Shilajit Benefits and Side Effects: शिलाजीत के फायदे, उपयोग और नुकसान क्या-क्या हैं जानें।

शिलाजीत एक प्राकृतिक पदार्थ है, जिसका निर्माण प्राकृतिक रूप से होता है। इसके निर्माण में हजारो वर्ष का समय लग जाता है। यह प्रकृति का एक अनमोल उत्पाद है जो थोड़ा चिपचिपा होता है। शुद्ध शिलाजीत की महक गोमूत्र जैसी होती है।

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Reported by Pankaj Yadav

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Shilajit Benefits and Side Effects: शिलाजीत के फायदे, उपयोग और नुकसान क्या-क्या हैं जानें।

Shilajit Benefits and Side Effects:- शिलाजीत एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसका उपयोग भारतीय लोग चिकित्सा की स्वदेशी प्रणाली में करते है। ये औषधि भारतीय चिकत्सा में सदियों से जानी मानी है और इसका उपयोग भी सदियों से किया जा रहा है। शिलाजीत हिमालय के ऊँचे पहाड़ो की चट्टानों से मिलने वाला एक गाढ़े भूरे रंग का खनिज पदार्थ होता है। उत्तर भारत में इसे शिलाजतु, सलाजीत, मम्मियो या मिमि आदि नामो से जाना जाता है। शिलाजीत के सेवन से बहुत से फायदे और नुक्सान होते है। तो चलिए अब हम आपको बतायेगे Shilajit Benefits and Side Effects

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Shilajit Benefits and Side Effects

शिलाजीत एक प्राकृतिक पदार्थ है, जिसका निर्माण प्राकृतिक रूप से होता है। इसके निर्माण में हजारो वर्ष का समय लग जाता है। यह प्रकृति का एक अनमोल उत्पाद है जो थोड़ा चिपचिपा होता है। शुद्ध शिलाजीत की महक गोमूत्र जैसी होती है। इसका उपयोग अधिकतर आयुर्वेदिक चिकित्सा में किया जाता है। Shilajit Benefits and Side Effects दोनों ही होते है। तो चलिए जानते है Shilajit Benefits and Side Effects

शिलाजीत के फ़ायदे (Shilajit Benefits)

  • बढ़ते ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है।
  • यह सूजन को कम करने में मदद करता है।
  • इसके सेवन से याददाश्त बढ़ती है।
  • शिलाजीत में कई मिनरल्स के साथ-साथ फुलविक और हुमिक एसिड मौजूद होते हैं, जो थकान की समस्या से राहत दिलाने में मदद कर सकता है।
  • यह अल्जाइमर रोग को कंट्रोल करने में सहायक होता है।
  • यह स्टैमिना बूस्ट करने में मदद करता है।
  • इसमें ब्लड शुगर कम करने की खूबिया होती है।
  • आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया रोग में भी शिलाजीत एक अच्छी औषधि के रूप में कार्य करता है।
  • इसके सेवन से अस्थमा तको कंट्रोल किया जा सकता है।
  • इसमें एंटी-ट्यूमर एक्शन होते है।
  • शिलाजीत डिमेंशिया,अल्जाइमर्स जैसी बुढ़ापे में होने वाली दिमागी समस्याओं में राहत दिला सकता है।
  • कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में सहायक है।
  • पुरुषों के टेस्टोस्टेरोन हॉर्मोन बढ़ाने में लाभकारी होता है।
  • यह दौरे पड़ने की स्थिति में भी फायदा करता है।
  • मूत्र संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए भी शिलाजीत को लाभकारी माना जा सकता है
  • यह दिल, लिवर, किडनी को स्वस्थ रखने में भी लाभदायक है।
  • इसमें पाचन को बेहतर करने के गुण भी मौजूद होते है।

शिलाजीत के नुक्सान (Shilajeet Side Effects)

  • अशुद्ध शिलाजीत के सेवन से हैवी मेटल्स जैसे लीड, मायकोटॉक्सिन, आर्सेनिक और मरकरी, ऑक्सीडेंट एजेंट और फ्री रेडिकल्स के कारण मदहोशी जैसा महसूस हो सकता है।
  • कुछ मामलों में पाया गया कि शिलाजीत वाले आयुर्वेदिक उत्पादों का सेवन करने से लीड पॉइज़निंग हो सकती है।
  • प्रेग्नेंसी और स्तनपान के समय शिलाजीत का उपयोग से नुक्सान होता है।
  • Shilajeet शरीर में अत्यधिक गर्मी कर देता है।
  • अत्यधिक सेवन से पैरो में गर्मी का एहसास होने लगता है।
  • अशुद्ध रूप से शिलाजीत के सेवन से नशे जैसी समस्या उत्पन्न हो सकती है।
  • अधिक मात्रा में सेवस्न से पेशाब की मात्रा में वृद्धि या कमी हो सकती है।
  • अधिक मात्रा में या लंबे समय तक इसके सेवन से एलर्जी की संभावना हो सकती है।
  • इसकी तासीर गर्म होती है, जिस कारण इसके अधिक सेवन से सर दर्द जैसी समस्या उत्पन्न हो सकती है।

शिलाजीत के फायदे, उपयोग और नुकसान क्या-क्या हैं जानें।

  • शिलाजीत को आप इलाइची के दाने और शहद के साथ ले सकते है।
  • शिलाजीत पाउडर को दूध के साथ ले सकते है।
  • शिलाजीत के कैप्सूल भी आते है जिनको आप दूध के साथ खा सकते हो।
  • आप चाहे तो नारियल तेल के साथ भी इसका उपयोग कर सकते है।
  • इसका सेवन घी, मक्खन के साथ भी किया जाता है।
  • शिलाजीत का उपयोग रात को सोने से पहले किया जाता है।
  • व्यायाम करने से पहले इसका उपयोग करना चाहिए।
  • इसका उपयोग बहुत कम मात्रा में ही करना चाहिए।
  • यदि आप शिलाजीत को दूध के साथ ले रहे हो तो इस दौरान मूली का सेवन न करे।
  • शिलाजीत का सेवन करने के बाद मास और मछली खाने से बचे।
  • इसको उपयोग कभी भी खट्टे फल के साथ नहीं करना चाहिए।

साथ ही हम आपको सलाह देंगे कि आप अपने आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह पर ही शिलाजीत का सेवन करे और उनके बताये गए अनुसार ही सभी मात्रा में इसका उपयोग करे।

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