अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन की पहली भारत यात्रा, द्विपक्षीय वार्ता में जरुरी मामलो पर चर्चा होगी

भारत में G20 सम्मेलन की मीटिंग होने जा रही है और इसकी अध्यक्षता भी भारत हो ही सौपी गई है। सितम्बर में होने जा रहे इस समिट में अमेरिकी प्रेजिडेंट जो बाइडेन भी दिल्ली आ रहे है। 7 से 10 सितम्बर में अमेरिका के राष्ट्रपति अपनी पहली भारत यात्रा पर आएंगे। अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में उनकी यह पहली यात्रा होने जा रही है।
बाइडेन के लिए भारत काफी जरुरी
जो बाइडेन की पहली भारत यात्रा का यह महत्त्व है कि अब अमेरिका, भारत के साथ विभिन्न आर्थिक समझौतो एवं अन्य मामलो पर संजीदगी से सोचना शुरू कर चुका है। अमरीकी राजदूत एरिक गॉर्सेटी ने कहा – प्रेजिडेंट बाइडेन ने उनको कहा है कि उनके लिए दुनिया में सबसे जरुरी देश भारत है। एरिक के अनुसार जब उनको भारत के राजदूत का कार्य करने को कहा गया था तब प्रेजिडेंट ने उनको भारत से खास सम्बन्ध होने की बात कही थी।
चाइना प्लस वन नीति में भारत खास
अमेरिका की अर्थनीति में यह बहुत जरुरी है कि एक ओर तो इण्डिया के लिए चाइना प्लस वन पर चर्चा हो रही है। इसमें लोगो की इच्छा है कि इण्डिया की हिस्सेदारी और हो। दूसरी ओर वैश्विक स्थिति के अनुसार काफी सारी बातो पर विचार करने है। इसमें उनकी इच्छा है कि भारत की हिस्सेदारी ज्यादा हॉग। वैसे वर्तमान की वैश्विक स्थितियों से काफी मामलो पर सोचने की जरूरत है।
सरकार ने 3 दिनों का अवकाश रखा
दिल्ली सरकार ने भी जी-20 सम्मेलन की वजह से पब्लिक हॉलिडे घोषित कर दिया है। इस समय पर निजी कार्यालय, मॉल्स एवं बाजार को बन्द रखा जाना है और स्कूल भी 3 दिनों तक बंद रहने वाले है। जी-20 समिट के कारण से सार्वजनिक अवकाश रखने की सिफारिश दिल्ली पुलिस ने की है। खबरे है कि निजी कार्यालयों में वर्क फ्रॉम होम करवाने के निर्देश भी दिए है किन्तु मेट्रो सेवा जारी रहेगी।
समिट से पहले पहुँचेंगे बाइडेन
व्हाइट हाउस ने कहा है कि राष्ट्रपति बाइडेन जी-20 सम्मेलन से 2 दिन पहले ही भारत आ जायेंगे। इस तरह वे करीबन 4 दिनों तक भारत यात्रा पर रहने वाले है। इस बीच पीएम मोदी और बाइडेन के बीच में 2 बार वार्ता हो सकती है। अमरीका की सरकार ने इस यात्रा को काफी महत्व दिया है।
दोनों पक्ष व्यापार और रक्षा सहित साइबर सुरक्षा के मामलो पर समझौते कर सकते है। 2026 का जी-20 सम्मेलन अमेरिका में होने वाला है जिसमे अध्यक्षता की जिम्मेदारी पीएम मोदी बाइडेन को देंगे।
भारत के लिए अच्छा अवसर रहेगा
बाइडेन के ये यात्रा इंडिया के लिए एक अच्छा अवसर है वे यहाँ आकर इंडिया को जानने का प्रयास करेंगे। देशों की मित्रता निभाने के 2 ही तरीके होते है – पहला, ठोस मुद्दों पर चर्चा करना और दूसरा, हलकी शक्ति पर चर्चा करना। ओबामा, ट्रम्प या अन्य प्रेजिडेंट, सभी ने इसके बारे में सोचा है और इसके लिए परियोजना भी रखते है। अन्य देशों का भी ध्यान दोनों देशों पर रहने वाली है।
ये मुद्दे वार्ता का विषय रहेंगे
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक़, बाइडेन हाउस ने जानकारी देइ है कि अमेरिकी राष्ट्रपति इस बार के जी-20 समिट में जलवायु बदलाव, क्लीन एनर्जी जैसे अन्य मुद्दों पर वार्ता करने वाले है। इसके अतिरिक्त विकास बैंको का विकास, ग्लोबल प्रॉब्लम को सुलझाना, गरीबी कम करना इत्यादि मामलो पर भी बातचीत होगी। अभी बाइडेन यूक्रेन में हो रहे युद्ध के सोशल और इकोनोमिकल इफ़ेक्ट को भी कम करने पर चर्चा करेंगे।
भारत दौरा करने वाले 8वें अमेरिकी प्रेजिडेंट
भारत का दौरा करने वाले अमेरिकी प्रेजिडेंट में बाइडेन का नम्बर आँठवा है। इससे पहले राष्ट्रपति ड्वाइट आइजनहावर (1959), रिचर्ड निक्सन (1969), जिमी कार्टर (1978), बिल क्लिंटन (2000), जॉर्ज बुश (2006), बराक ओबामा (2010 व 2015) व डॉनल्ड ट्रंप (2020) में भारत का दौरा कर चुके हैं।