चीन ने ताइवान पर अपना कब्ज़ा करने की योजना को साझा किया है। इस योजना को चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने पोस्ट किया है चूँकि इस समय ताइवान (Taiwan) में इलेक्शन को लेकर तैयारियाँ चल रही है। आने वाले साल के पहले माह में ही ताइवान में प्रेजिडेंट के लिए वोटिंग होनी है।
मंगलवार के दिन चीन की तरफ से तटीय राज्य फुनियान एवं ताइवान को एक करने का एक प्लान शेयर किया गया। चीन की इस योजना में सैन्य शक्ति के प्रदर्शन एवं युद्धपोतों को लगाने के साथ ताइवान के साथ सहयोग के फायदों की भी चर्चा हुई है। चीनी मिडिया ने भी बी योजना को ताइवान के भविष्य के विकास का ब्लूप्रिंट बताया है।
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति एवं राज्य परिषद ने इस योजना के ब्लूप्रिंट को एक साथ आकर शेयर करके फुजियान (fujian) को ताइवान से जोड़कर विकास करने का भी वादा किया है। पार्टी के अनुसार, वे ताइवान के नागरिको को फुजियान में पहला घर बनाने में पूरी रिहायत देने वाला है।
युद्धपोतों से घेरकर सैन्य शक्ति प्रदर्शन
चीन की तरफ से ताइवान पर सैनिक दबाव बनाने की कोशिश शुरू हुई है। साथ ही चीनी युद्धपोतों ने ताइवान को घेरते हुए अपनी सैन्य शक्ति को भी दर्शाया है। विदेश की मिडिया के मुताबिक़, चीन ने इस योजना से अपनी सैन्य शक्ति को ही दर्शाया है। ताइवान 24 मिलियन आबादी वाला लोकतान्त्रिक देश है जिस पर चीन अपना दावा पेश करता आ रहा है।
ताइवान ने चीन के प्लान को ख़ारिज किया
दूसरी ओर ताइवान ने इस चीनी योजना को अस्वीकृति दी है। बुधवार को ही ताइवान की सत्ताधारी डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी के सांसद वांग टिंग-यूं ने कहा – चीन की ये एकीकरण वाली पॉलिसी एकदम हास्यास्पद है। ताइवान के दूसरे नेता भी इस चीनी प्लान की निंदा करके ख़ारिज कर रहे है।
चीन पहले से ताइवान को धमका रहा है
चीन की तरफ से काफी समय से ताइवान को ललचाने से लेकर धमकाने तक के प्रयास हो चुके है। चीन ने ताइवान को व्यापार एवं सांस्कृतिक मौके देने की कोशिशे की है तो कई मौको पर उस पर सैनिक हमला करने की बात भी कही है। ताइवान के सांसद ने चीन के ऐसे कामो की आलोचना भी की है।
ताइवान के नेता सुझाते है कि चीन के खिलाफ मोर्च-बन्दी करने के स्थान पर अपनी वित्तीय चुनौतियों पर ध्यान देना ज्यादा उचित है। तनाव की स्थिति में अभी तह ये साफ़ नहीं है कि चीन के इस प्रपोजल को लेकर ताइवान के नागरिको एवं नेताओ में कितनी ग्रहणशीलता होगी।
2021 में फूजियन-ताइवान योजना आई
चीन के ऑफिसियल रिकॉर्ड के अनुसार फूजियन को ताइवान से जोड़ने की धारणा को सबसे पहले 2021 में पेश किया गया है। खबरों के अनुसार, जून में एक प्रोग्राम में चीनी नेता ने मंच पर इस एकीकरण की पॉलिसी की जानकारी दी थी। तब भी ताइवान के अधिकारियो ने इसे सिरे से नकार दिया था।
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ताइवान हमले पर भारत की तैयारी
अभी चीन के फाइटर जेट भी ताइवान की ओर घुसपैठ करने में संलग्न है। इससे चीन सागर एवं उसके पास के देशों के लिए परेशानी शुरू हो चुकी है। भारत भी चीन सागर में युद्ध की स्थिति होने की तैयारी कर रहा है और उन विकल्पों पर सोच रहा है जोकि चीन-ताइवान युद्ध में अपनाने होंगे।
भारतीय अधिकारियों के अनुसार वे चीन-ताइवान युद्ध में अपनी प्रतिक्रियाओं पर अध्ययन कर रहे है। इसमें यह भी देखा जा रहा है कि अमेरिका और उसके सहयोगियों के युद्ध में आने पर भारत क्या प्रतिक्रिया देगा। युद्ध होने पर भारत लोगिस्टिक हब के कार्य करेगा और युद्धपोत-वायुयानों की रिपेयरिंग-मेंटिनेंस के काम आएगा। साथ ही चीन के विरोधी को रसद, फ्यूल एवं मेडिकल ऐड देगा।