Union Budget 2023: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कही ये बात, अगले साल आम जनता को मिलेगा ये खास तोहफा
देश में अगले साल पेश होने वाले बजट को लेकर वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने दी बड़ी जानकारी, भारत में ग्रोथ फैक्टर को सबसे जरुरी बताया, आर्थिक विकास और महंगाई के संतुलन को लेकर की जाएगी खास तैयारी, जाने पूरी जानकारी।

Union Budget 2023: वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में अगले साल के आम बजट को लेकर बड़ी जानकारी दी है, उन्होंने वर्ष 2023 को लेकर पेश किए जाने वाले आम बजट को लेकर कहा है की उन्हें बजट को इस तरह तैयार करना होगा जिससे देश के आर्थिक विकास की गति बरकरार रहे साथ ही महंगाई को भी कम किया जा सके, इस बजट के जरिए महंगाई पर अंकुश लगाने की कोशिश की जाएगी, जिससे आम जनता को काफी फायदा मिले, चलिए जानते हैं अगले साल के बजट पर की गई बातचीत की पूरी जानकारी।
अमेरिका दौरे पर वित्त मंत्री
आपको बता दें इस समय देश की वित्तमंत्री अंतराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक की वार्षिक बैठक में भाग लेने के लिए अमेरिका के दौरे पर हैं, जहाँ वित्तमंत्री ने ब्रूकिंग्स इंस्टीट्यूट में कार्यक्रम के दौरान बजट को लेकर अर्थशास्त्री ईश्वर प्रसाद के साथ बातचीत करते हुए यह सब बाते की हैं। इस बातचीत में उन्होंने अगले साल 2023 के बजट को लेकर भी चर्चा की है हालांकि बजट को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा की बजट को लेकर अभी कुछ भी कहना संभव नहीं क्योंकि ये बहुत जल्द होगा, लेकिन आर्थिक विकास को लेकर प्राथमिकताएं सबसे ऊपर होंगी।
अगले साल बजट को लकेर कही ये बातें
वित्तमंत्री ने अगले साल के बजट को लेकर ग्रोथ फैक्टर को सबसे जरुरी बताया, उन्होंने बताया की देश में महंगाई को लेकर चिंताएं हैं, इसलिए महंगाई से भी निपटने के लिए कई खास प्रयास किए जाएँगे। वित्तमंत्री ने कहा की एनर्जी, फर्टिलाइजर और खाद्य को लेकर जो वैश्विक संकट खड़ा हुआ है, जिसने भारत को काफी हद तक प्रभावित किया है इसे लेकर भी हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं की आम लोगों पर इसका असर ना पड़े।
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दिसंबर से शुरू होंगी तैयारियाँ
एक फरवरी 2023 को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण लगातार पाँचवी बार मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखरी पूर्ण बजट पेश करेंगी। जिसकी तैयारी दिसंबर से होनी शुरू हो जाएँगी, वित्त मंत्रालय के अलग-अलग मंत्रालयों, विभागों और केंद्रशाषित प्रदेशिन के साथ बजट पूर्व बैठकों का सिलसिला 10 अक्टूबर, 2022 से शुरू हो चुका है, जो नवंबर तक चेलगा। इसके बाद वित्त मंत्री उद्योगजगत, सामाजिक क्षेत्र, अर्थशास्त्रियों, कृषि जानकारों, स्टार्टअप और लेबर यूनियनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करेंगी और बजट को लेकर सलाह मशवरा किया जाएगा।
कोरोना के कारण आर्थिक विकास की रफ्तार घटी
देश में आर्थिक विकास और महंगाई को लेकर बातचीत में वित्तमंत्री ने इनके संतुलन की बात में यह भी कहा की कोरोना महामारी के बाद देश को जो गति मिली है वह अगले साल भी बनी रही। इसे लेकर आईएमएफ ने 2022-23 वित्त वर्ष में भारत के आर्थिक विकास दर के अनुमान को घटाते हुए 6.8 फीसदी रहने का अनुमान जताया है, जो आईएमएफ के पहले के अनुमान से 0.6 फीसदी कम है, आईएमएफ ने 3 महीने में दूसरी बार अनुमान को घटाया है, आईएमएफ से पहले वर्ल्ड बैंक, एआरबीआइ समेत कई रेटिंग एजेंसियों ने भारत को आर्थिक विकास दर के अनुमान को घटाया है। आरबीआई का मानना है की 2022-23 में 7 फीसदी जीडीपी रह सकता है।