आपको बता दे चुनावों में महिलाओं को आरक्षण की बात कही जा रही है और कहा जा रहा है कि महिलाओं को तब तक आरक्षण नहीं मिलेगा जब तक संसद में बिल पास नहीं हो जाता है। देश में जनगणना तथा परिसीमन के पश्चात ही आरक्षण का लाभ प्राप्त हो सकता है। महिला आरक्षण बिल को लोकसभा में तो पेश किया गया है और कांग्रेस पार्टी के नेता भी इस बिल का समर्थन करते हुए दिख रहे है। परन्तु अभी भी ऐसा कुछ नहीं कहा जा सकता कि सभी इसका समर्थन करेंगे। इस बिल के पारित होने और जब तक लागू होगा तब तक कई तरह की मुश्किलें आ सकती है। जैसा कि आप सभी जानते है कि वर्ष 2021 में देश में जनगणना होनी थी जो कि अभी तक ना हो सकी। अभी सरकार द्वारा ऐसी कोई जानकारी साझा नहीं की गए है कि जनगणना कब तक होगी।
परिसीमन क्या होता है?
देश में बढ़ रही जनसंख्या के अनुसार समय-समय पर निर्वाचन क्षेत्र की जो सीमाएं होती है उन्हें जब अवधारित किया जाता है तो इसे परिसीमन कहते है इसे अग्रेंजी में delimitation कहते है। लोकतंत्र में जनसँख्या का सही ढंग से प्रतिनिधित्व करने के लिए ऐसा किया जाता है। तथा लोकसभा एवं विधानसभा सीटों के क्षेत्र को फिर से पुनर्नियतन होता है इस प्रोसेस को पूर्ण करने के तीन मुख्य उद्देश्य बताए गए है।
- किसी भी तरह के होने वाले चुनावों के प्रोसेस को लोकतान्त्रिक बनाने के लिए परिसीमन की आवश्यकता होती है, देश में आबादी की बढ़ोतरी समय समय पर होती रहती है और बढ़ती जनसँख्या का सामान निरूपण किया जा सके इसके लिए निर्वाचन क्षेत्र में संसोधित कार्यक्रम किया जाता है।
- यदि देश में जनसंख्या बढ़ती है तो निर्वाचन क्षेत्रों का बंटवारा किया जाता है इस प्रक्रिया को delimitation कहते है। अर्थात देश के प्रत्येक नागरिक को सामान प्रतिरूपण हो सके।
- जैसा कि आप सब जानते ही होंगे जब भी देश या राज्य में चुनाव कराये जाते तो आपने आरक्षित सीटों का नाम सुना ही होगा।