सिक्किम में बादल के फटने से आई बाढ़ (flash flood) ने काफी नुकसान किया है और अब इससे मरे लोग की संख्या भी बढ़ने लगी है। बाढ़ के कारण न मिल पाने वाले लोगो की संख्या 142 हो चुकी है और इनको खोजा जा रहा है। पडोसी राज्य पश्चिम बंगाल से भी 30 डेड बॉडी मिली है।
सिक्किम बाढ़ हादसे में मरे हुए नागरिको का आँकड़ा 56 तक पहुँच गया है। लापता हुए 22 सैनिको में से 6 की डेड बॉडी भी मिली है। सिक्किम एवं पश्चिम बँगाल की सरकारों में इस घटना को लेकर नवीनतम डेटा भी शियर किया है।
सिक्किम राज्य की तिस्सा नदी (Tissa River) में बादल फटने के बाद आयी बाढ़ ने पीछे विनाश का मंजर छोड़ दिया है। 4 दिन बाद चारो ओर फैले कीचड एवं मलबे से राहत दल को डेड बॉडी मिल रही है। अभी तक 56 डेड बॉडी मिलने की पुष्टि हो चुकी है और इनमे से तिस्सा नदी में से सर्वाधिक 30 डेड बॉडी मिली है।
राज्य में 3000 टूरिस्ट फँसे
इस समय बाढ़ के बाद सिक्किम में 3000 से अधिक टूरिस्ट भी फंस गये है। शासन इन यात्रियों को हवाई जहाज के द्वारा रेस्क्यू करने के प्रयास कर रहा है लेकिन इस काम में वहां का खराब मौसम आड़े आ रहा है। 6 अक्टूबर में भी एयरफ़ोर्स ने MI-17 हेलीकाप्टर से राहत मिशन करने की काफी कोशिशे की।
पश्चिम बँगाल की सरकार से मिली जानकारी के अनुसार, उनके 3 जिलों सिलीगुड़ी, जलपाईगुड़ी एवं कूचबिहार से होकर जाने वाली तिस्सा नदी से काफी डेड बॉडी मिली है। सिक्किम की सरकार ने जानकारी दी है कि मंगन से 4, गंगटोक से 6 एवं पाकयोंग से 7 (सेना के जवान) डेड बॉडी मिली है।
सिक्किम में 2,413 नागरिको को रेस्क्यू किया
सिक्किम की सरकार से मिले आंकड़ों के अनुसार, अभी तक 142 नागरिक की खोज जारी है और इस आपदा में राज्य के 25 हजार से अधिक नागरिक प्रभावित हो चुके है। पिछले हफ्ते बुधवार में बादल फटने के बाद तिस्सा नदी में बाढ़ आ गई थी।
बाढ़ से 1,200 घर एवं 25 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए थे और 13 फुल भी बह गए थे। राज्य के अलग-अलग स्थानों पर 2,413 नागरिको को रेस्क्यू करने की खबर है। सिक्किम में 6,875 नागरिको ने 22 राहत शिविरों में जगह ले रखी है। अभी प्रदेश के बहुत से क्षेत्र देश के अन्य क्षेत्रों से भी अलग रह गए है।
एयरफोर्स के अभियान होने की सम्भावना
शीर्ष अधिकारीयों से मिली जानकारी के अनुसार राज्य में 3 हजार टूरिस्टों के फंसे होने की खबर है जिनको अभी भी निकला नहीं जा सका है। एयरफाॅर्स ने भी एमआई-17 हेलीकाप्टर से मदद की कोशिशे की है किन्तु अभी क्षेत्र में मौसम की स्थिति भी प्रतिकूल है।
इस क्षेत्र के निचले इलाके में बादल छाए हुए है और लाचेन एवं लाचुंग घाटियों में दृश्यता की कमी हो रही है। यही वजह है कि बागडोगरा एवं चाटेन से हेलीकाप्टर उड़ नहीं पा रहे है। किन्तु उम्मीद है कि शनिवार के दिन मौसम सही होने पर उड़ान भरी जा सकेगी।
शनिवार को थोड़ी बारिश हो सकती है
राज्य के सड़क और पुल मंत्री समदुप लेप्चा (Samdup Lepcha) एवं DIG ताशी वांग्याल भूतिया भी 6 तारीख को मैदानी जायजा लेने गए थे। उन्होंने पैदल ही अफसर के साथ दजोंगु मार्ग से चुंगथांग के हालातो की जानकारी जुताई। हालाँकि मौसम विभाग ने आने वाले 5 दिनों में मंगन जिले के ज्यादातर क्षेत्रों में थोड़ी वर्षा होने के अनुमान जारी किये है।
यह भी पढ़ें :- आप नेता संजय सिंह के घर ईडी की छापेमारी, शराब घोटाले के मामले में रेड की गई
मरने वालों के परिवारों को हर्जाना
राज्य के सीएम प्रेम सिंह (Prem singh) की ओर से मरने वाले नागरिको के परिवारों को 4 लाख रुपए की राहत राशि देने एवं राहत केम्पो में रह रहे नागरिको को 2 हजार रुपए की राहत राशि मिलेगी। मुख्यमंत्री के अनुसार इस आपदा में हजारो करोडो रुपयो को हानि पहुँची है। अभी भी शासन हानि की सही सही डिटेल्स देने में असमर्थ ही है।