पिछले दिनों केंद्र सरकार ने एक आदेश जारी किया जिसमें CGHS (Central Government Health Scheme) ID को ABHA (Ayushman Bharat Health Account) ID से जोड़ना अनिवार्य कर दिया है. इस प्रक्रिया को पूरा करने की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर 2024 तक है. ऐसे में कर्मचारियों और पेंशनधारकों में बेचैनी हो रही है कि आखिर यह नियम क्यों लाया गया है।
आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (ABHA) क्या है?
Ayushman Bharat Health Account (ABHA) एक ऐसा अकाउंट है जो व्यक्ति के सभी हेल्थ रिकॉर्ड से लिंक होता है। ABHA का उद्देश्य हेल्थ इकोसिस्टम को बढ़ावा देना और हेल्थ केयर सेक्टर में डिजिटलाइजेशन को प्रमोट करना है। इसका संबंध आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से बिल्कुल भी नहीं है।
CGHS बेनिफिशियरी को इससे क्या फायदा मिलने वाला है?
- डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड्स: ABHA ID के द्वारा CGHS लाभार्थियों के हेल्थ रिकॉर्ड्स पूरी तरह से डिजिटल हो जाएंगे। इससे लाभार्थियों को अपना हेल्थ रिकॉर्ड और रिपोर्ट यहां से वहां ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। किसी भी हॉस्पिटल के डॉक्टर आपका हेल्थ रिकॉर्ड आपके ABHA ID से कहीं पर भी देख सकते हैं।
- ऑनलाइन अपॉइंटमेंट: भविष्य में CGHS बेनिफिशियरी किसी भी डॉक्टर को दिखाने के लिए ओपीडी का अपॉइंटमेंट घर बैठे ले सकते हैं। उन्हें वहां पर उपस्थित होने की जरूरत नहीं होगी और वहां पर अपनी फाइल ले जाने की जरूरत भी नहीं होगी।
- मोबाईल एप्लीकेशन के फायदे: ABHA मोबाईल एप्लीकेशन के द्वारा आप अपने हेल्थ रिकॉर्ड को आसानी से एक्सेस कर पाएंगे। इसके माध्यम से आप सभी लैब रिपोर्ट की जानकारी, डॉक्टर द्वारा प्रिस्क्राइब की गई दवाइयाँ और पूरा प्रिस्क्रिप्शन अपने मोबाइल में देख सकते हैं।
क्या है इसके नुकसान?
केंद्र सरकार के अनुसार, इस प्रक्रिया से लाभार्थियों को किसी प्रकार का नुकसान नहीं होने वाला है। बल्कि, इसके अनेक फायदे ही देखने को मिलेंगे। सरकार ने भरोसा दिलाया है कि यह योजना भविष्य में अत्यंत उपयोगी साबित होगी और CGHS लाभार्थी पैनिक न हों, बल्कि समय पर अपनी CGHS ID को ABHA ID से लिंक कर लें।
कैसे जोड़ें CGHS ID को ABHA ID से?
- सबसे पहले आपको आधिकारिक वेबसाइट CGHS पोर्टल पर जाना होगा।
- अपने यूजर आईडी और पासवर्ड से लॉगिन करें।
- लिंक ABHA ID ऑप्शन पर क्लिक करें और मांगी गई जानकारी भरें।
- जानकारी भरने के बाद सबमिट बटन पर क्लिक करें।
CGHS ID को ABHA ID से जोड़ने का यह कदम सरकार का एक सराहनीय प्रयास है, जिससे हेल्थ केयर सेक्टर में डिजिटलाइजेशन को बढ़ावा मिलेगा। इससे न केवल लाभार्थियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि उनके हेल्थ रिकॉर्ड्स भी सुरक्षित और आसानी से उपलब्ध रहेंगे।