UGC-NET(JRF) क्या होता है? UGC-NET की चयन प्रक्रिया, उम्र सीमा जानें

JRF राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाली एक परीक्षा है जिसे UGC (University Grant Commission) द्वारा संचालित किया जाता है। जिसके तहत UGC-NET, ICMR और CSIR के लिए अहर्ता प्राप्त विद्यार्थी परीक्षा दे सकते है।

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Reported by Pankaj Yadav

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UGC-NET(JRF) क्या होता है? UGC-NET की चयन प्रक्रिया, उम्र सीमा जानें

यदि आप भी UGC-NET की परीक्षा देना चाहते हो और एक सहायक प्रोफेसर (Assistant Professor) या जूनियर रिसर्च फ़ेलोशिप (JRF) करना चाहते हो तो आपको यहाँ हम बतायेगे UGC-NET(JRF) क्या होता है? UGC-NET की चयन प्रक्रिया क्या होती है और इसके लिए क्या उम्र सीमा तय की गयी है। तो चलिए जानते है UGC-NET से सम्बंधित सभी जानकारी

UGC-NET(JRF) क्या होता है?

JRF राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाली एक परीक्षा है जिसे UGC (University Grant Commission) द्वारा संचालित किया जाता है। जिसके तहत UGC-NETICMR और CSIR के लिए अहर्ता प्राप्त विद्यार्थी परीक्षा दे सकते है। इन परीक्षाओ में अच्छे अंको से उत्तीर्ण होने वाले अभ्यर्थियों को JRF के लिए लिए चुना जाता है, जिन विद्यार्थियों का चयन जेआरएफ में होता है उन्हें विश्वविद्यालय में M.phil/PHD करने और किसी विषय पर रिसर्च करने के लिए UGC की तरफ से हर महीने स्कालरशिप दी जाती है।

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2 वर्ष JRF (Junior r Research Fellowship) करने के बाद आप SRF (Senior Research Fellowship) भी कर सकते है, जिसमे अगले तीन साल के लिए स्कालरशिप भी बढ़ जाती है। आप इस एग्जाम में सफल होने के बाद किसी कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर भी नौकरी कर सकते है या फिर UGC के किसी फ़ेलोशिप कोर्स में हिस्सा ले सकते हो।

इस परीक्षा का आयोजन साल में 2 बार कराया जाता है, पहली बार जून में और दूसरी बार दिसंबर में। इसमें परीक्षा में लगभग 10 से 12 लाख अभ्यर्थी शामिल होते है। 2018 तक इस परीक्षा को CBSE द्वारा कराया जाता था लेकिन वर्ष 2019 से इस परीक्षा को NTA (National Testing Agency) द्वारा ऑनलाइन कराया जाता है।

जाने UGC-NET की चयन प्रक्रिया क्या है

यदि आप UGC-NET(JRF) देने की सोच रहे है तो जान लीजिये इसकी परीक्षा का पैटर्न क्या है और इसमें किस प्रकार चयन होता है।

  • अभ्यर्थी को 2 पेपर (पेपर 1 और पेपर 2 ) देने होते है।
  • पेपर 1 में 50 प्रश्न आते है और पेपर 2 में 100 प्रश्न आते है।
  • पेपर 1 में जनरल एप्टीटुड से सम्बंधित प्रश्न आते है और पेपर 2 में अभ्यर्थी द्वारा चुने गए विषय से सम्बंधित प्रश्न आते है।
  • इन दोनों पेपर में जो अभ्यर्थी अच्छे अंको से उत्तीर्ण हो जाता है वो अभ्यर्थी M.phil/PHD जैसे विश्वविद्यालय के कोर्सेस में प्रवेश कर सकते हैं और 2 वर्षों के लिए JRF योजना के अंतर्गत स्कालरशिप प्राप्त कर सकते है।
  • UGC-NET(JRF) की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद अभ्यर्थी पीएचडी में भी अड्मिशन ले सकता है।

कितनी मिलती है स्कालरशिप

  • JRF करने वाले अभ्यर्थियों को हर महीने 12-15 हजार रूपए की स्कालरशिप दी जाती है।
  • 2 वर्ष की जेआरएफ पुरे करने की बाद 3 वर्ष की SRF करने के लिए अभ्यर्थियों को 15-20 हजार रूपए प्रतिमाह दिए जाते है।
  • विज्ञान क्षेत्र के M.phil/PHD विद्यार्थियों को 15 हजार रूपए की स्कालरशिप दी जाती है।
  • शारीरिक रूप से दिव्यांग अभ्यर्थियों को प्रत्येक महीने 2000 रूपएकी अतिरिक्त स्कालरशिप भी दी जाती है।
  • शहरी वर्ग के अनुसार अभ्यर्थियों के रहने का खर्च भी सरकार द्वारा वहन किया जाता है।
  • यदि अभ्यर्थी का JRF क्लियर नहीं होता है सिर्फ NET क्वालीफाई होता है तो उसे विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में काम करने का मौका दिया जाता है।

UGC-NET(JRF) के लिए तय की गयी उम्र सीमा

  • JRF अभ्यर्थी की उम्र सीमा 30 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।
  • एलएलएम अभ्यर्थियों को आयु में 3 वर्ष की छूट दी जाती है।
  • SC/ST/OBC/PWD/ट्रांसजेंडर और महिला आवेदकों को उम्र सीमा में 5 साल तक की छूट दी जाती है।
  • असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए आवेदन करने हेतु अधिकतम कोई उम्र सीमा निर्धारित नहीं की गयी है।
  • रिसर्च करने वाले अभ्यर्थियों को सम्बंधित विषय में शोध में लगी समय अवधि के बराबर छूट या स्नातकोत्तर डिग्री भी दी जाती है।
  • 1989 से पहले UGC/CSIR/JRF परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थियों को NET में बैठने की छूट दी जाती है।

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