पेंशन प्राप्त करने का अधिकार हर रिटायर्ड कर्मचारी का होता है, लेकिन कई बार ये अधिकार समय पर नहीं मिल पाते। ऐसी ही एक कहानी है श्रीमती संजीरा देवी की, जिन्होंने अपनी पेंशन की सही राशि प्राप्त करने के लिए 5 साल लंबी लड़ाई लड़ी।
क्या था पूरा मामला
श्रीमती संजीरा देवी, एक वरिष्ठ पेंशनभोगी, को उनके E-PPO में स्वीकृत पारिवारिक पेंशन के अलावा 20% अतिरिक्त पेंशन भी मिलनी थी, जो नहीं मिल रही थी। इस समस्या को हल करने के लिए उन्होंने CPENGRAMS पोर्टल पर 1 मार्च 2024 को शिकायत दर्ज की।
शिकायत का समाधान
पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग ने इस शिकायत को अपने विशेष अभियान में शामिल किया, और इसके परिणामस्वरूप श्रीमती संजीरा को 6.02 लाख रुपये का बकाया भुगतान किया गया, जिसमें उनकी अतिरिक्त पेंशन भी शामिल थी।
अतिरिक्त पेंशन का फायदा
जब एक पेंशनभोगी 80 वर्ष की आयु पार कर जाते हैं, तो उन्हें अतिरिक्त पेंशन के रूप में 20% अतिरिक्त धनराशि मिलनी चाहिए। यह प्रतिशत आयु के आधार पर बढ़ता जाता है।
वर्ष की आयु | अतिरिक्त पेंशन |
---|---|
80 से 85 साल | 20% |
85 से 90 साल | 30% |
90 से 95 साल | 40% |
95 से 100 साल | 50% |
100 साल ऊपर | 100% |
पेंशनभोगियों के लिए सबक
इस मामले से सीखने के लिए यह है कि समय-समय पर अपनी पेंशन और इसके दस्तावेजों की जाँच करते रहना चाहिए। अगर आपको लगे कि आपकी पेंशन कम मिल रही है, तो CPENGRAMS पोर्टल पर इसकी शिकायत अवश्य करें।
श्रीमती संजीरा देवी का मामला हमें दिखाता है कि पेंशनभोगियों को उनके अधिकारों के प्रति सजग रहना चाहिए और समस्याओं का समाधान हो सकता है अगर सही माध्यम से उचित तरीके से शिकायत की जाए। इस मामले से प्रेरणा लेकर आप भी अपने हक के लिए आवाज उठा सकते हैं।