अभी तो इजराइल और हमास के बीच खुनी जंग जारी है और दिन प्रतिदिन ये लड़ाई बड़ी होती जा रही है। अभी लेबनान के आतंकी समूह हिजबुल्लाह ने भी इजराइल के खिलाफ जंग शुरू की है। इस तरह से यहूदी लोगो का देश इजराइल चारो और से दुश्मनो से घिरने लगा है।
अपने देश इजराइल (Israel) को बचाने के लिए विश्व भर में फैले यहूदी समुदाय के नागरिक अपने देश वापस आने लगे है। भारत के मणिपुर राज्य के कुकी समुदाय के लोग भी इन्ही लोगो में से है।
कुकी समुदाय के लोगो को इजराइल ने ‘लॉस्ट ट्राइबस’ मतलब खो गयी जनजाति दी मान्यता दी है। अब सभी के मन में ये प्रश्न आना स्वाभाविक है कि आखिर इजराइल से इतनी दूर रहने वाले मणिपुर के कुकी (Kuki people) लोगो का यहूदी प्रजाति से क्या नाता है। सिटिज़न शिप के सख्त नियम होने के बाद भी इजराइल कुकी लोगो को अपना रहा है।
आक्रमण के बाद भारत में आकर बसे
8वीं सदी से पहले की घटना है कि इजराइल पर बहुत से विदेशी हमले एक के बाद हों रहे थे। इसी काल में असीरियन शासन भी आ गया जिनके राज में 12 यूहूदी निवासी जनजाति को यहाँ से निष्कासित कर दिया।
यहूदी लोग व्यापारिक कामो से भारत से परिचित थे। इस आक्रमण के बाद बहुत सी यहूदी जनजातियाँ भारत के विभिन्न भागो में रहने लगी। इन्ही लोगो में से ‘बेनी मेनाशे’ भी एक रही थी जोकि आज भी मणिपुर में निवास कर रही है।
अँग्रेज मिशनरियो को जानकारी हुई
मान्यता है कि मणिपुर कुकी लोग यहूदी लोगो के दूर के सम्बंधित है और इस जानकारी के पता चलने में भी काफी समय लगा था। उपनिवेशिक काल में ईसाई मिशनरी ने भारत के कोने-कोने का दौरा किया और वे कुकी लोगो के पास पहुंचे। उनको काफी हैरानी भी हुई कि कुकी लोगो के रीति-रिवाज बहुत हद तक यहूदियों के समान ही है।
दोनों के जेनेटिक कोड मिलते है
इस बात को लेकर डीएनए टेस्ट भी किया गया है जोकि केंद्रीय अपराध संस्थान (कोलकाता) ने 2005 में किया था। इस टेस्ट में ये साफ़ हुआ था कि कुकी समुदाय का जेनेटिक लिंक इजराइली यहूदियों से ही है। ये फैक्ट है कि देशान्तर की दूरी पर निवास करने वाले लोगो के डीएनए कभी मिल नहीं सकते है, ऐसे रिश्ता होने पर ही होगा।
यही कोड समानताएँ उज्बेकिस्तानी यहूदियों में भी देखी गई थी। किन्तु इसमें एक दिक्कत यह है कि इस प्रकार की समानता सिर्फ महिलाओं के टेस्ट में अधिक दिख रही है। पुरुषो के DNA में कुछ विशेषता नहीं दिखी। इसकी वजह भी क्रोमोजोम्स को कहकर ही ये भरोसा किया गया है कि ये कुकी लोग इजराइल से जुड़े थे।
दोनों में ये समानताएँ मिलती है
कुकी और इजऱाइलो की भाषा एवं रिवाज काफी एक से है। बेनी मेनाशे कुकी एक शॉल ओढ़ते है वो यहूदियों की प्रार्थना शॉल से मिलती है। कुकी लोगो द्वारा एक अपने देश के झण्डे पर भी इजराइल के झण्डे जैसा सितारा देखा जाता है जोकि स्टार ऑफ डेविड के नाम से जाना जाता है।

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कुछ कुकी इजराइल भी गए थे
1950 की बात है जब इजराइल में ‘लॉ ऑफ रिटर्न’ नाम का कानून पारित हुआ जिसके अनुसार वे विश्वभर में रहने वाले यहूदी नागरिको को अपने पास बुला रहे थे। ऐसे लोगो को देश की नागरिकता देने का भी वादा और पुरर्वसासित होने का मौका दिया गया। इसी समय पर कुछ कुकी लोग इजराइल भी गए थे किन्तु इनकी नागरिकता को लेकर विवाद रहा है।
कुकी समुदाय के लोगो को गाजा सीमा एवं वेस्ट बैंक के क्षेत्र में बसाने के आरोप है। ये सभी वे क्षेत्र है जोकि काफी खतरे से भरे है और आतंकी घटनाओ का शिकार होते है। इन लोगो के शुद्ध यहूदी होने पर भी प्रश्न होते है चूँकि यहूदी लोगो में भी अपनी प्रजाति की शुद्धता कायम रखने की रिवायत देखी जाती है।