Juice for High BP: आज के दौर में हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या बन गई है, जिसके कारण हृदय संबंधी जोखिम और अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याएँ जैसे कि मधुमेह और किडनी की बीमारियाँ बढ़ जाती हैं। इसके मुख्य कारण कार्यस्थल का तनाव, अनुचित जीवनशैली और खान-पान की गलत आदतें हो सकती हैं। इसे नियंत्रित करने के लिए, आप अपने दैनिक आहार में कुछ ताज़े फलों के जूस शामिल कर सकते हैं। यहाँ कुछ ऐसे जूस हैं, जो न केवल ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं, बल्कि अन्य स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करते हैं:
हाई बीपी को कम करने के लिए रोजाना पिएं ये फ्रूट जूस
अगर आप भी हाई बीपी की समस्या से जूझ रहे हैं तो इससे बचने या नियंत्रित करने के लिए रोजाना अपनी डाइट में ये पांच फ्रूट जूस को शामिल जरूर करें।
- चुकंदर का जूस: चुकंदर विटामिन, कैल्शियम, आयरन और एंटीऑक्सिडेंट से युक्त होता है। यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है और रक्तचाप को स्थिर रखता है।
- नारियल पानी: यह प्राकृतिक रूप से हाइड्रेटिंग होता है और पोटेशियम से भरपूर होने के कारण, यह सोडियम के प्रभाव को कम करता है, जिससे रक्तचाप नियंत्रित रहता है।
- अनार का जूस: अनार में विटामिन, आयरन, फोलेट और एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं, जो इम्यून सिस्टम को सुदृढ़ बनाते हैं और शरीर को विभिन्न रोगों से लड़ने में सहायता करते हैं।
- गुड़हल के फूलों का जूस: शोध बताते हैं कि गुड़हल की चाय या जूस रक्तचाप को नियंत्रित करती है और हृदय स्वास्थ्य को सुधारती है। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुण शरीर को अन्य बीमारियों से भी बचाते हैं।
- टमाटर का जूस: टमाटर में विटामिन, कैल्शियम, आयरन, और एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं। इसका नियमित सेवन हृदय को स्वस्थ रखने के साथ-साथ रक्तचाप को भी संतुलित रखता है।
इन जूसों का सेवन न केवल आपके रक्तचाप को संतुलित रखेगा, बल्कि आपको स्वस्थ और ऊर्जावान भी बनाएगा।
हाई ब्लड प्रेशर क्या है?
हाई ब्लड प्रेशर, जिसे हाइपरटेंशन भी कहा जाता है, एक आम स्वास्थ्य समस्या है जो तब होती है जब रक्त धमनियों पर बहुत अधिक दबाव पड़ता है। इसे “साइलेंट किलर” भी कहा जाता है क्योंकि इसके लक्षण अक्सर सूक्ष्म होते हैं या कई बार यह बिना किसी चेतावनी के होता है।
कारण और जोखिम कारक
- जीनेटिक्स और पारिवारिक इतिहास: यदि परिवार में किसी को हाई ब्लड प्रेशर है, तो उसके वंशजों में भी इसकी संभावना बढ़ जाती है।
- आयु और लिंग: आम तौर पर, उम्र के साथ हाई ब्लड प्रेशर का जोखिम बढ़ता है। पुरुषों में यह समस्या अपेक्षाकृत युवा उम्र में हो सकती है, जबकि महिलाओं में यह अक्सर रजोनिवृत्ति के बाद होती है।
- जीवनशैली संबंधी कारण: अनुचित आहार (अधिक नमक, वसा, और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों का सेवन), शारीरिक निष्क्रियता, धूम्रपान और अल्कोहल का अधिक सेवन, तनाव आदि हाई ब्लड प्रेशर को बढ़ावा देते हैं।
- अन्य स्वास्थ्य स्थितियां: मधुमेह, किडनी की बीमारी, थायरॉइड समस्याएं आदि भी हाई ब्लड प्रेशर का कारण बन सकती हैं।
High BP के लक्षण
हाई ब्लड प्रेशर के लक्षणों में यह लक्षण शामिल हो सकते हैं:
- सिरदर्द
- सांस लेने में कठिनाई
- नाक से खून बहना
- थकान या चक्कर आना
- सीने में दर्द
- दृष्टि समस्याएं