UP Railway: पूर्वोत्तर रेलवे नेटवर्क के लिए एक नई सुबह का आगाज हो चुका है। अमृत भारत योजना के अंतर्गत, पूर्वोत्तर रेलवे के सभी 58 स्टेशन अब सौर ऊर्जा की चमक से रोशन होने वाले हैं। इस पहल को रेलवे बोर्ड से मंजूरी प्राप्त हो चुकी है, जो ऊर्जा संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस योजना के तहत, पूर्वोत्तर रेलवे के तीनों मंडलों के प्रमुख स्टेशनों पर सौर पैनल स्थापित किए जाएंगे। इससे हर महीने लगभग एक लाख यूनिट बिजली की बचत होने की उम्मीद है, जिससे ऊर्जा संरक्षण के साथ-साथ आर्थिक बचत भी होगी। रेलवे बोर्ड की मंजूरी मिलने के बाद, पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने पैनल लगाने की योजना पर तत्परता से काम शुरू कर दिया है।
यह पहल न केवल पर्यावरण के अनुकूल है, बल्कि यह पूर्वोत्तर रेलवे के लिए एक आर्थिक रूप से स्थायी मॉडल भी साबित होगी। सौर ऊर्जा की ओर यह कदम नवीनतम तकनीकी और हरित ऊर्जा समाधानों को अपनाने की दिशा में एक बड़ा उदाहरण है।
58 रेलवे स्टेशनों को किया जाएगा विकसित
रेलवे स्टेशनों को एक नए और आधुनिक रूप में ढालने की दिशा में अमृत भारत स्टेशन योजना एक महत्वपूर्ण पहल है। इस योजना के अंतर्गत, रेलवे स्टेशनों को एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित करने की दिशा में कदम बढ़ाया जा रहा है। इस पहल के तहत, स्टेशनों का कायाकल्प किया जाएगा, जिसमें उनके आकर्षण और स्थानीय पहचान को महत्व दिया जाएगा।
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार, इस योजना के अंतर्गत 58 रेलवे स्टेशनों को विकसित किया जा रहा है, जिनमें से प्रत्येक सौर ऊर्जा से जगमगाने वाला है। इस परियोजना में हरियाली और पर्यावरण के प्रति सजगता को भी महत्व दिया जा रहा है।
इन स्टेशनों का होगा विकास
विशेष रूप से, वाराणसी मंडल के अंतर्गत: बनारस, वाराणसी सिटी, मऊ, सीवान, बलिया, देवरिया सदर, आजमगढ़, बेल्थरा रोड, कप्तानगंज, भटनी, मैरवा, सुरेमनपुर, गाजीपुर सिटी, थावे और सलेमपुर जैसे स्टेशनों का विकास शामिल है।
भारतीय रेलवे के इज्जतनगर और लखनऊ मंडलों में एक नई पहल के रूप में सौर ऊर्जा का समावेश हो रहा है। इस क्रांतिकारी बदलाव के तहत इज्जतनगर मंडल के विभिन्न स्टेशन जैसे फर्रुखाबाद, कासगंज, बरेली सिटी, और टनकपुर साथ ही लखनऊ मंडल के विभिन्न स्टेशन जैसे बस्ती, खलीलाबाद, अयोध्या कैंट, और डालीगंज सहित अन्य, सौर ऊर्जा पर आधारित सुविधाओं से सज्जित हो रहे हैं।
यूटीएस और ऊर्जा से संचालित होंगे खलीलाबाद स्टेशन
खलीलाबाद स्टेशन पर विशेष रूप से जनरल टिकट काउंटर (यूटीएस) सौर ऊर्जा से ही संचालित हो रहे हैं, जो ऊर्जा संरक्षण की दिशा में एक उत्कृष्ट कदम है। इसके अलावा, रेलवे सुरक्षा बल के रजही कैंप में 20-20 वाट की 14 स्ट्रीट लाइटें भी लगाई गई हैं, जो सौर ऊर्जा से संचालित हैं। इज्जतनगर मंडल की न्यू मॉडल कॉलोनी भी इसी तरह के ऊर्जा समाधानों से जगमगा रही है।
लखनऊ मंडल में, 100 से अधिक मानव सहित समपार फाटकों पर सोलर लालटेन की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, जो रात्रि के समय सुरक्षा और प्रकाश की दिशा में एक अहम भूमिका निभा रही है। यह पर्यावरण के प्रति सजग और ऊर्जा कुशल तकनीक की ओर एक सकारात्मक कदम है, जो न केवल ऊर्जा बचत में मदद कर रहा है बल्कि रेलवे स्टेशनों को एक नई और सुंदर पहचान भी प्रदान कर रहा है।