Home Loan Insurance, यानी गृह ऋण बीमा, अनिवार्य नहीं है, परंतु यह आपके और आपके परिवार के लिए बेहद महत्वपूर्ण हो सकता है। इसे समझने के लिए, मान लीजिए कि आपने होम लोन लिया है और किसी कारणवश आपकी अकाल मृत्यु हो जाती है। ऐसी स्थिति में, आपके परिवार पर लोन चुकाने का भारी बोझ आ जाता है। इस परिस्थिति में, Home Loan Insurance आपके परिवार की बड़ी मदद कर सकता है।
मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए अपना घर खरीदना एक बड़ा और महत्वपूर्ण निर्णय होता है। घर खरीदने के लिए जरूरी पूंजी इकट्ठा करना अकसर लंबे समय और कठिन प्रयास का परिणाम होता है। इसलिए, बैंकों से Home Loan लेना एक पसंदीदा विकल्प बन जाता है। हालांकि, Home Loan का भुगतान अकसर एक दीर्घकालिक और भारी प्रतिबद्धता होती है।
महत्वपूर्ण विशेषताएं:
- अनपेक्षित दुर्घटनाओं में सुरक्षा: अगर होम लोन लेने वाले व्यक्ति की अचानक मृत्यु हो जाती है, तो इस बीमा योजना से बाकी बची हुई लोन राशि का भुगतान किया जाता है। इससे परिवार पर किसी भी तरह का वित्तीय बोझ नहीं पड़ता।
- मध्यम वर्ग के परिवारों के लिए आवश्यकता: ज्यादातर मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए घर खरीदना उनकी जीवन भर की बचत से संभव हो पाता है। होम लोन इंश्योरेंस उनके सपनों के घर को सुरक्षित रखता है।
- बीमा कवर की उपयोगिता: अगर लोन लेने वाले की असमय मौत हो जाती है, तो बीमा कंपनी लोन की शेष राशि का भुगतान कर देती है, जिससे परिवार के सदस्यों को घर खोने की चिंता नहीं रहती।
- प्रीमियम के विकल्प: होम लोन इंश्योरेंस का प्रीमियम आमतौर पर कुल कर्ज की राशि का 2 से 3 प्रतिशत होता है। आप इसे एकमुश्त अदा कर सकते हैं या फिर ईएमआई में शामिल करके मासिक भुगतान कर सकते हैं

होम लोन इंश्योरेंस क्या है ?
होम लोन इंश्योरेंस एक ऐसी सुरक्षा योजना है जो आपात स्थितियों में आपके और आपके परिवार की मदद करती है। यह विशेष रूप से तब महत्वपूर्ण हो जाता है जब आप लंबी अवधि का होम लोन लेते हैं।
यदि लोन लेने वाले की दुर्घटनावश मृत्यु हो जाती है, तो उस स्थिति में लोन की राशि का भुगतान कौन करेगा? ऐसी परिस्थितियों में बैंक परिवार से लोन की राशि वसूलने का प्रयास करते हैं और यदि परिवार लोन चुकाने में असमर्थ होता है, तो उन्हें अपना घर गंवाना पड़ सकता है। Home Loan Insurance ऐसी परिस्थितियों में बहुत सहायक होता है, जहां बीमा योजना के तहत शेष लोन की राशि का भुगतान बीमा कंपनी द्वारा किया जाता है।
हालांकि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) और बीमा नियामक (IRDA) दोनों ही Home Loan Insurance खरीदने की अनिवार्यता पर कोई दिशा-निर्देश नहीं देते, परंतु यह परिवार की सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण होता है। कई बैंक और वित्तीय संस्थाएं इसे लोन में जोड़कर ही ग्राहकों को बताते हैं, लेकिन इसे लेना या न लेना पूरी तरह से ग्राहक के निर्णय पर निर्भर करता है।
होम लोन इंश्योरेंस का प्रीमियम क्या होगा?
होम लोन इंश्योरेंस का प्रीमियम आमतौर पर कुल कर्ज की राशि का 2 से 3 प्रतिशत होता है। इसे या तो एकमुश्त जमा किया जा सकता है, या ईएमआई के रूप में भी चुकाया जा सकता है। हालांकि, कुछ विशेष स्थितियों में, जैसे कि लोन को दूसरे बैंक में ट्रांसफर करना, प्री-पेमेंट, या रीस्ट्रक्चरिंग कराना, बीमा कवर प्रभावित नहीं होता है। लेकिन अगर लोन स्वाभाविक मृत्यु या आत्महत्या के कारण शिफ्ट या बंद किया जाता है, तो बीमा कवर खत्म हो जाता है।
तो यदि आपने अभी-अभी होम लोन लिया है तो होम लोन इंश्योरेंस मुश्किल समय में आपके और आपके परिवार के लिए सहायक हो सकता है। इसलिए अवश्य होम लोन इंश्योरेंस लेकर रखें।
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