देश के राष्ट्रपति के ऊपर बहुत जी जिम्मेदारियां होती है और वहीं बहुत सी शक्तिया भी उनके पास होती है। भारत देश के राष्ट्रपति का कार्यकाल 5 वर्ष का होता है हालाँकि राष्ट्रपति अपने पद पर तबतक रह सकता है जब तक उसका उत्तराधिकारी पद ग्रहण नहीं कर लेता। यदि किसी कारणवश राष्ट्रपति की मृत्यु जो जाती है तो इस स्थिति में नए राष्ट्रपति का चुनाव अगले 5 वर्षो के लिए होता है न की शेष समय अवधि के लिए। खाली पद के लिए चुनाव 6 महीनो के भीतर ही कराये जाते है। लेकिन क्या आप जानते है वर्तमान में भारत का राष्ट्रपति कौन है यदि नहीं तो चलिए जानते है वर्तमान में president of india कौन है
president of india: वर्तमान में भारत के राष्ट्रपति कौन हैं?
वर्तमान समय में भारत की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू है। द्रोपदी मुर्मू आजाद भारत में पैदा होने वाली पहली और शीर्ष पद पर बैठने वाली सबसे कम उम्र की शख्सियत है। प्रतिभा पाटिल के बाद द्रोपदी मुर्मू देश की दूसरी दूसरी महिला राष्ट्रपति और देश की प्रथम आदिवासी महिला राष्ट्रपति है श्रीमती द्रोपदी मुर्मू ने 25 जुलाई 2022 को भारत के 15वे राष्ट्रपति के रूप से शपथ ग्रहण की थी। इससे पूर्व वे वह 2015 से 2021 तक झारखण्ड राज्य की राजपाल थी। उन्होंने अपना पूरा जीवन समाज के वंचित वर्गों को सशक्त बनाने समर्पित कर दिया।
देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू का प्रारंभिक जीवन
इनका जन्म 20 जून 1958 में उपरबेड़ा गांव, मयूरभंज, ओडिशा में एक संथाली आदिवासी परिवार में हुआ था। इनका प्रारंभिक जीवन कठिनाईओ और संघर्ष से भरा हुआ था। इन्होने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गॉंव के स्कूल से प्राप्त की जिसके बाद अपनी आगे की पढाई जारी रखने के लिए स्वयं की पहल पर भुवनेश्वर चली गयी। इन्होने भुवनेश्वर के रमादेवी महिला कॉलेज से कला स्नातक की डिग्री प्राप्त की। इस प्रकार वे अपने गॉंव की पहली शिक्षित महिला बनी।
करियर और कार्य
श्रीमती द्रोपदी मुर्मू जी 1979 से 1983 तक ओडिशा राज्य के सिंचाई और बिजली विभाग में कनिष्ठ सहायक के रूप में कार्य किया। जिसके बाद उन्होंने 1994 से 1997 तक श्री अरबिंदो इंटीग्रल एजुकेशन सेंटर, रायरंगपुर में मानद शिक्षिका के रूप में कार्य किया। सन 2000 में उनको मुर्मू रायरंगपुर निर्वाचन क्षेत्र से ओडिशा विधान सभा के सदस्य के रूप में चुना गया और 2009 तक दो कार्यकाल तक वे इस पद पर बनी रही। 18 मई 2015 को इनको झारखण्ड का राज्यपाल नियुक्त किया गया था। वह एक आदिवासी-बहुल राज्य की पहली महिला आदिवासी राजयपाल थी और उन्हें संविधान के मूल्यों को बनाये रखा और आदिवासी समुदायों के अधिकारो का समर्थन किया। इन्होने राज्य विश्वविद्यालयों की परीक्षा और भर्ती प्रक्रियाओं में सुधार पेश भी किये। वह ओडिशा के कई आदिवासी सामाजिक-शैक्षणिक और सांस्कृतिक संगठनों से जुड़ी थी। वह एक शौकीन पाठक हैं और आध्यात्मिकता में उनकी गहरी रुचि है।
वैवाहिक जीवन
श्रीमती द्रोपदी मुर्मू ने 1981 में श्याम चरण मुर्मू से शादी की, जो बैंक में अधिकारी थे। उनकी एक बेटी भी है श्रीमती इतिश्री मुर्मू जिसकी शादी श्री गणेश से हुई है, जो एक रग्बी के खिलाडी है।