UPI Payment: भारतीय बाजार में UPI (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) का उपयोग बीते कुछ महीनों में नई ऊंचाइयाँ छू रहा है। फोन पे, गूगल पे जैसे प्लेटफॉर्म्स के जरिए होने वाले लाखों ट्रांजैक्शन्स ने डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में कई रिकॉर्ड्स तोड़ दिए हैं। लेकिन, अब UPI आईडी उपयोगकर्ताओं के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना सामने आ रही है। NPCI (National Payment Corporation of India), जो कि भारत में UPI पेमेंट सिस्टम का नियमन करती है, ने एक नया निर्णय लिया है। इस निर्णय के अनुसार, दिसंबर के बाद कई UPI आईडी धारक अपनी आईडी से लेन-देन नहीं कर पाएंगे। यह फैसला उन लाखों उपयोगकर्ताओं को प्रभावित करेगा जो वर्तमान में UPI आईडी का उपयोग कर रहे हैं।
इस निर्णय का उद्देश्य और इससे होने वाले प्रभाव को लेकर अभी तक स्पष्ट जानकारी उपलब्ध नहीं है। हालांकि, इससे देश में डिजिटल लेनदेन के परिदृश्य में बड़े बदलाव की आशंका जताई जा रही है। NPCI का यह कदम वित्तीय सुरक्षा और लेनदेन की प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया जा सकता है।
NPCI का महत्वपूर्ण फैसला
नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने डिजिटल भुगतान प्रणाली में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। उनके अनुसार, वे ग्राहक जिन्होंने पिछले एक वर्ष में अपनी UPI आईडी के माध्यम से कोई लेनदेन नहीं किया है, उनकी यूपीआई आईडी को बंद करने की योजना है। इस नीति के अनुसार, इनएक्टिव यूपीआई आईडी वाले ग्राहकों के खाते 31 दिसंबर तक बंद कर दिए जाएंगे।
7 नवंबर को NPCI द्वारा जारी गाइडलाइन्स में बताया गया है कि इनएक्टिव यूपीआई आईडी भी एक समस्या है। इसका कारण यह है कि यूपीआई आईडी हमारे फोन नंबर से जुड़ी होती है और कई बार उपयोगकर्ता फोन नंबर बदलने के बावजूद आईडी को बंद नहीं करते। इस स्थिति में, अगर उस मोबाइल नंबर को किसी और व्यक्ति को आवंटित किया जाता है, तो गलत पेमेंट की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
डिजिटल भुगतान प्रणाली को किया जाएगा अधिक सुरक्षित
इस फैसले के साथ NPCI ने यह स्पष्ट किया है कि उनका लक्ष्य डिजिटल भुगतान प्रणाली को और अधिक सुरक्षित और प्रभावी बनाना है। इस कदम से यूपीआई आईडी के दुरुपयोग और गलतियों को कम किया जा सकेगा, साथ ही यह उपयोगकर्ताओं को अपने डिजिटल खातों के प्रबंधन में अधिक सतर्क रहने की प्रेरणा देगा। इस नई पहल के साथ, NPCI भारतीय डिजिटल पेमेंट इकोसिस्टम को अधिक सुचारु और उपयोगकर्ता-अनुकूल बनाने की दिशा में एक कदम बढ़ा रहा है।
31 दिसंबर तक का है समय
डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण अपडेट के रूप में, NPCI (नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया) ने नया निर्देश जारी किया है, जिसके अनुसार 31 दिसंबर तक इनएक्टिव रहने वाली UPI आईडी को 1 जनवरी 2024 से डिएक्टिवेट कर दिया जाएगा। यह नियम उन सभी UPI आईडी पर लागू होगा जिनका उपयोग पिछले एक वर्ष में नहीं किया गया है।
यह नई प्रक्रिया उपयोगकर्ताओं के लिए एक अलर्ट के तौर पर काम करेगी। अगर आपकी UPI आईडी भी लंबे समय से निष्क्रिय है, तो इसे तुरंत एक्टिव करना होगा। इसके लिए आपको फाइनेंशियल या नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन करने होंगे।
NPCI का यह कदम डिजिटल पेमेंट सिस्टम को और अधिक सुरक्षित और प्रभावी बनाने की दिशा में है। इस नियम से न केवल डिजिटल लेन-देन की सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि यह उपयोगकर्ताओं को अपनी डिजिटल पहचान का सतर्कतापूर्वक प्रबंधन करने के लिए भी प्रेरित करेगा। इसलिए, अगर आपने अपनी UPI आईडी का उपयोग लंबे समय से नहीं किया है, तो इसे सक्रिय करने के लिए तुरंत कदम उठाएं, ताकि आप डिजिटल भुगतान की सुविधाओं का आनंद बिना किसी रुकावट के उठा सकें।