मात्र 3 लाख रूपए से शुरू हुआ चाय सुट्टा बार स्टार्टअप का टर्नओवर आज 150 करोड़ रूपए है। आपने भी चाय सुट्टा बार का नाम जरूर सुना होगा। जिस उम्र में युवा वर्ग के लोग मौज मस्ती करते है उस उम्र में दो दोस्तों ने मिलकर चाय सुट्टा बार खोला जिस नाम से आज आप सभी लोग भली भांति परिचित है। आज हम आपको बतयएंगे कैसे मौज मस्ती में कैसे शुरू हुआ Chai Sutta Bar और कैसे बना ये 150 करोड़ का बिज़नेस
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मौज-मस्ती में शुरू किया ‘चाय सुट्टा बार’, केवल ₹3 लाख से बना दिया ₹150 करोड़ का बिजनेस
चाय सुट्टा बार की शुरुआत 2016 में अनुभव दुबे और आनंद नायक द्वारा की गयी थी। उस समय ये दोनों दोस्त महज 22-23 वर्ष के थे। दोनों की मुलकात इंदौर के स्कूल में हुई थी जब दोनों 11th-12th में थे। दोनों ने तभी अपने बिज़नेस का विचार बना लिया था। फिर दोनों ने अपनी ग्रेजुएशन की जिसके बाद अनुभव यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली चले गए और आनंद नायक ने 2012 में मेंस वियर का बिज़नेस स्टार्ट किया जिसको उन्होंने 4 साल तक रन किया और कुछ नया करने का सोचा और अपने मित्र अनिभव को अपने पास बुला लिया जिसके बाद दोनों ने विचार-विमर्श करके चाय सुट्टा बार नाम से एक स्टार्टअप किया। और आज उस 3 लाख रूपए के स्टार्टअप का टर्नओवर 150 करोड़ रूपए से भी
कैसे पड़ा Chai Sutta Bar नाम
लोगो के मन में अधिकतर ये सवाल पैदा होता है कि इसने नाम चाय सुट्टा बार है जिसमे चाय तो लेकिन सुट्टा नहीं है। अनुभव दुबे और आनंद नायक ने यह नाम इसलिए रखा ताकि लोगो यह यूनिक नाम सुनकर इसके बारे में अधिक जानने की इच्छा पैदा हो और वे कम से कम एक बार यहाँ जरूर आये। यह इस नाम एक मैसेज भी देना चाहते थे कि आज का यूथ हर्बल चीजे पिए और सिगरेट जैसी हवाबाजी दे दूर रहे।
यह बनी दुनिया में सबसे अधिक कुल्लड़ चाय बेचने वाली कंपनी
चाय सुट्टा बार ने एक यूनिक कांसेप्ट के साथ चाय बेचने की शुरुआत की थी। यहाँ पर चाय कुल्हड़ में मिलती थी। वर्तमान समय में ये कंपनी रोजाना 5 लाख कुल्हड़ चाय की सेल करती है। इस समय यह स्टार्टअप दुनिया में सबसे अधिक कुल्हड़ चाय बेचने वाली कम्पनी है। कुल्हाड में चाय बेचने के पीछे इनका एक विज़न था कि जो भी चाय पियेंगे वो हमारे देश की मिटटी को चूमेगा। भारत में ही नहीं इनके आउटलेट्स विदेश में भी स्थित है। इनके आउटलेट्स की संख्या 500 से अधिक हो चुकी है।