Super Blue Moon: खगोलशास्त्री इस हफ्ते एक खास घटना के लिए तैयारी कर रहा थे और वो दिन आज आ चुका है। दरअसल आज की रात आसमान में विशिष्ट ब्लू मून दिखने वाला है। खास बात यह है कि आज की रात एक सामान्य व्यक्ति भी आसमान के इस अद्भुत ब्लू चाँद का नजारा कर सकता है।
नासा स्पेस एजेंसी के मुताबिक, ये पूरा चाँद अगस्त महीने का दूसरा पूरा चाँद होगा और 1946 में स्काई एन्ड टेलिस्कोप मैगजीन में दी गई नयी वाली परिभाषा के हिसाब से ‘ब्लू मून’ कहला सकता है। इसी अगस्त के पहले हफ्ते के पहले ही दिन में पहला Super Moon हो चुका है। अब दूसरा बिगमून 30 अगस्त में हो रहा है और चन्द्रमा और धरती के बीच की दूरी 3,57,244 किमी होगी।
ब्ल्यू मून क्या होता है?
नासा की धारणा के मुताबिक़, इस तरह की घटना तभी होती है जब चन्द्रमा की कक्षा धरती के सर्वाधिक पास होती है। खगोल शास्त्र के मुताबिक, चन्द्रमा हमारी पृथ्वी का उपग्रह होने के कारण परिक्रम करता रहता है और इस दौरान उसकी पृथ्वी से दूरी भी कम और ज्यादा होती ही रहती है। ऐसे ही जब पूर्णिमा की रात्रि हो और चाँद की पृथ्वी से दूरी काफी कम हो तो उसको ‘सुपरमून’ कहते है। आज के दिन चन्द्रमा 14 फ़ीसदी अधिक बड़ा और 30 फ़ीसदी ज्यादा चमकीला दिखता है।
इस बार 30 अगस्त को खास बात ये है कि आज रात सुपरमून और ब्लूमून की घटना एक साथ हो रही है। इस अगस्त महीने में एक सुपरमून की घटना हो चुकी और एक और होने वाली है। आमतौर पर एक वर्ष में 12 बार फूलमून की घटना होती है और कभी कभार इससे ज्यादा भी हो सकती है। नासा के अनुसार अगला ब्लू सुपरमून 2037 में दिखेगा।
30 अगस्त में सुपरमून देखने का समय
सुपरब्लू मून को शाम के समय सूरज के अस्त होने के बाद से ही देख सकेंगे। यानी इस खास भौगोलिक घटना के लिए ज्यादा देर रात्रि तक इंतज़ार करने की जरुरत नहीं है। अनुमान के मुताबिक 30 अगस्त की रात्रि में 8:36 बजे के करीब ही आकाश में सर्वाधिक चमकदार चन्द्रमा दिखेगा। खास बात ध्यान रखे कि इस प्रकार के सुपर ब्लूमून 10 वर्षों के समय में केवल एक बार ही दिखते है। कुछ समय तो ये लेवल 20 सालों में एक बार ही देखने को मिलते है।
कहाँ-कहाँ दिखेगा सुपर ब्लूमून
भारत में रात्रि 8.37 बजे से सुपर ब्लूमून दिखने वाला है। वही यूरोप में ये घटना भारत के समय से थोड़ी देर बाद ही दिखेगी। लंदन में इस घटना ओके रात्रि 8.08 बजे देखने के अनुमान है और न्यूयॉर्क में शाम 7.45 बजे से सुपर ब्लूमून दिखने लगेगा। जिन क्षेत्रों में आकाश साफ़ सुथरा होगा अद्भुत Super Blue Moon आसानी से देखा जायेगा।
ज्योतिष विद्वानों के मत
दूसरी ओर इस घटना को लेकर ज्योतिषाचार्यों का मत है कि चन्द्रमा की इन कलाओं का चक्र औसतन पूरे माह ही चलता है और इसी वजह से एक वर्ष में हमें 12 पूर्णिमा मिल जाती है। यह देखा गया है कि चन्द्रमा के इस एक चरण को पूर्ण होने में सही से 29.5 दिनों का समय लग जाता है। इस तरह से 12 चंद्र चक्रो को पूर्ण करने में सिर्फ 354 दिनों का समय लगेगा। इस प्रकार से हर 2.5 वर्ष में 1 साल के अन्दर 13वीं पूर्णिमा को ही ‘ब्लूमून’ कहते है।
सुपर ब्लूमून देखने का तरीका
जो भी लोग आज सुपर ब्लूमून देखने की इच्छा रखते है वो सूर्य के अस्त होने के बाद नंगी आँखों से अथवा दूरबीन एवं टेलिस्कोप की मदद से इस सुपर ब्लूमून की घटना को देख सकते है।