मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में बिहार राज्य कैबिनेट की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को बड़ी राहत देते हुए महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी और नोशनल वेतन वृद्धि के फैसले किए गए हैं। इन निर्णयों से न केवल मौजूदा कर्मचारियों बल्कि पेंशनभोगियों को भी लाभ मिलेगा।
महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी
महंगाई भत्ता (DA), सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के वेतन में शामिल एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो महंगाई के बढ़ते प्रभाव को कम करने में मदद करता है। इस बैठक में, छठे वेतन आयोग के तहत आने वाले कर्मचारियों और पेंशनभोगियों का महंगाई भत्ता 230% से बढ़ाकर 239% कर दिया गया है। इसी प्रकार, पांचवें वेतन आयोग के तहत आने वाले कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 427% से बढ़ाकर 443% कर दिया गया है।
वेतन आयोग | वर्तमान दर | नई दर (01.01.2024 से) |
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छठा वेतन आयोग | 230% | 239% |
पांचवां वेतन आयोग | 427% | 443% |
इंक्रीमेंट का तोहफा: 30 जून और 31 दिसंबर के रिटायरकर्मियों के लिए
इस बैठक में एक और महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है जिसमें 30 जून और 31 दिसंबर को रिटायर होने वाले कर्मचारियों को 1 जुलाई और 1 जनवरी का इंक्रीमेंट दिया जाएगा। अब तक इन कर्मचारियों को यह लाभ नहीं मिलता था, लेकिन कोर्ट के आदेशों को ध्यान में रखते हुए, राज्य सरकार ने इस निर्णय पर मुहर लगा दी है। इससे महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, और उत्तर प्रदेश के बाद बिहार चौथा राज्य बन गया है जो इस लाभ को अपने कर्मचारियों को प्रदान करेगा।
महंगाई भत्ता वृद्धि के आंकड़े
महंगाई भत्ते में हुई इस बढ़ोतरी का कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के जीवन पर सीधा असर पड़ेगा। इससे उनके वेतन में वृद्धि होगी और महंगाई के प्रभाव से कुछ राहत मिलेगी। आइए देखें कि यह कैसे काम करेगा:
छठे वेतन आयोग
- वर्तमान महंगाई भत्ता: 230%
- नया महंगाई भत्ता: 239%
पांचवे वेतन आयोग
- वर्तमान महंगाई भत्ता: 427%
- नया महंगाई भत्ता: 443%
केंद्र सरकार के लिए संदेश
नीतीश कुमार ने इस बैठक में यह भी कहा कि जब राज्य सरकारें यह निर्णय ले सकती हैं तो केंद्र सरकार को भी अपने कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए ऐसा ही कदम उठाना चाहिए। इससे न केवल कर्मचारियों को राहत मिलेगी बल्कि उनकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा।
सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को सलाह दी जाती है कि वे इस निर्णय का पूरा लाभ उठाने के लिए अपने वेतन विवरण और पेंशन स्टेटमेंट को ध्यानपूर्वक चेक करें। यदि किसी को इन बढ़ोतरी और इंक्रीमेंट के बारे में कोई संदेह हो, तो वे अपने संबंधित विभाग से संपर्क कर सकते हैं।