इस स्कीम के माध्यम से प्रत्येक साल देशभर के निर्धन एवं पिछड़े नागरिकों की स्थिति में परिवर्तन लाने का प्रयास किया जाता है। श्रमिक कार्ड (Labour Card) का लाभ देश के सभी श्रमिक वर्ग एक लोगों को मिलता है। इसके अतिरिक्त अन्य प्रकार की योजनाओं का भी लाभ मिल जाता है। कार्ड धारक लाभार्थी जिस प्रदेश का नागरिक है उस प्रदेश की सरकार कार्ड के माध्यम से विभिन्न लाभकारी योजनाओं का लाभार्थी बनने का अवसर देती है।
योजना का नाम | श्रमिक कार्ड स्कीम |
कार्यकारी इकाई | प्रदेश सरकारें |
माध्यम | ऑनलाइन |
उद्देश्य | श्रमिक लाभार्थियों को लाभ देना |
लाभार्थी | प्रदेश के श्रमिक नागरिक |
श्रमिक कार्ड के मुख्य उद्देश्य
जिन नागरिकों के पास यह श्रमिक कार्ड होगा उनको विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जायेगा। साथ ही इस कार्ड को बनाने के लिए नागरिकों को किसी कार्यालय के चक्कर लगाने की भी जरुरत नहीं होगी। इस प्रकार से उनके धन एवं समय की काफी बचत हो जाएगी। इसके बाद कार्डधारक सरकार से मिल रही विभिन्न प्रकार की लाभकारी योजनाओं के लिए आवेदन कर सकेंगे। इस प्रकार से देश के निर्धन एवं सीमान्त नागरिकों को वित्तीय मदद मिलेगी और उनकी बदहाल हालत में भी काफी सुधार होगा। इस कार्ड के माध्यम से उन्हें विभिन्न स्कीमों के माध्यम से मजदूरी के कार्यों जैसे – भवन बनना, सड़क बनना, कुआँ बनाना इत्यादि में वित्तीय लाभ दिया जाएगा।
श्रमिक कार्ड के लिए पात्रताएँ
किसी भी व्यक्ति को श्रमिक कार्ड में आवेदन करने के लिए कुछ पात्रताओं को पूर्ण करना होगा –
- आवेदक श्रमिक की उम्र 18 से 60 साल के मध्य होनी चाहिए।
- इस योजना में सिर्फ वित्तीय रूप से कमजोर नागरिक ही आवेदन कर सकते है।
- आवेदक श्रमिक को एक साल में कम से कम 90 दिनों के निर्माण कार्य की हिस्ट्री हो।
- इस योजना के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के लाभ तभी मिल सकेंगे जब लाभार्थी के पास ‘श्रमिक कार्ड’ होगा।
श्रमिक कार्ड के लिए जरुरी दस्तावेज
- श्रमिक का आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- परिवार के सदस्यों का आधार कार्ड
- मूल निवासी प्रमाण पत्र
- जमीन के दस्तावेज
- आईडी
- बैंक खाता संख्या
- मोबाइल नंबर
- सलाना आय का प्रमाण-पत्र
- नवीनतम पासपोर्ट फोटोज
कार्य का नाम | कार्य का नाम | कार्य का नाम |
चूना निर्माण कार्य करने वाले | खिड़की, दरवाजे निर्माण करने वाले | बढ़ई |
छप्पर डालने वाले | जलाशय बनाने का कार्य करने वाले | मिस्त्री |
पाइप लाइन बनाने वाले | पुताई करने वाले | पत्थर तोड़ने वाले |
मकान बनाने वाले श्रमिक | रेल पटरी के काम करने वाले | प्लम्बर |
सड़क बनाने वाले श्रमिक | सीमेंट व ईटे ढोने वाले श्रमिक | कुँवा निर्माण कार्य करने वाले |
बाँध प्रबंधन कार्य करने वाले | बिल्डिंग निर्माण करने वाले | लोहार |
मार्वल एवं स्टोन का काम करने वाले | चट्टान तोड़ने वाले | सामुदायिक पार्क या फुटपाथ बनाने वाले |
श्रमिक कार्ड की आवेदन प्रक्रिया
- सबसे पहले आपको योजना की आधिकारिक वेबसाइट को ओपन करना होगा।
- इसके होमपेज पर “ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन एन्ड रेनूवल” विकल्प को चुनना है।
- अब भाषा को चुनकर दी जा रही जानकारियों को ध्यानपूर्वक पढ़ लें।
- इस वेबपोर्टल के इस्तेमाल से पहले आपको इसकी मेम्बरशिप लेनी होगी, इसके लिए “नए यूजर” को अपना रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।
- इस काम के लिए आपको Registration Now बटन को चुनकर “New Registration” विकल्प को चुनना है।
- अब अपने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन फॉर्म को भर लें, इसके बाद आपको अपना रजिस्ट्रेशन आईडी एवं पासवर्ड मिलेगा।
- इस पंजीकरण आईडी के माध्यम से वेबपोर्टल पर लॉगिन कर लें।
- अब एक्ट को चुनकर “पंजीकरण” विकल्प को चुन लें।
- इसे बाद नए पेज में दिख रहे सभी दिशा-निर्देशों को पढ़ लेने के बाद “आई हैव रीड ऑल द इन्स्ट्रशन केयरफुली” विकल्प को टिक मार्क करके “आई एग्री” बटन को दबा देना है।
- इसके बाद आपको अपने सामने एक आवेदन फॉर्म मिलेगा, इस फॉर्म में मांगी जा रही सभी जानकारियों को सही प्रकार से भर देना है।
- फॉर्म को भर लेने के बाद इसे “सेव” करना है और मांगे जा रहे सभी प्रमाण-पत्र अपलोड कर दें।
- इसके बाद जरुरी आवेदन फीस को नेट बैंकिंग की मदद से जमा कर दें।
श्रमिक कार्ड के लाभ
श्रमिक कार्ड के लाभार्थी व्यक्ति को सरकार की तरफ से बहुत से लाभ दिए जाएंगे, इनकी जानकारी इस प्रकार से है –
- लेबर कार्ड को बनवा लेने के बाद श्रमिक लाभार्थी को इस कार्ड के माध्यम से विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं में आसानी से काम मिल सकेगा।
- स्कीम से जुड़े सभी श्रमिक परिवारों को लाभ देने का काम होगा।
- लाभार्थी श्रमिक व्यक्ति के 2 पुत्र एवं पुत्री को “संत रविदास शिक्षा सहायता योजना” के द्वारा 25 सालों तक क्लास 1 से विद्यालयी शिक्षा पूर्ण होने तक कम से कम “150 रुपए से 2,000 रुपए” की प्रति महीना स्कॉलरशिप दी जाएगी।
- चूँकि इस स्कीम में ऑनलाइन वेबपोर्टल पर जाकर आवेदन प्रक्रिया पूर्ण की जा सकती है, इस कारण से उन्हें कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने होंगे।
- निर्धन श्रमिक लाभार्थी को स्कीम में तय की गयी वित्तीय सहायता की तरह प्रत्येक माह न्यूनतम मजदूरी मिल जाएगी।
- इस योजना से जुड़े लाभार्थी को “निर्माण कामगार आवास स्कीम” के माध्यम से घर ना होने अथवा अपनी ही जमीन पर घर बनाने के लिए “1 लाख रुपए” तक की वित्तीय मदद मिल जाएगी।
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श्रमिक कार्ड रजिस्ट्रेशन की स्थिति को देखना
- सबसे पहले आपको योजना की आधिकारिक वेबसाइट को ओपन करना है।
- होम पेज पर नीचे की ओर “बिल्डिंग एन्ड अदर कंस्ट्रक्शन वर्कर” लिंक को चुनना है।
- इसके बाद अन्य पेज पर “श्रमिक” विकल्प पर “पंजीकरण स्थिति” के ऑप्शन को चुनना है।
- इसके बाद के वेब पेज पर “रजिस्ट्रेशन नंबर एवं मोबाइल नंबर” को टाइप करके “Search” बटन को दबाना है।
- इसके बाद आपको स्क्रीन पर आवेदन की स्थिति देखने को मिलेगी।
श्रमिक कार्ड की पंजीकरण संख्या को सत्यापित करना
- सबसे पहले लाभार्थी को योजना की आधिकारिक वेबसाइट को ओपन करना है।
- वेबपोर्टल के होम पेज पर “Whats New” सेक्शन में “वेरीफाई रजिस्टेशन नंबर” लिंक को चुनना है।
- अगले वेब पेज पर “क्लिक हेयर टू वेरिफाई रजिस्ट्रेशन नंबर” विकल्प को चुनना है।
- इसके बाद एक्ट को चुनकर रजिस्ट्रेशन नंबर को टाइप करना है।
- अब आपने “Submit” बटन को दबाना है।
- इसके बाद आपकी रजिस्ट्रेशन नंबर सत्यापन की प्रक्रिया पूर्ण हो जाएगी।