आगरा नगर निगम में भाजपा के पार्षदों की संख्या सबसे अधिक है। इस कारण ही यह अनुमान लगाया जा रहा है कि भाजपा पार्षद शोभाराम राठौर (Shobharam Rathor)के प्रस्ताव को आज पारित किया जा सकता है। इसमें विश्व प्रसिद्ध ताज महल (Taj Mahal) का नाम बदलकर ‘तेजो महालय’ किया जायेगा। नाम परिवर्तन के इस प्रस्ताव को बुधवार यानि 31 अगस्त को नगर निगम के सदन में पेश किया जाना है। ताजगंज वार्ड – 88 से भाजपा (BJP) के पार्षद शोभाराम राठौर द्वारा ताज महल के नाम को ‘तेजो महालय’ करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है।
भाजपा के पार्षद तैयार किये गए प्रस्ताव को आज के दिन नगर निगम के ख़ास सदन में पेश करने वाले है। इस प्रस्ताव के साथ पार्षद राठौर ने इन तथ्यों को भी प्रदर्शित किया है, जिनके अनुसार वे ताज महल को तेजो महालय मानते है।
पार्षद शोभाराम ने बताया कि आगरा में मुग़ल रोड, आजम खां सहित बहुत सी सड़कों और चौराहों के नामों को बदला गया है। वे कहते है कि वे सम्बंधित ऐतिहासिक तथ्यों के लिए सदन के सभी साथियों से समर्थन की इच्छा रखते है।
पार्षद के अनुसार सही तथ्य
भाजपा पार्षद राठौर के अनुसार शाहजहाँ की पत्नी मुमताज़ महल का असली नाम ‘अंजुम बानो’ था। अंजुम बानो की मृत्यु ताज महल के बनने से 22 वर्ष पहले हो चुकी थी। मुमताज़ को मृत्यु के बाद बुरहानपुर में दफनाया गया था। ताज महल के बनाने के बाद उनकी कब्र को फिर से ताज महल में बनवाया गया।
पार्षद के अनुसार ताज के अंदर कमल के अतिरिक्त बहुत से ऐसे निशान स्थित है, जिनसे साबित होता है कि ताज महल पहले ‘शिव मंदिर’ था। मुग़ल आक्रमणकारियों ने इसका रूप बदलकर ‘ताज महल’ नाम कर दिया।
नाम बदलने पर विवाद और शंका
ध्यान रखने वाली बात यह हैं कि आगरा के ताज महल के नाम को बदलने की माँग और विवाद लम्बे समय से चले आ रहे है। अब इस प्रस्ताव ने इस विवाद को फिर से गर्म कर दिया है। ताज भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के संरक्षण में है। ऐसे में नगर निगम के नाम बदलने के अधिकार पर संशय है। राठौर के अनुसार नगर निगम से प्रस्ताव पारित होने पर वे इसे सरकार को भेजेंगे।