हमारे देश में साल के अंत में ही फेस्टिवल सीजन शुरू होता है और अक्टूबर के बाद ही लोग खरीदारी शुरू कर देते है। अभी ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार जुलाई एवं सितम्बर महीने में लोगो द्वारा मकान, वाहन एवं इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस सहित सभी तरह के जरुरी वस्तुओ की खरीदारी में वृद्धि दिखी है।
इस तिमाही में घर से लेकर कार तक की सालभर में होने वाली सेल के रिकॉर्ड टूटे है। अमूमन मानसून की वजह से ये तिमाही मंदी ही जाती है किन्तु इस टाइमपीरियड में जैसा प्रदर्शन सेल के मामले में हुआ है वो आने वाले समय में जबरदस्त सेल की ओर इशारा कर रहा है।
एक साल में 73 फ़ीसदी लोगो की आय बढ़ी
सेल में हुई इस वृद्धि के कारण भी पता लगने लगे है। यूबीएस एविडेन्स लैब इण्डिया के शोध के अनुसार देश के 73 फ़ीसदी लोगो के द्वारा अपनी आय में बढ़ोत्तरी को दर्ज़ किया गया है। किन्तु इसके विपरीत 24 फ़ीसदी लोगो द्वारा अपनी इनकम में कमी की बात भी स्वीकारी गई है। 70 प्रतिशत लोगो ऐसे भी है जोकि आने वाले साल में आय बढ़ने की बात कह रहे है।
ऑनलाइन भुगतान में कमी होगी
इस शोधकार्य को देशभर में 18 से 54 वर्ष आयु के 1,500 नागरिको पर किया गया था जोकि हाई इनकम एवं मिडिल इनकम इनकम कैटेगरी से सम्बंधित थे। अब ऑनलाइन भुगतान में 71 प्रतिशत के बजाए 58 प्रतिशत ग्राहक ही रूचि दिखाने वाले है। इसके अतिरिक्त नकद में भुगतान करने वालो की संख्या 27 से 35 प्रतिशत तक हो सकती है।
यह भी अनुमान है कि प्रधानमंत्री जी के आग्रह के बाद लोग ‘वोकल फॉर लोकल’ योजना के प्रभाव में आकर लोकल वस्तुएँ खरीदने में रूचि दिखाएंगे।
मकान, वाहन एवं गैजेट्स ख़रीदे जायेंगे
इस सर्वे में लोगो के द्वारा की गई खरीदारी में वस्तुओ के प्रकार को भी जान लेना चाहिए। इस शोध के अंतर्गत आए लोगो ने पिछले तीन माह में सोना, आभूषण में बहुत पैसा निवेश किया है।
52 फ़ीसदी लोग ऐसे भी है जोकि आने वाले 2 वर्षो में मकान लेने की प्लानिंग करने में लगे है। 58 प्रतिशत टूव्हीलर और 50 प्रतिशत लोग कार खरीदने के मूड में है। 61 प्रतिशत लोग एसी, टीवी, फ्रिज एवं लैपटॉप लेने की मंशा रखते है।
खरीदारी में महँगाई बाधक होगी
सर्वे में जोश से भरने वाले आँकड़े आने के बाद कुछ बात थोड़ी चिंताजनक भी है। इस साल के फेस्टिवल सीजन में महँगाई लोगो की खरीदारी में थोड़ा नकारात्मक असर जरूर डाल सकती है। इस शोध में सम्मिलित हुए 60 प्रतिशत लोगो के अनुसार पिछले 2 वर्षो में महँगाई में 6% से अधिक वृद्धि हुई है।
इस वर्ष (festival season) ज्यादा बरसात ने भी सब्जी, दाल एवं दूध के मूल्यों में काफी वृद्धि कर दी है। ये बात बहुत से लोगो को सामान खरीदने में आडे आ रही है।
70% से अधिक फेस्टिवल में खर्चा करेंगे
शोध के अनुसार इस साल के फेस्टिवल सीजन में 70 प्रतिशत लोग पिछली बार की तुलना में अधिक खर्चा करने की सोच में है। किन्तु 18 प्रतिशत लोग पिछली बार जितना ही खर्चा करने वाले है। 11 प्रतिशत लोग ऐसे भी है जिन्होंने इस साल कम खर्च करने की प्लानिंग कर ली है।
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फेस्टिवल सीजन में ग्रामीणों की स्थिति
मौसम की मार पड़ने के बाद कम बारिश की वजह से गेंहू एवं धान की फसलों के कमजोर रहने से ग्रामीणों का त्योहारी सीजन फीका रह सकता है। इसका सीधा प्रभाव मिलने वाले राजस्व पर दिखा है। हालाँकि राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार स्कीम के अंतर्गत काम की डिमांड भी बढ़ी है।