Natural Gas Price Hike Update: प्राकृतिक गैस की कीमतों को लेकर बड़ी अपडेट सामने आई है, दरअसल अगले महीने 1 अक्टूबर को नेचुरल गैस की कीमतों को रिवाइज किया जाएगा, जिसमे इनकी कीमतों में एक बार फिर बढ़ोतरी की जाएगी।मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार प्राकृतिक गैस की कीमत शुक्रवार को वैश्विक स्तर पर ऊर्जा दरों में मजबूती के साथ 40 प्रतिशत बढ़कर रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गई है। इसी के साथ अब ये अनुमान लगाया जा रहा है की महीने की पहले तारीख को होने वाले एलपीजी की समीक्षा में एलपीजी की कीमत भी बढ़ सकती हैं, जिससे अब CNG-PNG की कीमतों में बढ़ोतरी होने से आम आदमी को बड़ा झटका लग सकता है और उन्हें इसके लिए अधिक कीमत चुकानी पड़ सकती है।
नेचुरल गैस की कीमतों में हुई 40% रिकॉर्ड बढ़ोतरी
नेचुरल गैस की कीमतों को लेकर जारी अपडेट के मुताबिक त्योहार सीजन में लोगों की जेब पर भरी असर पढ़ने वाला है, इस साल एक बार फिर प्राकृतिक गैस की कीमतों में बढ़ोतरी 40% रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गई है। जिसे लेकर अगले महीने होने वाली तेल की कीमतों में एक बार फिर से बढोतरी होने वाली है। दरअसल एक अक्टूबर को तेल की कीमतों को लेकर होने वाली समीक्षा में नैचरल गैस के दाम बढ़ाए जा सकते हैं। सरकार की तरफ से 6 महीने में नेचुरल गैस की कीमत तय की जाती है, यह समीक्षा सरकार हर साल एक अप्रैल से एक अक्टूबर को करती है। अब नेचुरल गैस की कीमत बढ़ने पर यह अनुमान लगाया जा रहा है की सीएनजी की कीमत बढ़ाई जा सकती है।
प्रकृतिक गैस की अंतराष्ट्रीय कीमत में तेज वृद्धि ने भारतीय वाहन निर्माताओं को सीएनजी से चलने वाले वाहनों के लिए अपने उत्पादन लक्ष्य में कटौती करने के लिए प्रेरित किया है। मौजूदा अंतराष्ट्रीय कीमतों और स्थानीय दरों को तय करने के फॉर्मूले के आधार पर एक अक्टूबर को सीएनजी की कीमतें 12 से 15 रूपये प्रति किलोमीटर तक बढ़ सकती है।
इतनी होगी कच्चे तेल की कीमत में बढोतरी
जैसा की नेचुरल गैस की कीमतों में हुई रिकॉर्ड बढ़ोतरी दर्ज के चलते एलपीजी की कीमतो में बढ़ोतरी दर्ज की जा सकती है, इसके अलावा शुक्रवार को कच्चे तेल की कीमतों में तेजी देखने को मिली है, जिसमे कच्चे तेल की कीमत 27 रूपये की तेजी से 6,727 रूपये प्रति बैरल हो गई है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में कच्चे तेज के अक्टूबर महीने में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत में तेजी दर्ज की गई।
आपको बता दें अक्टूबर महीने में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 27 रूपये या 0.4 प्रतिशत की तेजी के साथ 6,727 रूपये प्रति बैरल हो गई है। इसमें 6,085 लॉट का कारोबार हुआ। बाजार विशेषकों ने कहा की कारोबारियों के जरिए अपने सौदों का आकार बढ़ाने से कच्चा तेल वायदा कीमतों में तेजी आई है, जिसका बड़ा असर जल्द ही आम आदमी की जेब पर पढता नजर आ सकता है।