UP News: उत्तर प्रदेश सरकार ने हाल ही में एक नया कदम उठाते हुए प्रदेश में हलाल सर्टिफिकेट प्रोडक्ट्स की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह फैसला व्यापक चर्चा और चिंतन का विषय बना हुआ है। इस प्रतिबंध के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए, खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन (FSDA) की टीमें प्रदेश के विभिन्न बाजारों और शॉपिंग मॉल्स में जांच-परीक्षण कर रही हैं।
इन सर्टिफाइड प्रोडक्ट की रुकेगी बाजार में बिक्री
इस अभियान के अंतर्गत, FSDA की टीमों ने हरदोई शहर में कई जगहों पर छापेमारी की। यहाँ वी मार्ट, विशाल मेगा मार्ट, रस्तोगी कन्फेक्शनरी जैसे प्रमुख व्यापारिक प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया। इन जगहों पर, टीम ने कोल्ड ड्रिंक, ड्राई फ्रूट्स और अन्य खाद्य सामग्री की सावधानी से जांच की, ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट बाजार में न बिके।
इस जांच के दौरान, खाद्य विभाग की टीम को किसी भी हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट का पता नहीं चला। यह दिखाता है कि विक्रेताओं ने इस नए नियम का पालन किया है। फिलहाल, खाद्य विभाग सरकार के इस आदेश को जोर-शोर से लागू करने में लगा हुआ है, और इस दिशा में आगे भी इसी प्रकार की चेकिंग और मॉनिटरिंग जारी रहेगी। इस कदम का उद्देश्य बाजार में हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट्स की बिक्री को रोकना और सख्ती से नियमों का पालन सुनिश्चित करना है।
खाद्य विभाग अधिकारी ने दिया बयान
उत्तर प्रदेश सरकार ने एक अहम निर्णय लेते हुए हलाल सर्टिफिकेट वाले प्रोडक्ट्स पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिसे लागू करने के लिए सक्रिय प्रयास किए जा रहे हैं। इस संदर्भ में, खाद्य विभाग के अधिकारी सतीश कुमार ने बताया कि बाजार में हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट्स की बिक्री पर पूर्णत: प्रतिबंध है। इस नियम का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने के लिए, विभाग की टीमें बाजारों और शॉपिंग मॉल्स में निरंतर जांच कर रही हैं।
उन्होंने आगे बताया कि अब तक ऐसा कोई प्रोडक्ट नहीं मिला है जो हलाल सर्टिफाइड हो। यदि आगे भी कोई ऐसा प्रोडक्ट मिलता है, तो उस पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। विभाग द्वारा इसे लेकर निरंतर निगरानी और सघन चेकिंग की जा रही है, ताकि सरकार के इस आदेश का पूर्ण अनुपालन सुनिश्चित हो सके। सतीश कुमार के अनुसार, सरकार का यह निर्णय समाज के सभी वर्गों के हित में है और इसे लागू करने में विभाग पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।