चीन की वुहान प्रयोगशाला की शी झेंगली ने कोरोना को लेकर नयी चेतावनी दी है कि विश्व में एक बार फिर से कोरोना जैसी ही महामारी की लहार आ जाएगी। उनकी (Shi Zhengli) राय है कि इस महामारी को लेकर अभी से तैयारी करने की जरुरत है। वे ये दावा अपनी विशेषज्ञता से कर रही है।
झेगली के मुताबिक़ कोरोना वायरस पूर्व में साल 2003 की सार्स और कोरोना जैसी घातक महामारी की वजह रहा है। इस चीनी प्रयोगशाला की प्रमुख वायरोलॉजिस्ट ने कोरोना के से जुडी अपनी चेतावनी दे रही है। चीन में झेंगली को ‘बैठवुमन’ भी कहते है।
चीनी प्रयोगशाला वुहान से सम्बन्ध रखने वाली झेंगली के अनुसार विश्वभर में फिर से कोरोना की लहार का हमला होने वाला है और ये पहली लहर काफी घातक सिद्ध होगा। इस बार की लहर के लिए अभी से तैयारी शुरू करने की जरूरत है। उन्होंने पशुओं से मानवो में आने वाले वायरस विशेषकर चमगादड़ो से मानवो में आने को लेकर खास शोध की है।
शोध अध्ययन से क्या पता चला है?
शी अपने शोध से ये निष्कर्ष निकलती है कि हमको इस बात को लेकर पूर्णतया तैयार रखा चाहिए कि आने वाले समय में कोरोना के ही जैसी एक और घातक महामारी आ सकती है। झेंगली और उनकी पूरी टीम ने 40 वर्ग पर ये रिसर्च की है जिसके अंतर्गत उन्होंने 40 प्रकार की कोरोना प्रजातियों पर अध्ययन किया है।
उन्होंने अपनी रिसर्च में जाना कि इनकी आधी प्रजाति बहुत अधिक घातक है और उनमे से 6 पूर्वं में ही मानवो में रोग पैदा कर चुकी है और 3 ने जानवरो में रोग पैदा किये है। उन्होंने ये बात अपने बहुत से विश्लेषण के आधार पर कही है। इस शोध में आबादी, अनुवांशिक भिन्नता एवं जूनोटिक ट्रांसमिशन हिस्ट्री एवं पशुओ से मानवो में प्रसारित होने वाले रोग) सम्मिलित है।
5 मिलियन लोगो की मृत्यु का खतरा
यूके के स्वास्थ्यकर्मी एक नयी प्रकार की महामारी की तैयारी कर रहे है जिकको ‘डिजीज एक्स’ कहते है। वे कहते है कि इस नए वायरस से 1918-20 वाली स्पेनिश फ्ल्यू के जैसी बीमारी फैलने वाली है। खबरों के अनुसार दुनिया के बहुत से स्वास्थ्य जानकार इस नए एक्स वायरस को लेकर चेतावनी जारी कर चुके है। इसकी वजह है कि ये वायरस पुराने वायरस से 20 गुना ज्यादा जाने ले सकता है।
यूके की वैक्सीन टास्कफोर्स के अध्यक्ष डेम केट बिंघम (Kate Bingham) ने सावधान किया है कि आने वाली महामारी (डिजीज एक्स) से न्यूनतम 5 करोड़ लोगो की मृत्यु होने के अनुमान है। वे जोर देते हुए कहते है कि विश्व काफी भाग्यवान था कि कोरोना की लहर ज्यादा नुकसानदायक सिद्ध न हुई। वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन ने भी डिजीज एक्स को नयी महामारी का कहा है।
25 वायरस परिवारों की देखरेख होगी
डेम केट बिंघम के अनुसार हमारे विज्ञानी 25 वायरस परिवारों की जाँच करने में संलग्न है और इनमे हर एक के अंतर्गत हजारो व्यक्तिगत वायरस भी सम्मिलित है। इन सभी में से कोई भी घातक महामारी का रूप ले सकता है। ये निगरानी उन वायरसों को ध्यान में नहीं रख रही है जोकि पशुओं से मानवो में आने की क्षमता रखते है।
ब्रिटेन के विज्ञानिको ने अनजान वायरस डिजीज एक्स के लिए टिके को विकसित करने के काम की शुरुआत कर दी है। विल्डशायर ने हाई सुरक्षा के पोर्टन डाउन लैब में हुए शोध के लिए 200 से ज्यादा विज्ञानियों को सम्मिलित किया है।
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अमेरिकी नेता झेंगली पर शक करते है
लेकिन अमरीका के नेताओं ने झेंगली की इस रिसर्च पर सवाल उठाए है। इनमे से कुछ नेताओं को शक है कि कोरोना महामारी का वायरस वुहान इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी से लीक हुआ था और इसी लैब में वे कार्य भी करती है।