ट्रुडो पर भड़के कनाडा की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के मुख्य नेता, कहा – ‘भारत में ट्रुडो की हँसी उड़ती है’

भारत और कनाडा काफी लम्बे समय से आपसी विवाद से घिरे हुए है और हाल ही में कनाडा के 41 राजनयिकों को भी भारत के अल्टीमेटम के बाद वापस जाना पड़ा था। इन बिगड़ते हालातो के बीच कनाडा में सबसे बड़े विपक्षी दल के नेता पियरे पोइलिवरेने सरकार से भारत के साथ रिश्ते सही करने की बात कही है।

उनके मुताबिक यदि वे देश के पीएम बनते है तो वे पेशेवर सम्बन्धो को अधिक अच्छा करेंगे। मुख्य विरोधी दल के नेता ने दोनों देशो के ख़राब हो रहे रिश्तो पर दुःख व्यक्त करते हुए वर्तमान पीएम जस्टिन ट्रुडो की जमकर आलोचनाएँ कर दी है। वे यहाँ तक कह गए कि ‘ट्रुडो को भारत में हँसी का पात्र’ मानते है। विपक्षी नेता पियरे पोइलिवरे कहते है कि उनकी सत्ता आने पर वे इन रिश्तो को बेहतर करेंगे।

पोइलिवरे मुख्य विपक्षी पार्टी के नेता है

पोइलिवरे देश की पार्लियामेंट हाउस ऑफ कॉमन्स में सबसे बड़ी विरोधी पार्टी के मुख्य नेता है। बीते दिनों में हुई वोटिंग में उनको पीएम ट्रुडो की लिबरल पार्टी से अधिक मत भी प्राप्त हुए थे। किन्तु अभी साल 2025 में कनाडा में कोई भी इलेक्शन होने नहीं वाले है। पोइलिवरे ने नेपाल के एक नमस्ते रेडियो को दिए इंटरव्यू में भारत से रिश्ते सुधारने के वादे भी किये है।

देश-विदेश में रिश्ते खराब किये

पोइलिवरे से कनाडा के डिप्लोमेट्स को वापस आने को लेकर सवाल किये जाने पर वे कहते है कि ये इस बात का एक दूसरा ही उदाहरण है कि ट्रुडो ने अपने 8 वर्षो के बड़े कार्यकाल में कुछ नहीं किया है।

वे (Justin Trudeau) कनाडा के लोगो को एक-दूसरे के विरुद्ध किया है और वे विदेशो में भी कनाडा के सम्बन्ध खराब करने में लगे है। उनके मुताबिक़ वे इतने बेकार और गैर-पेशेवर नेता है कि कनाडा विश्व की मेन पावर से विवाद में फँसा है, जिसमे इंडिया भी है।

हिन्दू मंदिरो पर हमले की आलोचना की

पोइलिवरे कहते है कि इंडिया विश्व की सबसे बड़ी डेमोक्रेसी है और कुछ बातो पर असहमति होती है किन्तु पेशेवर रिश्ते होने ही चाहिए। कंजर्वेटिव पार्टी से नेता पोइलिवरे ने ये भी कहा है कि अमरीकी प्रेजिडेंट ने पीएम ट्रुडो को पायदान जैसा यूज किया है। वे (Pierre Poilievre) इस बात की आलोचना कर रहे है कि उनके देश में हिन्दू मन्दिरो पर हमला हो रहा है। वे इस बात की कड़ी निन्दा भी कर रहे है।

राजनायिको की सुरक्षा सर्वोपरि – भारत

भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने जानकारी दी है कि बहुत जल्दी ही दोनों देशों के बीच वीजा की सेवा बहाल होगी। किन्तु अभी भारत-कनाडा सम्बन्ध खराब समय में है। उनके (S. Jaishankar) अनुसार भारत की प्राथमिकता राजनयिकों की सेफ्टी होगी। हमारी परेशानी कनाडा की पोलटिक्स के कुछ भागो से है। वीजा को लेकर लोग चिंतित है।

बीते दिनों भारत ने कनाडा का वीजा सेवा बन्द की थी चूँकि हमारे डिप्लोमेट्स का वीजा देने के लिए काम पर जाना सुरक्षित नहीं था। यदि अब हमो अपने राजनयिकों की सेफी की उम्मीदे नजर आएगी तो हम फिर से वीजा सेवा शुरू कर सकते है।

S. Jaishankar
S. Jaishankar

यह भी पढ़ें :- राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए कॉंग्रेस ने दूसरी उम्मीदवार लिस्ट जारी की

राजनयिक वापिसी पर कनाडाई प्रक्रिया

भारत ने अक्टूबर की शुरुआत में ही कह दिया था कि भारत में कनाडाई डिप्लोमेट्स की संख्या अधिक है जिसको कम करना होगा। साथ ही ये डिप्लोमेट्स भारतीय घरेलु मामले में भी दखलंदाजी कर रहे है। कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने पत्रकार वार्ता में 41 कनाडाई डिप्लोमेट्स की वापसी को लेकर बाते कही।

कनाडा के एक न्यूज़ पोर्टल के मुताबिक़ दोनों देशो के नीच डिप्लोमेट्स विवाद अधिक नहीं बढ़ने वाला है। इसकी वजह है कि कनाडाई विदेश मंत्री भारत के इस कदम पर कोई एक्शन नहीं लेंगी।

Leave a Comment