केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) 23 जुलाई को आम बजट पेश करेंगी। यह मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट होगा, जिससे सभी वर्ग के लोगों को कई उम्मीदें हैं। ख़ासकर नौकरीपेशा लोग इस बजट से बड़ी घोषणाओं की अपेक्षा कर रहे हैं।
प्रोविडेंट फंड (PF) कर्मचारियों के भविष्य को सुरक्षित रखने का एक महत्वपूर्ण साधन है। इसमें नौकरी के दौरान ही कुछ पैसा जमा किया जाता है, जो उन्हें रिटायरमेंट के बाद पेंशन के रूप में मिलता है। सरकार इस पर सालाना ब्याज भी देती है, जिससे यह और भी लाभकारी हो जाता है।
क्या है प्रोविडेंट फंड (PF Account)?
प्रोविडेंट फंड नौकरीपेशा लोगों के लिए एक सुरक्षा कवच की तरह है। हर महीने कर्मचारियों के मूल वेतन में से 12 प्रतिशत राशि पीएफ अकाउंट में जमा की जाती है। इतना ही पैसा कंपनी अपनी ओर से कर्मचारियों के पीएफ अकाउंट में जमा करती है। यह राशि रिटायरमेंट के बाद पेंशन के रूप में मिलती है। इमरजेंसी की स्थिति में कर्मचारी बीच में भी इस अकाउंट से पैसा निकाल सकता है।
पीएफ सैलरी लिमिट में बदलाव की संभावना
सरकार पीएफ अकाउंट में कर्मचारियों का अंशदान बढ़ाने के लिए नई सैलरी लिमिट तय करने पर लंबे समय से विचार कर रही है। संभावना है कि नए बजट में सरकार पीएफ के लिए सैलरी लिमिट को 15 हजार से बढ़ाकर 21 हजार रुपये कर सकती है। इससे लाखों पीएफ अकाउंट धारकों को बड़ा फायदा होगा।
2014 में हुआ था आखिरी बदलाव (PF Salary Limit)
आखिरी बार सरकार ने सितंबर 2014 में पीएफ के लिए सैलरी लिमिट को बढ़ाया था। उस वक्त यह लिमिट 6 हजार रुपये थी, जिसे बढ़ाकर 15 हजार रुपये किया गया था। यह लिमिट सरकार एक बार फिर बढ़ा सकती है, जिससे कर्मचारियों को अधिक लाभ मिलेगा।
कर्मचारियों को क्या होगा फायदा?
पीएफ के लिए सैलरी लिमिट बढ़ने से कर्मचारियों को अपने पीएफ अकाउंट में सैलरी में से अधिक अंशदान देने का मौका मिलेगा। वर्तमान में कर्मचारियों के मूल वेतन में से 12 प्रतिशत हिस्सा पीएफ अकाउंट में जमा होता है और इतना ही कंपनी अपनी ओर से कर्मचारियों को देती है। वेतन सीमा 21 हजार होने पर कर्मचारियों को अधिक अंशदान देने का मौका मिलेगा, जिससे रिटायरमेंट के बाद उन्हें अधिक पेंशन मिलेगी।
कैसे करें पीएफ अकाउंट की देखभाल?
पीएफ अकाउंट की देखभाल करना बहुत जरूरी है। यहाँ कुछ प्रैक्टिकल टिप्स दिए जा रहे हैं:
- आपके पीएफ खाते में जमा राशि को समय-समय पर चेक करना आवश्यक है।
- यूएएन नंबर को एक्टिवेट करें: यूएएन नंबर के माध्यम से आप अपने पीएफ खाते की पूरी जानकारी पा सकते हैं।
- पीएफ पासबुक को नियमित रूप से डाउनलोड करें और उसमें दर्ज सभी विवरणों को ध्यान से पढ़ें।
- अपने पीएफ खाते में नॉमिनी की जानकारी अपडेट रखें ताकि इमरजेंसी में कोई समस्या न हो।
पीएफ के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप ईपीएफओ की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं। यहाँ क्लिक करें।
बजट 2024 से पीएफ अकाउंट धारकों को बड़ी उम्मीदें हैं। यदि सरकार पीएफ के लिए सैलरी लिमिट को बढ़ाती है, तो इससे लाखों कर्मचारियों को फायदा होगा। इससे उनके रिटायरमेंट के बाद की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और वे आत्मनिर्भर बन सकेंगे।