PM Kisan FPO Yojana 2022 : किसान समूहों को मिलेंगे 15 लाख रूपए, ये है आवेदन प्रक्रिया

देश के प्रधानमंत्री मोदी जी ने पीएम किसान एफपीओ योजना की शुरुआत उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में कर दी है। भविष्य के 5 सालो में सरकार PM Kisan FPO Yojana में लगभग 5 हजार करोड़ रुपए निवेश करने वाली है। इस स्कीम के अंतर्गत वे ही लाभ प्रदान होंगे जो एक कंपनी को दिए जाते है। किन्तु ये संघठन को-आपरेटिव राजनीती से एकदम भिन्न होंगे इसका अर्थ यह हुआ कि इस कंपनी पर कॉर्पोरेटिव एक्ट नहीं लगेंगे।
किसान एफपीओ स्कीम क्या है?
FPO को विस्तृत रूप में कृषि उत्पाद संघठन (Farmer Producer Organisation) कहते है, यह किसानो का ऐसा संघठन होता है जो कृषि उत्पादन के काम में संलग्न हो। इसके अतरिक्त कृषि से सम्बंधित किसी अन्य गतिविधि को आगे बढ़ा हो। इस स्कीम के अंतर्गत किसानो को आपस में एक समूह को बनाकर इसको कम्पनी एक्ट में पंजीकृत करवाना है। इस बार पीएम किसान एफपीओ योजना में रजिस्टर्ड होने के बाद किसानों को बहुत से लाभ मिलने शुरू हो जाते है।
किसान एफपीओ बनाकर सरकार से पैसा लेने में शर्ते
यदि कुछ किसान FPO में कुछ किसानों का समूह बनाना चाहते है तो इससे पहले कुछ शर्तो एवं नियमों को जान लेना होगा। FPO के बन जाने के बाद सरकार इस पर करोडो रुपयों का निवेश करती है। इससे किसान लाभान्वित होते है। किसानों की परेशानियों को सबसे ऊपर रखा जाता है। यदि कोई किसान एफपीओ संघठन निर्मित करने की योजना बना रहे हो तो वे नीचे बताई शर्तों पर ध्यान दें –
- देश का कोई भी किसान FPO का मेंबर बन सकता है।
- इस संघठन में 10 लाख रुपए के “वर्किंग कैपिटल” की जरुरत होती है।
- किसान संघठन बनाने के लिए कम से कम 10 किसान Vle की आवश्यकता होगी।
- इस संघठन से अधिकतम 1000 किसान को सदस्य बना सकते है। इनमे से हर एक किसान से 1000 रुपए का कैपिटल लेकर 10 लाख रुपयों का वर्किंग कैपिटल तैयार कर सकते है।
- किसान एफपीओ स्कीम में पंजीकरण करने के लिए कुछ शुल्क देना है।
- वे किसान जो Csc Vle किसान नहीं होंगे इस संघठन के सदस्य नहीं बन सकते है।
एफपीओ की ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया
- सबसे पहले योजना के आधिकारिक वेबपोर्टल https://enam.gov.in/web/ को ओपन कर लें।
- वेबपोर्टल के होमपेज में ऊपर की ओर “Registration” विकल्प को चुन लें।
- अगले पेज पर आपको रेजिस्ट्रेशन फॉर्म मिलेगा।
- आवेदन फॉर्म में रजिस्ट्रेशन टाइप के सेक्शन में “Seller” विकल्प को चुने।
- इसके बाद रजिस्ट्रेशन केटेगरी के अंतर्गत “FPO/FPC” का चुनाव करें।
- फॉर्म को भर लेने के बाद आवश्यक प्रमाण-पत्र अपलोड करें।
- अंत में अपने फॉर्म की जानकारियों को जाँचने के बाद “Submit” बटन दबा दें।
- अब आपको लॉगिन डिटेल्स SMS और ईमेल से मिलेगी।
- लॉगिन आईडी योजना के वेबपोर्टल पर लॉगिन करने के बाद आप दिए जा रहे लाभों को ले सकते है।
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सीएससी किसान FPO का मालिक कौन होगा?
यह एक तरह का संघठन है, जिसमे हर एक किसान सदस्य की भागीदारी रहेगी। ज्यादा मात्रा में वर्किंग कैपिटल बनाने में योगदान देने पर भी सभी किसानो की भागीदारी बराबर रहेगी। किसी भी किसान को लाभ या नुकसान होने पर सभी सदस्य किसान इसमें भागीदार रहेंगे। तो यह निष्कर्ष है कि Csc Farmer Producer Organisation ने सभी सदस्य किसान मालिक होंगे।
किसान एफपीओ के फायदों को जाने
- किसान एफपीओ लघु एवं सीमान्त किसान का समूह है जिसमें रजिस्टर्ड किसानों को उनके कृषि उत्पाद का मार्किट मिलता है। साथ ही खेती के लिए खाद, बीज, दवाईयाँ और कृषि उपकरण इत्यादि को खरीदना बहुत सरल हो जायेगा।
- किसान FPO बनने के बाद किसानों को बहुत सी सेवाएँ बहुत किफायती दरों पर मिलेगी। साथ ही बिचौलियों की परेशानी से भी निजाद मिलेगा।
- एफपीओ सिस्टम में लाभार्थी किसानों को अपने कृषि उत्पाद के अच्छे दाम दिए जाएंगे और इन्हे वे सीधे ही एक बाजार में बेच सकेंगे।
- इस संघठन से जुड़े किसानों के बीच एक प्रकार की एकता और बंधुता का भाव पैदा होगा, इससे इन किसानों का भविष्य में किसी भी प्रकार का शोषण नहीं हो होगा।
- अपनी पैदावार अथवा इसकी उपज के बदले किसान को एक जायज कीमत मिल सकेगी।
- सरकार आगे के 5 सालों में ही 10 हजार नए कृषि उत्पाद संघठन (FPO) को खोलेगी।
- इस काम के लिए सरकार ने साल 2023-24 तक 10 हजार नए FPO खोलने का लक्ष्य तय कर लिया है।