नई सरकार के गठन के साथ, श्रम और रोजगार मंत्री का पद श्री मनसुख मांडवीया को सौंपा गया। उनकी नियुक्ति के बाद, EPFO (कर्मचारी भविष्य निधि संगठन) में महत्वपूर्ण सुधारों की दिशा में कदम उठाए जाने की उम्मीदें जगी हैं। इन्हीं सुधारों के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें श्रम और रोजगार मंत्रालय की सचिव सुश्री सुमिता डावरा ने अध्यक्षता की।
EPFO सुधार समीक्षा बैठक
13 जून को आयोजित इस समीक्षा बैठक में EPFO के वर्तमान सुधारों पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त (CPFC) श्रीमती नीलम शमी राव, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय और EPFO के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
EPFO के सुधारों की सराहना और नए कदम
सुश्री सुमिता डावरा ने EPFO द्वारा हाल ही में उठाए गए सुधारात्मक कदमों की प्रशंसा की। विशेष रूप से, दावों के निपटान को स्वचालित करने और शीघ्र भुगतान के लिए समय-सीमा कम करने के प्रयासों को सराहा गया। EPFO ने बीमारी, शिक्षा, विवाह और आवास के अग्रिम दावों के लिए 1 लाख रुपये तक के दावों के स्वतः निपटान की व्यवस्था कार्यान्वित की है। इस पहल के तहत, EPFO ने बताया कि लगभग 25 लाख रुपये के अग्रिम दावों का स्वतः निपटान किया गया है। इसके अलावा, 50% से अधिक बीमारी के दावों का भी तीन दिनों के भीतर निपटान हो रहा है।
KYC और बैंक खाता जांच की सरलता
EPFO ने KYC प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए भी कई सुधार किए हैं। अब सदस्यों के आधार से जुड़े खातों के लिए बैंक खाते में अपलोड की गई चेक बुक/पासबुक की जांच प्रक्रिया को सरल बना दिया गया है। इसके परिणामस्वरूप, पिछले एक महीने में लगभग 13 लाख दावों की जांच की आवश्यकता समाप्त हो गई है।
अधूरे और अयोग्य मामलों के निपटान की सरल प्रक्रिया
EPFO ने अधूरे मामलों की वापसी और अयोग्य मामलों की अस्वीकृति की प्रक्रिया को भी सरल और तर्कसंगत बना दिया है। यह सुधार इस तरह से किया गया है कि सदस्य आसानी से समझ सकें कि उनके दावे में क्या समस्या थी और उसे कैसे हल किया जा सकता है।
स्वत: हस्तांतरण की वृद्धि
EPFO में स्वत: हस्तांतरण की संख्या में भी महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है। अप्रैल 2024 में कुल दावों की संख्या 2 लाख से बढ़कर मई 2024 में 6 लाख हो गई है। इससे स्वत: हस्तांतरण की संख्या में तीन गुना वृद्धि दर्ज की गई है। सुश्री डावरा ने EPFO को इस प्रकार के सक्रिय उपाय जारी रखने और प्रणालीगत सुधारों को आगे बढ़ाने की सलाह दी।
स्वचालन की प्रक्रिया
EPFO ने UAN आधारित एकल लेखा प्रणाली के साथ अपने आवेदन सॉफ्टवेयर में सुधार करने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। यह सुधार सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कम्प्यूटिंग (सीडीएसी) के परामर्श से किया जा रहा है। इसका उद्देश्य दावों के तेजी से निपटान के लिए स्वचालन प्रक्रिया को लागू करना है, जिससे मानव हस्तक्षेप की आवश्यकता न्यूनतम हो जाएगी।
सामाजिक सुरक्षा और व्यवसाय की सुगमता
समीक्षा बैठक में सामाजिक सुरक्षा विस्तार और व्यवसाय की सुगमता के लिए नई पहलों की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया। इसके साथ ही, मुकदमेबाजी प्रबंधन और लेखा परीक्षा में परिचालन सुधारों पर भी चर्चा की गई। सुश्री डावरा ने अधिकारियों से एक प्रभावी सामाजिक सुरक्षा प्रणाली के लिए करीबी तालमेल के साथ काम करने का आग्रह किया।
यह बैठक EPFO में सुधारों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई है। श्रम और रोजगार मंत्रालय के प्रयासों के चलते कर्मचारियों और पेंशनधारकों को बेहतर सेवाएं और सुविधाएं प्राप्त होंगी। इन सुधारों से EPFO की कार्यक्षमता में वृद्धि होगी और कर्मचारी लाभों का शीघ्र निपटान सुनिश्चित होगा, जिससे वे अपनी आर्थिक जरूरतों को आसानी से पूरा कर सकेंगे।