पेंशन: अधिकार या कृपा?
पेंशन मिलना कोई कृपा नहीं, बल्कि हर पेंशनभोगी का अधिकार है। इस विशेष अभियान के तहत, कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने इस मुद्दे पर रोशनी डालते हुए कहा कि पेंशनभोगी राष्ट्र निर्माण के कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उनके विशेषज्ञता और अनुभव आने वाली पीढ़ियों के लिए मूल्यवान धरोहर हैं। इसलिए पेंशन वितरण में उन्हें सहूलियत देना कोई कृपा नहीं है, बल्कि उनका सम्मान करना हमारा कर्तव्य है।
पेंशनधारकों का महत्व
डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले 10 सालों में पेंशनधारकों के लिए कई अहम कदम उठाए हैं। पेंशन विभाग द्वारा की गई पहलों और निर्णयों में प्रधानमंत्री की संवेदनशीलता और मदद का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि 60 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों की बड़ी संख्या है जिन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। पेंशन से उन्हें सम्मान के साथ जीवन जीने का अधिकार मिलता है और यह सामाजिक-आर्थिक प्रभाव भी पैदा करता है।
तलाकशुदा बेटियों के लिए पेंशन का लाभ
डॉ. जितेंद्र सिंह ने पेंशन नियमों में किए गए महत्वपूर्ण संशोधनों पर प्रकाश डाला। पहले तलाकशुदा बेटियों को पारिवारिक पेंशन तब तक नहीं मिलती थी जब तक कि वे कानूनी तौर पर तलाक नहीं ले लेतीं। अब अगर तलाक की याचिका कोर्ट में डाल दी गई है तो तलाकशुदा बेटियां पेंशन के लिए पात्र होंगी।
निःसंतान विधवाओं के लिए राहत
पहले, कर्मचारी की विधवा अगर दूसरी शादी कर लेती थी तो पारिवारिक पेंशन बंद हो जाती थी। लेकिन अब, निःसंतान विधवा के दूसरी शादी करने पर भी पेंशन जारी रहेगी और उन्हें पारिवारिक पेंशन का लाभ मिलेगा।
अविवाहित बेटियों के मामले में पेंशन
अब, कर्मचारी की अविवाहित बेटियां जिनकी उम्र 25 साल से अधिक हो चुकी है और जो अपने कर्मचारी के मृत्यु के पहले पूरी तरह से आश्रित थीं, वे भी पारिवारिक पेंशन की हकदार होंगी।
लापता कर्मचारियों के परिवार को पेंशन
पहले लापता कर्मचारियों के परिवार को पेंशन के लिए 7 साल का इंतजार करना पड़ता था, लेकिन अब इस नियम को संशोधित कर दिया गया है। अब कर्मचारी के लापता होने पर पारिवारिक पेंशन तुरंत शुरू की जाएगी।
महिला पारिवारिक पेंशनधारकों को राहत
महिला पारिवारिक पेंशनभोगियों के लिए यह एक सकारात्मक कदम है। निःसंतान विधवा, अविवाहित और तलाकशुदा बेटियों को पारिवारिक पेंशन के मामले में बड़ी राहत मिलेगी।
पेंशनधारकों के लिए विशेष अभियान
CPENGRAMS पोर्टल पर लंबित पारिवारिक पेंशन मामलों के निवारण के लिए एक महीने चलने वाला विशेष अभियान 1 जुलाई 2024 से 31 जुलाई 2024 तक चलेगा। इस अभियान में 46 विभागों/मंत्रालयों की 1891 पारिवारिक पेंशन संबंधी शिकायतों को चुना गया है।
डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट और भविष्य पोर्टल
डॉ. जितेंद्र सिंह ने डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र अभियान के महत्व पर जोर दिया। इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के सहयोग से DOPPW द्वारा घर-घर सरकारी सेवाएं पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। भविष्य पोर्टल को E-HRMS के साथ जोड़ने की योजना भी बनाई जा रही है।
लाभार्थियों का अनुभव
कई लाभार्थियों ने अपने अनुभव साझा किए और मंत्री तथा सरकार को उनके सक्रिय दृष्टिकोण के लिए धन्यवाद दिया। मंत्री ने पेंशनभोगियों के सुझाव भी सुने और उन्हें जल्द से जल्द शामिल करने का आश्वासन दिया।
विशेष अभियान में शामिल अधिकारी
इस विशेष अभियान की शुरुआत के कार्यक्रम में DOPPW और DARPG सचिव श्री वी श्रीनिवास, भूतपूर्व सैनिक कल्याण सचिव डॉ. नितिन चंद्रा, सीजीए एस.एस. दुबे, डीजी बीएसएफ डॉ. नितिन अग्रवाल, संयुक्त सचिव (पेंशन) श्री ध्रुबज्योति सेनगुप्ता और SBI के उप प्रबंध निदेशक, मुख्य परिचालन अधिकारी श्री प्रवीण राघवेंद्र उपस्थित थे।
पेंशन मिलना पेंशनभोगियों का अधिकार है और इस अधिकार का सम्मान करना हम सभी का कर्तव्य है। पेंशनभोगियों के अनुभव और ज्ञान का सही उपयोग करके हम राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को पहचान सकते हैं।