12 अगस्त की तारीख विश्व भर में युवा दिवस के रूप में मनाई जाती है। युवा दिवस को मनाने की शुरुआत करने में यूनिटेड नेशन का उद्देश्य युवा आयु में आने वाली समस्याओ के प्रति जागरूकता लाना है। इन समस्याओं में वे भी शामिल रहती है जिनको लेकर युवा लोग बात भी करने में असहज महसूस करते है।
प्रत्येक वर्ष 12 अगस्त को इंटरनेशनल यूथ डे के रूप में मनाते है। साल 1999 में यूनिटेड नेशन (यूएन) ने इस दिन को मनाने की शुरुआत की थी जोकि आज भी जारी है। तक लिस्बन में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने यूथ को लेकर जिम्मेदार मिनिस्टरके द्वारा तैयार सिफारिशों को स्वीकृति देते हुए एक प्रपोजल भी पास किया था।
युवाओं के फिट रहने के टिप्स
फिजिकल एक्टिविटी
जवान लोगो को हर दिन 1 घण्टा या फिर इससे ज्यादा समय की शारीरिक गतिविधि को करना बहुत जरुरी है। एक दिन में 1 घण्टे ये गतिविधि या तो माध्यम हो अथवा तेज़ हो। ऐसी गतिविधि से मानव की साँसे तेज़ होने लगती है और दिन की धड़कन भी तेज़ हो जाती है। तेज़ी से फिजिकल एक्टिविटी को एक सप्ताह में कम से कम 3 तो करना ही चाहिए। ऐसे ही हफ्ते में कम से कम 2 दिन में मसल्स को मजबूती देने वाली एक्टिविटी जैसे चढ़ाई अथवा पुश-अप करने होंगे। इसी प्रकार से हफ्ते में 3 दिन हड्डियाँ मजबूत करने वाली एक्टिविटी जैसे रेसिंग या जंपिंग करनी होगी।
हेल्दी डाइट
एक अच्छा खाना उतना ही जरुरी है जितना कि व्यायाम करना। एक हेल्दी नास्ते के साथ दिनभर में 3 टाइम की डाइट जरूर लेनी चाहिए। अपने भोजन में नमक की मात्रा को कम करते हुए फाइबर युक्त चीजे शामिल करनी चाहिए। दिनभर में भरपूर मात्रा में पानी को लेते रहे। उन तरल पदार्थो से बचे जिनमे शुगर की मात्रा अधिक होती है। कोशिश करें कि जूस की जगह सीधे फलाहार ही करें।
तले हुए की जगह पर भूना हुआ भोजन लें। मक्खन और स्पाइसी ग्रेवी को लेने से बचे। भरपूर प्रोटीन के लिए चिकन और मछली ज्यादा ले सकते है। रेड मीट को कम मात्रा में ले और लीन मीट को ही चुने। खाने में गेंहू, चावल, ओट्स, मक्का इत्यादि साबुत अनाज भी अच्छा विकल्प है। अपने मील में सब्जियों को जगह दें जैसे हरी, लाल और नारंगी सब्जियाँ, बीन्स इत्यादि। प्रोसेस्ड फ़ूड और एडेड शुगर के खाने की चीजों से बचे।
भरपूर मात्रा में सोएं
नींद मानव मस्तिष्क का भोजन है। सोते समय दिमाग की बहुत सी क्रियाएँ एवं शारीरिक गतिविधियाँ होती है। अच्छे स्वास्थ्य में कम नींद नुकसानदायी और घातक भी हो सकती है। इंसान के लिए नींद वैसे ही जरुरी है जैसे हवा, पानी एवं भोजन इत्यादि। यदि बात करें टाइमिंग की तो एक दिन में कम से कम युवा वर्ग को 8 से 9 घण्टे जरूर सोना चाहिए और इसी पैटर्न को हफ्तेभर जारी करना है। हफ्ते के अंत में ज्यादा सोने के स्थान पर प्रतिदिन फिक्सड टाइम पर सोने की आदत डाले।
मानसिक तनाव पर कण्ट्रोल
जीवन की किसी परेशानी पर ज्यादा टेन्स होने के स्थान पर इसको लेकर साफ सोच को लाकर सही प्रकार से सम्हाले। यूथ को अपने इमोशनल अवेयरनेस और रिएक्शन को भी सुधारने की जरूरत है। अपने दिमाग पर कण्ट्रोल पाने के लिए लम्बी साँसे लेना, योग, मैडिटेशन, व्यायाम और नियमति पूजा करना इत्यादि को कर सकते है।
शराब और धूम्रपान से दूरी
मानसिक तनाव अथवा वर्क लोड होने पर शराब या और कोई अन्य मादक पदार्थ कभी न लें। ये चीजे रेगुलर आदत बनने ज्यादा समय नहीं लेती है। नशीली चीजों के सेवन से बहुत से स्वास्थ्य नुकसान होने के साथ, लड़ाई, सेक्सुअल और मेन्टल प्रॉब्लम, ब्लड प्रेसर बढ़ाना और कैंसर जैसी समस्याएँ हो सकती है। जयादा शराब लेते रहने वाले लोगो में कुशलता, तालमेल एवं जागरूकता की कमी होने लगती है।