Gujarat CM: गहलोत के इस्तीफे पर रार के बीच BJP के पूर्व सीएम विजय रुपाणी का बड़ा खुलासा

गुजरात के विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे है। इसी कारण से वहाँ पर राजनैतिक पार्टियों की तैयारियाँ जोरशोर से चल रही है। एक ओर कॉंग्रेस सत्ता में वापसी के लिए ताकत लगा रही है तो दूसरी ओर मैदान में आम आदमी पार्टी की भी एंट्री हो चुकी है। AAP ने नगर निगम, सूरत के चुनावों में अच्छा प्रदर्शन करके विधानसभा में अपनी स्थिति मजबूत करनी शुरू कर दी है। राजनीतिक घटनाक्रम के बीच भूतपूर्व सीएम और बीजेपी (BJP) के दिग्गज नेता विजय रुपाणी ने एक साल के बाद अपने इस्तीफे पर बड़ा खुलासा किया है।
रुपाणी बता रहे है कि इस्तीफे को देने से पहले की रात में उनको बीजेपी “हाईकमान” ने इस्तीफा देने की बात कही थी।
ना ही कारण पूछा और ना ही वजह बताई
11 सितम्बर 2021 के दिन रुपाणी ने अपना इस्तीफा सौपा था। अपने एक साक्षात्कार में रुपाणी ने बताया था कि भाजपा हाईकमान में उनको इस्तीफे के लिए कहा था और इसी के अगले दिन उन्होंने अपने पद को त्याग दिया था। उन्होने आगे बताया, उन्होंने इस कदम के लिए पार्टी से कारण पूछा और ना ही उनको इनके लिए वजह बताई गयी। उन्हें इसका निर्देश मिला और अगले उन्होंने पद को त्याग दिया।
अब राजस्थान की रार से इसकी तुलना
अपने इस्तीफे पर खुलासे के बाद इसकी तुलना राजस्थान में जारी नए घटनाक्रम से होने लगी है। वहाँ पर सीएम अशोक गहलोत को कॉंग्रेस पार्टी की ओर से पद छोड़ने के लिए कहने पर घमासान छिड़ा हुआ है। यद्यपि कॉंग्रेस ने गहलोत को पदोन्नति देकर पार्टी में शीर्ष पद देने की बात कही है। इसके बाद भी गहलोत समर्थक विधायक और मंत्रियों ने बगावत के सुर पकड़ लिए है।
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इस्तीफे के 1 साल बाद भाजपा ने बड़ी जिम्मेदारी दी
विजय रुपाणी के इस्तीफे के 1 साल का समय बीत जाने के बाद भाजपा हाईकमान ने उनसे संपर्क किया है। अब पार्टी ने रुपाणी को पंजाब के प्रभारी के तौर पर नियुक्ति दी है। इसकी वजह यह है कि पंजाब में बीजेपी अपनी स्थिति को मजबूती देना चाहती है। बीते दिनों में ही कॉंग्रेस दिग्गज नेता और पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह ने भी भाजपा में अपनी पार्टी का विलय किया है।
रुपाणी ने इसको उन्नति का अवसर कहा
लेकिन पुरानी बातों को ना दोहराते हुए विजय रुपाणी इस कार्य को राष्ट्रिय राजनीति में अपनी उन्नति के नए मार्ग की तरह देख रहे है। रुपाणी कहते है, ‘ मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूँ कि पार्टी ने मुझे पहले शहर के स्तर पर, फिर क्षेत्रीय स्तर पर काम सौपा और मैंने उसी के अनुसार काम किया।’ रुपाणी ने यह भी बताया कि वे इस साल के आखिर तक गुजरात के विधानसभा चुनाव में गहरी रूचि लेंगे और यह भी सुनिश्चित करेंगे कि बीजेपी को दो-तिहाई बहुमत की जीत मिले। उनके अनुसार वे आने वाले 5 सालों में पंजाब में बीजेपी को मजबूत विपक्ष बनाकर पीएम मोदी की लोकप्रियता से 2027 में सत्ता हासिल करेंगे।