कांग्रेस के भारत जोड़ो और नीतीश के दिल्ली दौरे के बीच क्या है BJP का ‘मिशन 2024’?

भारत जोड़ो मिशन 2024: बीजेपी नेताओं की मीटिंग में उन सभी 144 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करने की प्लानिंग पर चर्चा की गई, जिन पर पार्टी थोड़े से अंतर से हार गयी थी। हालाँकि अभी साल 2022 ही चल रहा है लेकिन ख़बरों में चुनाव 2024 की बाते हो रही है। इसकी वजह है कि चुनाव के दो साल पहले ही असभ्य राजनीतिक पार्टियों ने चुनावों की तैयारी करना शुरू कर दिया है। कांग्रेस और अन्य सियासी विपक्षी दलों में सीटों के उम्मीदवारों को लेकर मंथन हो रहा है।
दूसरी तरफ बिहार में भाजपा (BJP) को झटका दे चुके सीएम नीतीश कुमार भी दिल्ली में पहुँचे हुए है। नीतीश का विपक्षी दलों के नेताओं को सीधा सन्देश है कि वो (Nitesh Kumar) ही 2024 चुनाव में पीएम मोदी का मुकाबला कर सकते है। विपक्ष की सक्रियता को देखकर भाजपा ने भी मिशन 2024 के लिए रोडमैप तैयार करना शुरू कर दिया है।
नीतीश कुमार का 2024 अभियान
पहले बिहार में भाजपा के साथ मिलकर सरकार चलाने वाले नीतीश कुमार ने अब आरजेडी का साथ देते हुए सरकार बना रखी है। पिछले दिनों के घटनाक्रम को देखकर कहा जाने लगा है कि नितीश ने बिहार के साथ दिल्ली पर भी नजर टिका रखी है। उनकी पार्टी JDU नेताओं ने इस बात को अपने बयानों से गर्मी दे रखी है।
अब दिल्ली पहुँचने के बाद तो नीतीश भी खुलकर मैदान में उतर चुके है। वो बहुत से मुख्य विपक्षी नेताओं से मुलाकाते करते हुए विपक्षी एकता की बात पर जोर दे रहे है। ऐसा कहा सकता है कि नीतीश खुद को विपक्ष की तरफ से मोदी का सामना करने वाले नेता की तरह दिखा रहे है।
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2024 के लिए भाजपा की रणनीति
इस समय सत्ता पर मजबूत पकड़ रखने वाली बीजेपी भी मिशन 2024 के लिए पूरी तैयारी करके बैठी है। पार्टी का जोर उन सीटों पर फतेह पाना है जिनमे पिछले चुनावो में पार्टी को हारना पड़ा था। इसी बात को ध्यान में रखते हुए 6 सितम्बर पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय संघठन महासचिव बी एल संतोष ने लोकसभा की 144 सीटों पर पार्टी को अधिक मजबूती देने की बात कही है। इन सभी सीटों को जीतने के लिए वरिष्ठ एवं केंद्रीय नेताओं में समीक्षा का दौर चल रहा है।
कांग्रेस कर रही ‘भारत जोड़ो यात्रा’
अपने सबसे बुरे सियासी दौर में भी प्रमुख विपक्षी पार्टी कही जाने वाली कांग्रेस भी शांत नहीं है। पार्टी के नेताओं की तकरार के बीच भी कांग्रेस भारत जोड़ों यात्रा को शुरू कर चुकी है। खुद राहुल गाँधी ने यात्रा को शुरू करवाया। खबरे है कि यह यात्रा का आयोजन राहुल को प्रधानमंत्री उम्मीदवार के रूप में खड़ा करने की कोशिश है। कांग्रेस इस यात्रा को लोकतंत्र विरोधी ताकतों से टक्कर के रूप में देख रही है। कांग्रेस ने अपने यात्रा अभियान में प्रत्येक दिन 25 किमी की पदयात्रा पूरी करने का लक्ष्य रखा है। इस प्रकार से ये पूरी यात्रा 150 दोनों में 3500 किमी का सफर तय कर लेगी।
ममता बनर्जी भी मैदान में
जब से ममता बनर्जी ने भाजपा को पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनावों में शिकस्त दी है तभी उनका नाम भी पीएम कैंडिडेट की लिस्ट में आ रहा है। इसके साथ ही वो खुद भी पीएम बनने की इच्छा को रखे हुए है। पिछले कुछ समय से ममता का रुख राष्ट्रीय राजनीति में दिखने लगा है। ममता की पार्टी (TMC) के नेता उन्हें 2024 के पीएम उम्मीदवार की तरह पेश कर चुके है। यद्यपि ममता इस बात को खुलकर नहीं कह रही है। ममता बनर्जी ने नीतीश से पहले ही विभिन्न विपक्षी नेताओं से मुलाकाते कर ली है। इन दौरों के बाद उनका साफ कहना था कि विपक्ष को मोदी सरकार के सामने खड़ा हो होगा।