रश्मिका मंदाना के बाद कटरीना कैफ Deepfake टेक्नोलॉजी का ताजा शिकार बनी हैं। एक एडिटेड वर्जन में उन्हें टॉवल के बजाय एक लो-कट व्हाइट टॉप के साथ दिखाया गया है।
डीपफेक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से तैयार फोटो, वीडियो, ऑडियो को कहा जाता है. दरअसल, डीपफेक कंटेंट एकदम नकली होता है, लेकिन ये दिखने में बिलकुल असली लगता है
डीपफेक का सबसे बड़ा खतरा यही है कि ये समाज में आसानी से गलत जानकारी फैला सकता है. लोगों के लिए असली और नकली के बीच फर्क कर पाना बेहद मुश्किल हो जाता है.
डीपफेक से बचने के लिए आपको अपनी ऑनलाइन मौजूदगी को कम से कम रखना होगा. इसका मतलब है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल सावधानी के साथ करें
लगातार फोटो-वीडियो पोस्ट करना आपको खतरे में डाल सकता है. इसलिए सोशल मीडिया अकाउंट्स को पब्लिक की बजाय प्राइवेट रखें और स्ट्रॉन्ग पासवर्ड का इस्तेमाल करें
अगर आपके साथ डीपफेक जैसी घटना होती है तो तुरंत पुलिस या साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराएं
IT एक्ट, 2000 के तहत किसी की पहचान के साथ खिलवाड़ करके कुछ भी ऑनलाइन पोस्ट करना अपराध है. ऐसा करने पर कम से कम 1 लाख रुपये का जुर्माने के अलावा जेल की सजा भी हो सकती है