प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार की रात में मनी लॉन्ड्रिंग के केस में जेट एयरवेज़ इंडिया लिमिटेड के निर्माता नरेश गोयल (Naresh Goyal) को अरेस्ट किया है। उनको ईडी ने पूछताछ के सिलसिले में अपने मुंबई वाले ऑफिस में भी बुलाया था और इसके बाद उन्होंने अरेस्ट की कार्यवाही की है।
ईडी ने गोयल पर 538 करोड़ रुपए के घोटाले को करने का आरोप लगाया है। गोयल को 2 सितम्बर के दिन विशेष PMLA कोर्ट में पेशी देनी है, जहाँ ईडी उनको अर्टस्ट करने की डिमांड करेगी। इससे पहले भी ED ने गोयल को 2 बार पूछताछ के लिए बुलावा भेजा था किन्तु वो नहीं आये थे।
खबरों के मुताबिक ED ने अपने मुंबई के ऑफिस में घंटो गोयल से पूछताछ की और ईडी का कहना है कि गोयल पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ गोयल को दिल्ली से मुंबई केनरा बैंक से सम्बंधित लोन के मामले में लाया गया था और उनकी गिरफ्तारी की गई।
मामले को जाने
मालमें में दर्ज़ एफआईआर में CBI ने बताया है कि 23 नवंबर 2022 में केनरा बैंक के अधिकारीयों ने जेट एयरवेज़ (Jet Airways) के नरेश गोयल, अनीता गोयल, गौरंग सेट्टी एवं कुछ अज्ञात लोगो के विरुद्ध धोखाधड़ी, आपराधिक षड्यंत्र एवं विश्वासघात करने के आरोप लगाए थे। इससे केनरा बैंक को 538.62 करोड़ रुपयों का घाटा हुआ था।
ध्यान रखे करीबन 25 वर्षों के कार्यन्वन के बाद अप्रैल 2019 में जेट एयरवेज़ बंद हो चुकी है। कम्पनी पर काफी ज्यादा लोन हो चुका था। नरेश गोयल पर इनडायरेक्ट तरीके से विदेश की बहुत सी कम्पनियो को चलाने के आरोप भी लगे है। प्रारंभिक जाँच में ये बाते सामने आई है कि गोयल ने टैक्स चोरी के लिए घरेलु एवं विदेशी कम्पनियो में काफी डाउटफुल ट्रांसेक्शन किये है।
मामले पर हुई कार्यवाही
- पहले जेट कम्पनी को 848.86 करोड़ रुपए का क्रेडिट लिमिट एवं ऋण दिया गया था। इसी ऋण में से 538.62 करोड़ रुपए बचे है। इस खाते को 29 जुलाई 2021 में ‘फ्रॉड’ घोषित किया गया।
- सीबीआई की ओर से 5 मई को गोयल के मुंबई के कार्यालय के साथ 7 और स्थानों पर रेड की गई। साथ ही नरेश गोयल, अनीता गोयल एवं गौरांग शेट्टी के घरों पर भी रेड की गई।
- सीबीआई की एफआईआर के आधार पर ईडी ने 19 जुलाई में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज कर लिया। इसके बाद ईडी ने भी गोयल एवं अन्य लोगो के स्थानों पर रेड करनी शुरू की।
बैंक ने पैसो में गड़बड़ी का आरोप लगाया
केनरा बैंक ने अनुसार, जेट एयरवेज की फॉरेंसिक ऑडिट में देखा गया है कि जेट ने अपने से सम्बंधित कंपनियों को 1,410.41करोड़ रुपए दिए है। ये काम कंपनियों के खातों से पैसा निकालने के लिए किया है। गोयल फैमिली के व्यक्तिगत खर्च जैसे – स्टाफ का वेतन, फ़ोन के बिल, गाड़ी के खर्चे सभी जेट एयरवेज़ से हो रहे थे।
ख़राब डील से नुकसान हुआ
2006 में जेट एयरवेज ने खराब हालत की कम्पनी एयर सहारा 50 करोड़ डॉलर्स का केस भुगतान करके ख़रीदा था। किन्तु कम्पनी डूब गई और जेट एयरवेज को काफी बड़ा नफा हुआ। इसके बाद कंपनी का नुकसान भी बढ़ता गया और मार्किट में इंडिगो, स्पाइस जेट, जो एयर जैसी एयरलाइन कंपनियां आई जोकि कम दामों में टिकट दे रही थी।
अप्रैल 2019 से जेट एयरवेज़ बंद है
अपने समय में देश के नम्बर 1 एयरलाइन्स कम्पनी रही जेट एयरवेज आजकल बंद है। कंपनी को दक्षिणी एशियाई देशों में सबसे बड़ी निजी कम्पनी का सम्मान भी मिला था। इसके बाद कम्पनी के ऋण में चले जाने 17 अप्रैल 2019 में कम्पनी को ग्राउंडेड किया गया। जून 2021 में NCLT ने बैंकरप्सी रिजोलुशन प्रक्रिया के अंतर्गत जेट एयरवेज की नीलामी की। इसके बाद से एयरलाइन की वापसी की कोशिशे हो रही है किन्तु एयरलाइन अभी भी चालू नहीं हो पाई है।