NEET 2022 Result: 4 स्टूडेंट्स के बराबर नंबर, तनिष्का को ही क्यों मिला AIR 1?

NEET 2022 Result: इस वर्ष के नीट परीक्षा के परिणाम (NEET 2022 Result) के लिए NTA ने अपने टाई ब्रेकिंग नीति में 6 नयी चीजों को जोड़ा था। इनकी वजह थी एक जैसे मार्क्स पाने वाले छात्रों को एक जैसी रैंक ना मिल सके। हालाँकि पिछले वर्ष के टाई ब्रेकिंग पॉलिसी (Tie Breaking Policy) में केवल 3 ही पॉइंट थे। इस बार NEET परिणाम में शीर्ष के चार अभ्यर्थियों को एक जैसे ही अंक प्राप्त हुए है।
NEET 2022 Result
चारों छात्रों को 99.997733 (715) परसेंटाइल मार्क्स मिले है। इस स्थिति में आने पर NTA ने चारो छात्रों को टॉपर घोषित करने के बजाय अपने नए टाई ब्रेकिंग नीति के तहत टॉपर को चुना।फॉर्मूले के प्रयोग के बाद राजस्थान की तनिष्क (Tanishk) ने पहली रैंक पाई। दिल्ली के वत्स आशीष बत्रा को 2nd रैंक, कर्नाटक के ऋषिकेश नागभूषण गांगुली को 3rd रैंक और कर्नाटक के रुचा पवाशे को 4th रैंक मिली है।
इसके बाद बहुत से लोगों के मन में यह सवाल स्वाभाविक रूप से आ रहा है कि आखिर ये नई टाई ब्रेकिंग नीति क्या है? इसमें क्या शर्ते है जो सभी चार उम्मीदवारों को एक जैसी रैंक नहीं दी गयी? इस वर्ष फॉर्मूले में 3 पुराने एयर 6 नए फैक्टर्स रहे है। NTA के अधिकारी के अनुसार यह आवश्यक है कि कॉउंसलिंग के लिए प्रत्येक उम्मीदवार को अपनी रैंक मिल सके। इसी आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए एनटीए ने इस बार के टाई ब्रेकिंग पालिसी में कुछ बदलाव किये है।
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पिछले साल दो उम्मीदवारों को एक जैसी रैंक मिल गयी थी परन्तु इस वर्ष ऐसा नहीं होने दिया गया। NTA के अधिकारी के अनुसार, ‘ जॉइंट रैंक पाने वाले उम्मीदवारों का होना एक आइडियल कंडीशन नहीं होती है। खासतौर पर चिकित्सा क्षेत्र में जहाँ कि सीटों की संख्या सीमित है।
इस साल NTA ने टाई-ब्रेकिंग पालिसी में निम्न 9 सूत्रों का प्रयोग किया –
- बायोलॉजी (बॉटनी एवं जुलोजी) में अधिक अंक/ परसेंटाइल स्कोर पाने वाले अभ्यर्थी
- केमिस्ट्री में अधिक अंक/ परसेंटाइल स्कोर पाने वाले अभ्यर्थी
- फिजिक्स में अधिक अंक/ परसेंटाइल स्कोर पाने वाले अभ्यर्थी
- सभी विषयों (Subjets) में गलत और सही जवाब की संख्या के कम अनुपात वाले अभ्यर्थी
- बायोलॉजी (बॉटनी एवं जूलॉजी) में सही के अनुपात में कम गलत जवाब देने वाले अभ्यर्थी
- केमिस्ट्री में सही और गलत जवाब के न्यूनतम अनुपात वाले अभ्यर्थी
- फिज़िक्स में कम प्रतिशत में गलत जवाब एवं सही जवाब का अटेम्प्ट करने वाले अभ्यर्थी
- अभ्यर्थी की अधिक आयु
- नीट आवेदन नंबर आरोही क्रम (Ascending order) में।
पिछले साल के टाई ब्रेकिंग पॉलिसी
- बायोलॉजी (बॉटनी और जूलॉजी) में अधिक अंक/पर्सेंटाइल स्कोर प्राप्त करने वाले अभ्यर्थी
- केमेस्ट्री में अधिक अंक/पर्सेंटाइल स्कोर पाने वाले अभ्यर्थी
- सभी विषयो (Subjects) में गलत और सही जवाबों की संख्या के कम अनुपात वाले अभ्यर्थी
नीट-जेईई का सीयूईटी में दो विलय नहीं
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि चिकित्सा क्षेत्र की राष्ट्रीय पात्रता एवं प्रवेश परीक्षा (NEET) और इंजीनिरिंग संयुक्त परीक्षा (JEE) का विश्वविद्यालय सामान्य प्रवेश परीक्षा (CUET) में विलय करने का प्रस्ताव नहीं है।