7th Pay Commission: सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी जारी की है, बता दें केंद्रीय कर्मचारियों के लिए हर साल में दो बार महंगाई भत्ते में इजाफा होता है। सरकार ने हाल ही में कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में इजाफा किया है और जनवरी में एक बार फिर से सरकार महंगाई भत्ते में इजाफा करेगी। देशभर में फैली महंगाई के बीच में सरकारी कर्मचारियों की सैलरी में बंपर इजाफा हो रहा है, इस समय केंद्रीय कर्मचारियों को 38 फीसदी की महंगाई भत्ता मिल रहा है। इस समय बढ़ती महंगाई के बीच में कर्मचारियों के भत्ते में अच्छा इजाफा होना तय है। कर्मचारियों के लिए डीए आने वाले वक्त में सैलरी में बढ़ोतरी लेकर आ सकता है।
जनवरी में 42 फीसदी होगा महंगाई भत्ता
आपको बता दें केंद्रीय कर्मचारी को जुलाई 2022 से 38 फीसदी महंगाई भत्ता मिल रहा है और माना जा रहा है की जनवरी 2023 में भी 4 फीसदी का इजाफा होगा, जिसके बाद कर्मचारियों की सैलरी बंपर इजाफा होगा। इस बढ़ोतरी के बाद कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़कर 42 फीसदी हो जाएगा, जिसका फायदा लाखों कर्मचारियों को मिलेगा।
![7th Pay Commission There will be 50 percent dearness allowance for central employees, there will be a bumper increase in salary on this day](https://hindisamachar.in/wp-content/uploads/2022/11/7th-Pay-Commission-There-will-be-50-percent-dearness-allowance-for-central-employees-there-will-be-a-bumper-increase-in-salary-on-this-day-1024x535.jpg)
जाने 50 फीसदी पहुँचने पर शून्य होगा डीए
महंगाई भत्ते को लेकर नियम है की सरकार ने साल 2016 में जब 7 वां वेतन आयोग लागू किया तो उस वक्त महंगाई भत्ते को शून्य कर दिया गया था। नियमों के मुताबिक, महंगाई भत्ता जैसे ही 50 फीसदी तक पहुँचेगा। इसे शून्य कर दिया जाएगा और 50 फीसदी के आसार जो पैसा भत्ते के रूप में कर्मचारियों को मिल रहा है, उसे बेसिक सैलरी यानी न्यूनतम सैलरी में जोड़ दिया जाएगा। बता दें अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 18000 रूपये है तो उसे 50 फीसदी महंगाई भत्ता 9000 रुपये मिलेगा, लेकिन 50 फीसदी डीए होने पर इसे बेसिक सैलरी में जोड़कर फिर से महंगाई भत्ता शून्य कर दिया जाएगा।
डीए कब किया जाता है शून्य
बता दें जब भी नया वेतनमान लागू किया जाता है, कर्मचारियों को मिलने वाले महंगाई भत्ते का मूल वेतन में जोड़ दिया जाता है। साल 2016 में ऐसा किया गया उससे पहले साल 2006 में जब छठा वेतनमान आया तो उस समय पांचवे वेतनमान में दिसंबर तक 1.87 प्रतिशत डीए मिल रहा था, पूरा डीए मूल वेतन में मर्ज दिया गया था। इसलिए छटे वेतनमान का गुणांक 1.87 था। तब नया वेतन बैंड और नया ग्रेड वेतन भी बनाया गया था, लेकिन इस देने में तीन साल लगे थे।