैरों में सूजन, कमजोरी की समस्या भी आ सकती है।
  • चनो के उपयोग से फायदे और नुकसान दोनों होतें है।

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